15-09-2021, 12:34 AM
मैंने अपने मन से इस विचार को हटाया और अपनी सेक्सी बीवी को चोदना जारी रखा। लेकिन इस विचार से मेरी उत्तेजना चरम पर पहुच गयी और मैं मेरी बीवी की चूत में ही झड गया। मेरे झड़ते ही रेनू धीरे से सिसकी भरी। अक्सर मैं उसे झडवा कर ही झड़ता था लेकिन आज राजेश के बारे में सोचते हुए मैं जल्दी झड गया।
चुदाई के बाद हम दोनों साथ साथ नहाये और फिर सोने के लिए लेट गए। दोपहर की बात फिर से मेरे दिमाग में कौंध गई और मैंने रेनू से कहा, “आज दोपहर को राजेश तुम्हे कुछ ज्यादा ताड़ रहा था न?”
रेनू ने आह भरी, “तुम्हें तो हमेशा लगता है कि लोग मुझे ताड़ रहे हैं।”
मैं हँसा, “क्योंकि वो ताड़ते हैं। खासकर हमारे पड़ोसी वकील साहब”
रेनू शरमा गई, “हो सकता है... वैसे उसने पहले भी तो मुझे स्विम सूट में देखा है।”
मैंने बोला, “उस बेचारे को ज्यादा एक्शन तो मिलता नहीं है। बीवी साथ रहती नहीं और ज्यादा बाहर वो जाता नहीं और रंडी घर लाता हो उस तरह का आदमी भी नहीं है तो मैं उसे ऐसे माल को घूरने के लिए दोष नहीं ठहरा सकता।”
रेनू ने मुझे कंधे पर हलके से थप्पड़ मारा “ठरकी आदमी।” उसने मजाक में कहा।
चुदाई के बाद हम दोनों साथ साथ नहाये और फिर सोने के लिए लेट गए। दोपहर की बात फिर से मेरे दिमाग में कौंध गई और मैंने रेनू से कहा, “आज दोपहर को राजेश तुम्हे कुछ ज्यादा ताड़ रहा था न?”
रेनू ने आह भरी, “तुम्हें तो हमेशा लगता है कि लोग मुझे ताड़ रहे हैं।”
मैं हँसा, “क्योंकि वो ताड़ते हैं। खासकर हमारे पड़ोसी वकील साहब”
रेनू शरमा गई, “हो सकता है... वैसे उसने पहले भी तो मुझे स्विम सूट में देखा है।”
मैंने बोला, “उस बेचारे को ज्यादा एक्शन तो मिलता नहीं है। बीवी साथ रहती नहीं और ज्यादा बाहर वो जाता नहीं और रंडी घर लाता हो उस तरह का आदमी भी नहीं है तो मैं उसे ऐसे माल को घूरने के लिए दोष नहीं ठहरा सकता।”
रेनू ने मुझे कंधे पर हलके से थप्पड़ मारा “ठरकी आदमी।” उसने मजाक में कहा।