13-09-2021, 06:04 PM
जिस समय मैं इंटर में पढ़ रहा था, वो बीए कर रही थी. उसका बदन बहुत ही कामुक है. वो बिल्कुल गोरी है. उसकी हाइट कुछ कम है … मतलब यही कोई पांच फुट एक इंच है. फिगर साइज़ 30-28-32 के करीब है. उसकी जवानी को देख कर हर कोई उसे चोदना चाहेगा. मैंने खुद कई बार ये देखा था कि उसको देख कर बहुतों के लंड खड़े हो जाते थे. मैंने कई बार अपनी बहन शालिनी के नाम की मुठ मारी थी.
ये बात तब की है, जब वो मकर संक्रान्ति पर मेरे घर आयी हुई थी. चूंकि उससे उम्र का फर्क ज्यादा नहीं होने से वो मुझसे बड़ी खुली हुई थी और हम दोनों एक दूसरे से हर तरह की बातें कर लेते थे. मैं और वो साथ में लेट जाते थे लेकिन अभी तक कभी चुदाई जैसा कुछ नहीं हुआ था.
एक दिन रात मैं और मेरी ताऊ जी की बेटी और शालिनी साथ में लेटे थे. हम लोग एक चादर में ही तीनों लेटे हुए थे. मैं शालिनी के बगल में लेटा था. उस दिन मैंने अन्तर्वासना पर भाई बहन की चुदाई की एक बड़ी ही मस्त सेक्स कहानी पढ़ी थी, जिस वजह से मेरा मूड बना हुआ था.
उस दिन शालिनी ने भी एक छोटा सा स्कर्ट और स्लीवलैस टॉप पहना हुआ था. इसमें वो काफी गदराई हुई लग रही थी. उसने एक मस्त सी महक वाला सेंट भी लगाया हुआ था.
एक तो उसका नाटे कद का पूरा भरा हुआ बदन मुझे वैसे ही मस्त लग रहा था और ऊपर से मेरे दिमाग में बहन की चुत चुदाई की सेक्स कहानी घुसी हुई थी.
मैं उसके बगल में लेटा हुआ उसके जिस्म से अपने जिस्म को लगभग चिपकाए हुए लेटा था. उसकी बातें तो मुझे समझ ही नहीं आ रही थीं, लेकिन उसके जिस्म से आती हुई खुशबू मुझे बड़ी लज्जत दे रही थी.
ये बात तब की है, जब वो मकर संक्रान्ति पर मेरे घर आयी हुई थी. चूंकि उससे उम्र का फर्क ज्यादा नहीं होने से वो मुझसे बड़ी खुली हुई थी और हम दोनों एक दूसरे से हर तरह की बातें कर लेते थे. मैं और वो साथ में लेट जाते थे लेकिन अभी तक कभी चुदाई जैसा कुछ नहीं हुआ था.
एक दिन रात मैं और मेरी ताऊ जी की बेटी और शालिनी साथ में लेटे थे. हम लोग एक चादर में ही तीनों लेटे हुए थे. मैं शालिनी के बगल में लेटा था. उस दिन मैंने अन्तर्वासना पर भाई बहन की चुदाई की एक बड़ी ही मस्त सेक्स कहानी पढ़ी थी, जिस वजह से मेरा मूड बना हुआ था.
उस दिन शालिनी ने भी एक छोटा सा स्कर्ट और स्लीवलैस टॉप पहना हुआ था. इसमें वो काफी गदराई हुई लग रही थी. उसने एक मस्त सी महक वाला सेंट भी लगाया हुआ था.
एक तो उसका नाटे कद का पूरा भरा हुआ बदन मुझे वैसे ही मस्त लग रहा था और ऊपर से मेरे दिमाग में बहन की चुत चुदाई की सेक्स कहानी घुसी हुई थी.
मैं उसके बगल में लेटा हुआ उसके जिस्म से अपने जिस्म को लगभग चिपकाए हुए लेटा था. उसकी बातें तो मुझे समझ ही नहीं आ रही थीं, लेकिन उसके जिस्म से आती हुई खुशबू मुझे बड़ी लज्जत दे रही थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.