03-09-2021, 01:40 PM
(09-04-2021, 04:51 PM)neerathemall Wrote:
अब ये सुनकर में और गर्म हो गया और जोर-जोर से उसे चोदने लगा. अब पूरे रूम में सिर्फ़ आहा अहहह ह ह आआहहा हह की आवाज़ आ रही थी और ठप ठप्प की आवाज़ गूँज रही थी. अब दीदी ज़ोर-ज़ोर से साँसे लेने लगी थी और झड़ गई, अब में जोर-जोर से शॉर्ट मारता रहा. फिर 20 मिनट के बाद मैंने भी दीदी की चूत में अपना सारा माल छोड़ दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.