13-09-2021, 01:17 AM
"हेल्लो!"
ये हमारे पड़ोसी advocate राजेश जी थे। वो एक सज्जन व्यक्ति थे जिनकी उम्र लगभग 48 वर्ष होगी। वो पेशे से एक वकील थे। लगभग 5'-8 " का कद और एक गठा हुआ शरीर। जिम वाला नहीं लेकिन निश्चित रूप से अपनी उम्र के हिसाब से वो काफी फिट थे।
वह मिलनसार स्वभाव के थे और अक्सर हमसे बातें करने आ जाते थे। उनकी पत्नी दिव्या बैंगलोर में अपनी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बेटी के साथ रहती है और वह 3 साल से अधिक समय से यहाँ अकेले रह रहे थे। उनकी बेटी साल में एक बार दफ्तर से छुट्टी लेकर अपनी माँ के साथ उनसे मिलने आती थी और बीच बीच में राजेश भी उनसे मिल आते थे लेकिन ज्यादातर वह बगल के घर में अकेले रहते थे।
मैंने उनसे एक बार पूछा की वो भी बंगलौर क्यों नहीं शिफ्ट हो जाते तो उन्होंने कहा की काम धंधा तो यहाँ है तो वहां क्या करेंगे और एक दो सालों में बेटी की शादी हो जाएगी तो दिव्या भी वापस आ जाएगी। हालाँकि वो बहुत कम ही ऑफिस या कोर्ट जाते थे और मैंने उनको ज्यादातर घर पर ही देखा था। उन्होंने कोई नौकर भी नहीं रखा था और अपने सारे काम वो खुद ही करते थे।
ये हमारे पड़ोसी advocate राजेश जी थे। वो एक सज्जन व्यक्ति थे जिनकी उम्र लगभग 48 वर्ष होगी। वो पेशे से एक वकील थे। लगभग 5'-8 " का कद और एक गठा हुआ शरीर। जिम वाला नहीं लेकिन निश्चित रूप से अपनी उम्र के हिसाब से वो काफी फिट थे।
वह मिलनसार स्वभाव के थे और अक्सर हमसे बातें करने आ जाते थे। उनकी पत्नी दिव्या बैंगलोर में अपनी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बेटी के साथ रहती है और वह 3 साल से अधिक समय से यहाँ अकेले रह रहे थे। उनकी बेटी साल में एक बार दफ्तर से छुट्टी लेकर अपनी माँ के साथ उनसे मिलने आती थी और बीच बीच में राजेश भी उनसे मिल आते थे लेकिन ज्यादातर वह बगल के घर में अकेले रहते थे।
मैंने उनसे एक बार पूछा की वो भी बंगलौर क्यों नहीं शिफ्ट हो जाते तो उन्होंने कहा की काम धंधा तो यहाँ है तो वहां क्या करेंगे और एक दो सालों में बेटी की शादी हो जाएगी तो दिव्या भी वापस आ जाएगी। हालाँकि वो बहुत कम ही ऑफिस या कोर्ट जाते थे और मैंने उनको ज्यादातर घर पर ही देखा था। उन्होंने कोई नौकर भी नहीं रखा था और अपने सारे काम वो खुद ही करते थे।