15-09-2021, 12:34 AM
(This post was last modified: 15-09-2021, 12:32 PM by Rishu. Edited 5 times in total. Edited 5 times in total.)
जैसे ही रेनू ने ड्रिंक उसे थमा दी, उसने हवस भरी नजरो से मेरी बीवी को ऊपर से नीचे देखा और बोला “शुक्रिया मैडम”
रेनू ने फिर से पूल में छलांग लगा दी और मेरे साथ शामिल हो गयी और राजेश फटाफट अपना ड्रिंक पिया और थोड़ी देर मुझसे बातचीत करने के बाद गुडबाय बोल कर चला गया
और हम भी पूल से निकल कर घर के अन्दर चले गए।
उस दिन रात में मैं रेनू को अपने बेडरूम में चोद रहा था। मैं उसको डॉगी पोज़ में चोद रहा था और देख रहा था की मेरा छह इंच का लंड जब उसकी चूत में अन्दर बाहर होता है तो उसकी गांड कैसे थिरकती है।
मेरा लंड अन्दर लेते ही वह धीरे से कराह पड़ती थी की अचानक मेरा दिमाग दोपहर की बात पर चला गया और मैं अंदर ही अंदर मुस्कुराया। मैंने सोचा की अगर राजेश मेरी बीवी को इस हालत में देखे तो बेहोश ही हो जायेगा।
इस विचार ने मेरे मन में एक घबराहट पैदा कर दी और मैंने जल्दबाजी में अपने दाहिनी ओर देखा। मैं हमारे बेडरूम का पर्दा देख रहा था जो की ठीक से बंद था। दरअसल घर खरीदने के बाद हमने ध्यान दिया की हमारे मास्टर बेडरूम की मेन खिड़की और राजेश के मास्टर बेडरूम की खिड़की करीब 10-12 फीट की दूरी पर एकदम आमने सामने थी। शिफ्ट होने के कुछ ही दिनों में हमने राजेश को कई बार अजीब हालत में देखा था क्योंकि वो कभी भी अपने परदे बंद नहीं करता था। लेकिन रेनू को अपनी प्राइवेसी को लेकर थोडा चिंतित हुई तो मैंने खिड़की पर काफी भारी पर्दे लगाये जिनसे आर पार कुछ न दिखे और हमने अपने पर्दों को हमेशा बंद रखना शुरू कर दिया। कभी कभी तो मुझे लगता था कि अगर रेनू चुदाई के बहुत जोर से सिस्कारियां ले तो राजेश उसे आसानी से सुन लेगा और समझ जायेगा की हम क्या कर रहे हैं।
रेनू ने फिर से पूल में छलांग लगा दी और मेरे साथ शामिल हो गयी और राजेश फटाफट अपना ड्रिंक पिया और थोड़ी देर मुझसे बातचीत करने के बाद गुडबाय बोल कर चला गया
और हम भी पूल से निकल कर घर के अन्दर चले गए।
उस दिन रात में मैं रेनू को अपने बेडरूम में चोद रहा था। मैं उसको डॉगी पोज़ में चोद रहा था और देख रहा था की मेरा छह इंच का लंड जब उसकी चूत में अन्दर बाहर होता है तो उसकी गांड कैसे थिरकती है।
मेरा लंड अन्दर लेते ही वह धीरे से कराह पड़ती थी की अचानक मेरा दिमाग दोपहर की बात पर चला गया और मैं अंदर ही अंदर मुस्कुराया। मैंने सोचा की अगर राजेश मेरी बीवी को इस हालत में देखे तो बेहोश ही हो जायेगा।
इस विचार ने मेरे मन में एक घबराहट पैदा कर दी और मैंने जल्दबाजी में अपने दाहिनी ओर देखा। मैं हमारे बेडरूम का पर्दा देख रहा था जो की ठीक से बंद था। दरअसल घर खरीदने के बाद हमने ध्यान दिया की हमारे मास्टर बेडरूम की मेन खिड़की और राजेश के मास्टर बेडरूम की खिड़की करीब 10-12 फीट की दूरी पर एकदम आमने सामने थी। शिफ्ट होने के कुछ ही दिनों में हमने राजेश को कई बार अजीब हालत में देखा था क्योंकि वो कभी भी अपने परदे बंद नहीं करता था। लेकिन रेनू को अपनी प्राइवेसी को लेकर थोडा चिंतित हुई तो मैंने खिड़की पर काफी भारी पर्दे लगाये जिनसे आर पार कुछ न दिखे और हमने अपने पर्दों को हमेशा बंद रखना शुरू कर दिया। कभी कभी तो मुझे लगता था कि अगर रेनू चुदाई के बहुत जोर से सिस्कारियां ले तो राजेश उसे आसानी से सुन लेगा और समझ जायेगा की हम क्या कर रहे हैं।