30-08-2021, 10:04 PM
चैप्टर -1, ठाकुर कि शादी, अपडेट 3
इसी वक़्त काली पहाड़ी से 2km दूर एक मंदिर स्थित था
जहाँ एक तांत्रिक साधना मे लीन था और उसके सामने हाथ जोड़े ठकुराइन रूपवटी बैठी थी
प्रतीक्षा कर रही थी कि कब तांत्रिक बाबा आंखे खोले,
तांत्रिक उलजुलूल
उम्र 50साल, काला कलूटा दुबला पतला
सम्भोग मे कोई दिलचस्पी नहीं सारा ध्यान अपनी तपस्या मे.
लंड तो 12इंच और 5 इंच मोटा है लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं
लंड किसी सांप कि तरह लटका रहता है. तांत्रिक हमेशा नंगा ही रहता है
रूपवाती बैठी बैठी तांत्रिक के आंख खोलने का इंतज़ार कर रही थी अचानक उसकी नजर तांत्रिक उलजुलूल के लंड मे पड़ती है
ठकुराइन दंग रह जाती है कि ऐसा भी हो सकता है किसी का
और अपनी आंखे बंद कर लेती है और अपने विचारों मे खो जाती है
हे भगवान ये कैसी नियति है तेरी नाम मेरा रूपवाती और रूप दिया ही नहीं? बद्दी काली कलूटी मोटी क्यों बनाया मुझे?
मेरा पति ज़ालिम ठाकुर जिसके पास 3इंच का लंड है कभी सुख ही नहीं दे पाया और एक ये तांत्रिक उलजुलूल है जिसके
पास इतना बड़ा लंड है लेकिन किसी काम का नहीं.
जिसको देना चाहिए उसको दिया नहीं और जिसको नहीं चाहिए उसको भर भर के दिया
हे भगवान.....!
शांत हो जाओ रूपवाती इसमें तुम्हारा दोष नहीं है नियति ने कुछ अच्छा ही लिखा है तुम्हारे लिए
रूपवाती आवाज़ सुन के चौक गई.
ये आवाज़ तांत्रिक उलजुलूल कि थी जो कि ध्यान से बाहर आ चुके थे और ठकुराइन कि मन कि बात पढ़ ली थि.
तांत्रिक :- रूपवाती ऐसा नहीं सोचते नियति ने सभी को सब सोच समझ के ही दिया है, तुम्हे सम्भोग सुख सुंदरता नहीं मिली इसका भी कोई कारण होगा?
रूपवती :- बाबा मै हिम्मत हार चुकी हूँ मेरे पति मे मुझे मेरी कुरूपता के चलते छोड़ दिया है और सुना है कि दूसरी शादी करने जा रहे है..
तांत्रिक :- चिंता मत करो बेटी ये शादी नियति का फल है.
परन्तु मेरे पास एक उपाय है जिस से तुम्हारी कया पलट हो जाएगी.
रूपवती ख़ुश हो गई "वाह ऐसा हो सकता है बाबा "
तांत्रिक :- क्यों नहीं हो सकता?बस थोड़ा मुश्किल है
रूपवती :- आप उपाय बताइये बाबा मै कुछ भी करने को तैयार हूँ?
तांत्रिक :- ऐसा है तो तुम्हे एक इच्छाधारी नाग ढूंढ़ना होगा और उसके साथ सहवास करना होगा
जब नाग तुम्हारी योनि मे स्खालित होगा तब उसकी समय तुम्हारी काया पलट हो जाएगी.
तुम अति सुन्दर गोरी हो जाओगी.
रूपवती :- लेकिन ऐसे कैसे होगा बाबा?
तांत्रिक :- उसके लिए तुम्हे मेरा आशीर्वाद लेना होगा, पूर्ण नंग अवस्था मे.
रूपवती समझ नहीं पाई कैसा आशीर्वाद?
तांत्रिक :- तुम्हे मेरा वीर्य पीना होगा? लेकिन तुम मेरे लिंग को हाथ नहीं लगा सकती
मेरे वीर्य मे है मेरी शक्ति है मेरा आशीर्वाद है
दूसरी तरफ काली पहाड़ी मे बने रंगा बिल्ला के अड्डे पे
रुखसाना का ब्लाउज उतर चूका था
दो गोलाकार मोटे मोटे सुडोल स्तन चिमनी कि रौशनी मे चमक रहे थे
रुखसाना बिल्ला का लंड पकडे चूस रही थी और किसी कुतिया कि तरह रंगा के सामने अपनी गांड हिला रही थी
अब रंगा का सब्र जवाब दे जाता है वो तुरंत उठता है और एक जोरदार झापड़ रुखसाना कि गांड पे जड़ देता है
रंगा :- छिनाल साली गांड हिलती है, मुझे उकसाती है बहुत भारी पड़ेगा और एक चाटटाक थप्पड़ दूसरी गांड पे जड़ देता है
रुखसाना दर्द से बिलबिला उठती है लेकिन मुँह मे बिल्ला का लंड गले तक फसे होने के कारण आवाज़ नहीं निकल पाती
उतने मे रंगा रुखसाना का लहंगा पकड़ के खींच देता है
वाह क्या गांड है गोरी गोरी गांड पे थपड के दो लाल निशान
रंगा बिल्ला गांड देख के पागल हो जाते है और अपना एक एक हाथ गांड पे रख के सहलाने लगते है
वासना अपनी चरम सीमा पे थी इस कमरे मे.
उधार 2km दूर मंदिर मे रूपवती हैरान परेशान थी कि आशीर्वाद कैसे ले
ऐसा उसने कभी किया ही नहीं था हालांकि रूपवती सम्भोग कि भूखी थी परन्तु बिना हाथ लगाए वो वीर्य कैसे पीयेगी?
वो भी तांत्रिक जिसे काम वासना मे कोई दिलचस्पी ही नहीं है.
क्या करेगी नियति अब?
रूपवती आशीर्वाद स्वरुप वीर्य पी पायेगी?
रूखसाना के साथ आज विचित्र सम्भोग होने वाला था
ये इच्छाधारी नांग कौन है?
क्या ठाकुर शादी कर पाएंगे?
बने रहिये अपने दोस्त andy pndy के साथ इस रोमांचक सफर पे.
इसी वक़्त काली पहाड़ी से 2km दूर एक मंदिर स्थित था
जहाँ एक तांत्रिक साधना मे लीन था और उसके सामने हाथ जोड़े ठकुराइन रूपवटी बैठी थी
प्रतीक्षा कर रही थी कि कब तांत्रिक बाबा आंखे खोले,
तांत्रिक उलजुलूल
उम्र 50साल, काला कलूटा दुबला पतला
सम्भोग मे कोई दिलचस्पी नहीं सारा ध्यान अपनी तपस्या मे.
लंड तो 12इंच और 5 इंच मोटा है लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं
लंड किसी सांप कि तरह लटका रहता है. तांत्रिक हमेशा नंगा ही रहता है
रूपवाती बैठी बैठी तांत्रिक के आंख खोलने का इंतज़ार कर रही थी अचानक उसकी नजर तांत्रिक उलजुलूल के लंड मे पड़ती है
ठकुराइन दंग रह जाती है कि ऐसा भी हो सकता है किसी का
और अपनी आंखे बंद कर लेती है और अपने विचारों मे खो जाती है
हे भगवान ये कैसी नियति है तेरी नाम मेरा रूपवाती और रूप दिया ही नहीं? बद्दी काली कलूटी मोटी क्यों बनाया मुझे?
मेरा पति ज़ालिम ठाकुर जिसके पास 3इंच का लंड है कभी सुख ही नहीं दे पाया और एक ये तांत्रिक उलजुलूल है जिसके
पास इतना बड़ा लंड है लेकिन किसी काम का नहीं.
जिसको देना चाहिए उसको दिया नहीं और जिसको नहीं चाहिए उसको भर भर के दिया
हे भगवान.....!
शांत हो जाओ रूपवाती इसमें तुम्हारा दोष नहीं है नियति ने कुछ अच्छा ही लिखा है तुम्हारे लिए
रूपवाती आवाज़ सुन के चौक गई.
ये आवाज़ तांत्रिक उलजुलूल कि थी जो कि ध्यान से बाहर आ चुके थे और ठकुराइन कि मन कि बात पढ़ ली थि.
तांत्रिक :- रूपवाती ऐसा नहीं सोचते नियति ने सभी को सब सोच समझ के ही दिया है, तुम्हे सम्भोग सुख सुंदरता नहीं मिली इसका भी कोई कारण होगा?
रूपवती :- बाबा मै हिम्मत हार चुकी हूँ मेरे पति मे मुझे मेरी कुरूपता के चलते छोड़ दिया है और सुना है कि दूसरी शादी करने जा रहे है..
तांत्रिक :- चिंता मत करो बेटी ये शादी नियति का फल है.
परन्तु मेरे पास एक उपाय है जिस से तुम्हारी कया पलट हो जाएगी.
रूपवती ख़ुश हो गई "वाह ऐसा हो सकता है बाबा "
तांत्रिक :- क्यों नहीं हो सकता?बस थोड़ा मुश्किल है
रूपवती :- आप उपाय बताइये बाबा मै कुछ भी करने को तैयार हूँ?
तांत्रिक :- ऐसा है तो तुम्हे एक इच्छाधारी नाग ढूंढ़ना होगा और उसके साथ सहवास करना होगा
जब नाग तुम्हारी योनि मे स्खालित होगा तब उसकी समय तुम्हारी काया पलट हो जाएगी.
तुम अति सुन्दर गोरी हो जाओगी.
रूपवती :- लेकिन ऐसे कैसे होगा बाबा?
तांत्रिक :- उसके लिए तुम्हे मेरा आशीर्वाद लेना होगा, पूर्ण नंग अवस्था मे.
रूपवती समझ नहीं पाई कैसा आशीर्वाद?
तांत्रिक :- तुम्हे मेरा वीर्य पीना होगा? लेकिन तुम मेरे लिंग को हाथ नहीं लगा सकती
मेरे वीर्य मे है मेरी शक्ति है मेरा आशीर्वाद है
दूसरी तरफ काली पहाड़ी मे बने रंगा बिल्ला के अड्डे पे
रुखसाना का ब्लाउज उतर चूका था
दो गोलाकार मोटे मोटे सुडोल स्तन चिमनी कि रौशनी मे चमक रहे थे
रुखसाना बिल्ला का लंड पकडे चूस रही थी और किसी कुतिया कि तरह रंगा के सामने अपनी गांड हिला रही थी
अब रंगा का सब्र जवाब दे जाता है वो तुरंत उठता है और एक जोरदार झापड़ रुखसाना कि गांड पे जड़ देता है
रंगा :- छिनाल साली गांड हिलती है, मुझे उकसाती है बहुत भारी पड़ेगा और एक चाटटाक थप्पड़ दूसरी गांड पे जड़ देता है
रुखसाना दर्द से बिलबिला उठती है लेकिन मुँह मे बिल्ला का लंड गले तक फसे होने के कारण आवाज़ नहीं निकल पाती
उतने मे रंगा रुखसाना का लहंगा पकड़ के खींच देता है
वाह क्या गांड है गोरी गोरी गांड पे थपड के दो लाल निशान
रंगा बिल्ला गांड देख के पागल हो जाते है और अपना एक एक हाथ गांड पे रख के सहलाने लगते है
वासना अपनी चरम सीमा पे थी इस कमरे मे.
उधार 2km दूर मंदिर मे रूपवती हैरान परेशान थी कि आशीर्वाद कैसे ले
ऐसा उसने कभी किया ही नहीं था हालांकि रूपवती सम्भोग कि भूखी थी परन्तु बिना हाथ लगाए वो वीर्य कैसे पीयेगी?
वो भी तांत्रिक जिसे काम वासना मे कोई दिलचस्पी ही नहीं है.
क्या करेगी नियति अब?
रूपवती आशीर्वाद स्वरुप वीर्य पी पायेगी?
रूखसाना के साथ आज विचित्र सम्भोग होने वाला था
ये इच्छाधारी नांग कौन है?
क्या ठाकुर शादी कर पाएंगे?
बने रहिये अपने दोस्त andy pndy के साथ इस रोमांचक सफर पे.