21-09-2021, 03:27 PM
हमारी बातचीत से रेनू की बहुत शर्मिंदा हो रही थी और आखिर में वो बोल ही पड़ी, “हेल्लो! मैं यही हूँ और तुम दोनों को सुन रही हूँ! तुम लोग मुझे शर्मिंदा कर रहे हो!”
राजेश ने मुझे अपने ड्रिंक का एक गिलास देकर हँसते हुए रेनू को जवाब दिया, “आपको शर्मिंदा तो बिकुल नहीं होना चाहिए बल्कि आपको फक्र होना चाहिए और मुझे यकीन है कि मोनू मेरी बात से पूरी तरह सहमत है।”
मैंने एक घूंट लेते हुए सिर हिलाया, “बिलकुल, अरे, यह तो काफी अच्छा है।” मैंने कहा। सुबह से शराब पीने की वजह से अब मैं काफी लापरवाह हो गया था।
“धन्यवाद, मैं इसे सालों से बना रहा हूँ।” ये कहकर वो पूल के किनारे पर चला गया और उसने मेरी बीवी को भी एक गिलास दिया। रेनू ने जल्दी से एक घूंट लिया और उसने भी स्वाद की तारीफ की, “वाह। यह वास्तव में काफी अच्छा है।”
राजेश ने सिर हिलाया, और फिर अपना गिलास भरने लगा। “लेकिन आराम से पीजिये ये अचानक से पंच करती है। अगर जल्दी जल्दी पियेंगे तो तेज़ नशा होता है।”
लेकिन हमने राजेश की बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और जल्दी जल्दी दो गिलास ख़त्म कर दिए। राजेश आराम से पहला गिलास ही पी रहा था। मेरा और रेनू का तीसरा गिलास लेकर मैं पूल में उतर गया अपनी बीवी के साथ तैरने लगा, जबकि राजेश किनारे पर बैठा आराम से ड्रिंक कर रहा था। व्यापार से लेकर खेल-कूद से लेकर मनोरंजन तक की बातचीत चलती रही, और हम तीनों ड्रिंक करते रहे और हम तीनों अच्छे खासे नशे में थे।
रेनू ने अब उस स्विम सूट में ऐसे रम गयी थी जैसे कि यह उसकी त्वचा थी, राजेश की आँखे नशे में बोझिल थी और वो अब मेरी परवाह किए बिना एकटक रेनू को ही देख रहा था। जैसे-जैसे उसका नशा बढ़ रहा था उसकी नज़रों में मेरी बीवी के लिए हवस बढ़ रही थी। ऐसा लग रहा था की वो रेनू के बदन को आँखों से ही खा जायेगा।
मैंने रेनू को पानी से बाहर निकालने का फैसला किया और उससे बोला “डार्लिंग मेरे और राजेश के लिए कुछ स्नैक्स तो ले आओ”
रेनू पूल से निकल कर घर के अन्दर चली गयी और कुछ देर में पनीर पकोड़े और चीज बर्स्ट की एक ट्रे लेकर लौटी। मैंने देखा कि राजेश ने उसके चमकते हुए शरीर पर अपनी नज़रे गडा दी। मैंने सीधे उसके बड़े मम्मों को देखा जिसमें उसके निप्पल साफ़ दिखाई दे रहे थे। एक तारीफ मेरे होंठों से निकल गई, “गॉडडैम बेबी। क्या मस्त चून्चिया हैं।”
“मोनू! हम अकेले नहीं हैं, राजेश भी यहाँ है!” रेनू ने मुझे डांटा, उसके चेहरे पर शर्मिंदगी भरी मुस्कान थी। वह स्नैक्स लेकर राजेश के पास गई।
राजेश ने मुझे अपने ड्रिंक का एक गिलास देकर हँसते हुए रेनू को जवाब दिया, “आपको शर्मिंदा तो बिकुल नहीं होना चाहिए बल्कि आपको फक्र होना चाहिए और मुझे यकीन है कि मोनू मेरी बात से पूरी तरह सहमत है।”
मैंने एक घूंट लेते हुए सिर हिलाया, “बिलकुल, अरे, यह तो काफी अच्छा है।” मैंने कहा। सुबह से शराब पीने की वजह से अब मैं काफी लापरवाह हो गया था।
“धन्यवाद, मैं इसे सालों से बना रहा हूँ।” ये कहकर वो पूल के किनारे पर चला गया और उसने मेरी बीवी को भी एक गिलास दिया। रेनू ने जल्दी से एक घूंट लिया और उसने भी स्वाद की तारीफ की, “वाह। यह वास्तव में काफी अच्छा है।”
राजेश ने सिर हिलाया, और फिर अपना गिलास भरने लगा। “लेकिन आराम से पीजिये ये अचानक से पंच करती है। अगर जल्दी जल्दी पियेंगे तो तेज़ नशा होता है।”
लेकिन हमने राजेश की बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और जल्दी जल्दी दो गिलास ख़त्म कर दिए। राजेश आराम से पहला गिलास ही पी रहा था। मेरा और रेनू का तीसरा गिलास लेकर मैं पूल में उतर गया अपनी बीवी के साथ तैरने लगा, जबकि राजेश किनारे पर बैठा आराम से ड्रिंक कर रहा था। व्यापार से लेकर खेल-कूद से लेकर मनोरंजन तक की बातचीत चलती रही, और हम तीनों ड्रिंक करते रहे और हम तीनों अच्छे खासे नशे में थे।
रेनू ने अब उस स्विम सूट में ऐसे रम गयी थी जैसे कि यह उसकी त्वचा थी, राजेश की आँखे नशे में बोझिल थी और वो अब मेरी परवाह किए बिना एकटक रेनू को ही देख रहा था। जैसे-जैसे उसका नशा बढ़ रहा था उसकी नज़रों में मेरी बीवी के लिए हवस बढ़ रही थी। ऐसा लग रहा था की वो रेनू के बदन को आँखों से ही खा जायेगा।
मैंने रेनू को पानी से बाहर निकालने का फैसला किया और उससे बोला “डार्लिंग मेरे और राजेश के लिए कुछ स्नैक्स तो ले आओ”
रेनू पूल से निकल कर घर के अन्दर चली गयी और कुछ देर में पनीर पकोड़े और चीज बर्स्ट की एक ट्रे लेकर लौटी। मैंने देखा कि राजेश ने उसके चमकते हुए शरीर पर अपनी नज़रे गडा दी। मैंने सीधे उसके बड़े मम्मों को देखा जिसमें उसके निप्पल साफ़ दिखाई दे रहे थे। एक तारीफ मेरे होंठों से निकल गई, “गॉडडैम बेबी। क्या मस्त चून्चिया हैं।”
“मोनू! हम अकेले नहीं हैं, राजेश भी यहाँ है!” रेनू ने मुझे डांटा, उसके चेहरे पर शर्मिंदगी भरी मुस्कान थी। वह स्नैक्स लेकर राजेश के पास गई।