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Incest बहन के जिस्म का पहला स्पर्श
#35
दीदी ने कहा- पागल है क्या तू?
नीरा ने कहा- यार जब चुदने का मन करता है रात में तो सच में मुझे मनीष का ही चेहरा दिखता है और मैं उंगली करती हूँ उसे ही सोच कर! काश वो मेरा भाई होता तो मेरा तो घर में ही जुगाड़ हो जाता।

तब दीदी ने कहा- बना ले भाई उसे, मैंने कब रोका है।
नीरा ने कहा- मुझे तो बनाना पड़ेगा. तेरा तो वो भाई है ही, उसके साथ बात कर के देख ना? किसी बाहर वाले की जरूरत ही नहीं पड़ेगी हम दोनों को।

इस पर दीदी और नीरा दोनों हंस पड़ी और दीदी ने कहा- लगता है कि तू मेरी भाभी बन कर ही रहेगी।

नीरा ने फिर एक लिंक भेजा और लिखा- देख ये मूवी भाई बहन सेक्स वाली। फिर तुझे भी मन न हो जाये तो कहना।
इस पर दीदी ने जवाब दिया- अच्छा देखती हूँ फिर बात करती हूँ।

यह पढ़कर मुझे अचानक से झटका भी लगा और मेरा हाथ अपने आप मेरे लंड को सहलाने लगा। वैसे तो मैंने कभी दीदी के बारे में ऐसा सोचा नहीं था लेकिन उनकी चैटिंग पढ़ कर अचानक ही दीदी के बारे में गलत ख्याल मेरे मन में आ गए।

नीरा भी मुझसे चुदने के सपने देखती है, यह जान कर सच में मेरा लंड काफी टाइट हो गया था।

तभी दीदी ने मुझे बाहर से आवाज़ दी और मैं फ़ोन बंद करके बाहर आ गया।
दीदी ने नाइटी पहन रखी थी और मेज पर मेरा इंतज़ार कर रही थी। मुझे देखते ही बोली- तुम आज मुझे भूखे ही मार दो। कब से इंतज़ार कर रही हूँ खाने के लिए। अब आओ और शुरू करो।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: बहन के जिस्म का पहला स्पर्श - by neerathemall - 14-09-2021, 03:07 PM



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