13-09-2021, 06:05 PM
अब मैंने पोजीशन बनाई और लंड के सुपारे को उसकी चुत की फांकों में फेरा. वो मचल गई और गांड उठाते हुए लंड अन्दर लेने की कोशिश करने लगी.
फिर धीरे से मैंने अपने लंड का सुपारा उसकी चुत में फंसाया और चुत के दाने को रगड़ने लगा.
उसने एक मादक सिसकारी ली और फिर से मेरी कमर पकड़ कर अपनी तरफ खींचा. मैंने उसकी चुत में लंड पेल दिया. उसे थोड़ा सा दर्द हुआ … लेकिन थोड़ी देर में उसका दर्द सही हो गया.
अब मैं उसकी चुत में लंड को आगे पीछे करने लगा. इससे शालिनी को भी मजा आने लगा. वो अपने चूतड़ों को चलाने लगी. उसकी आवाजों में मादकता बढ़ती ही जा रही थी.
करीब आधे घन्टे की चुदाई के बाद मैंने अपना पानी उसकी चुत में ही डाल दिया और उसी के ऊपर लेटा रहा.
उस पूरी रात मैंने और शालिनी ने चार बार चुदाई की. जब वो सुबह उठी, तो सही से चल भी नहीं पा रही थी. मैंने उसे एक दर्द खत्म करने की दवा दी. और गर्भनिरोधक गोली का एक पैकेट भी लाकर दे दिया.
मैंने उससे कहा- इसे खा लेना … नहीं तो नौ महीने बाद मेरे बेटे की मम्मी बन जाओगी.
वो शर्म से लाल हो गई और मेरी छाती पर मुक्का मारने लगी.
फिर धीरे से मैंने अपने लंड का सुपारा उसकी चुत में फंसाया और चुत के दाने को रगड़ने लगा.
उसने एक मादक सिसकारी ली और फिर से मेरी कमर पकड़ कर अपनी तरफ खींचा. मैंने उसकी चुत में लंड पेल दिया. उसे थोड़ा सा दर्द हुआ … लेकिन थोड़ी देर में उसका दर्द सही हो गया.
अब मैं उसकी चुत में लंड को आगे पीछे करने लगा. इससे शालिनी को भी मजा आने लगा. वो अपने चूतड़ों को चलाने लगी. उसकी आवाजों में मादकता बढ़ती ही जा रही थी.
करीब आधे घन्टे की चुदाई के बाद मैंने अपना पानी उसकी चुत में ही डाल दिया और उसी के ऊपर लेटा रहा.
उस पूरी रात मैंने और शालिनी ने चार बार चुदाई की. जब वो सुबह उठी, तो सही से चल भी नहीं पा रही थी. मैंने उसे एक दर्द खत्म करने की दवा दी. और गर्भनिरोधक गोली का एक पैकेट भी लाकर दे दिया.
मैंने उससे कहा- इसे खा लेना … नहीं तो नौ महीने बाद मेरे बेटे की मम्मी बन जाओगी.
वो शर्म से लाल हो गई और मेरी छाती पर मुक्का मारने लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.