19-04-2019, 03:43 PM
(This post was last modified: 19-04-2019, 03:44 PM by CuteTanu. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मैं अपनी सुधबुध खो चुकी थी.
रियाने मुझे आगे बढ़ने को कहा , लेकिन मैं सुन न सकी ,
मेरा ध्यान उस मनमोहिनी महक में उलझा था.
रिया बोली " क्या मेरी रानी को ये बहोत पसंद आयी?"
मैंने हामी भर दी ... और फिर दूसरी बगल को सूंघने लगी.
न जाने क्या ख़ास बात थी उस महक में .......
मन ही नहीं भर रहा था ......ऐसा लग रहा था की बस उसको अपने आप में समाती जाऊ...... दोस्तों उस वक्त मैं जानती नहीं थी
की इस जादुई महक का मेरी जिंदगीसे कितना करीबी रिश्ता होने वाला है ......
इस महक की जादू मेरे जीवन में क्या..क्या करिश्मे करने वाली है.
मैं पागलो की तरह रिया की बगलों को सूंघती... चाटती चली जा रही थी ......
रिया ने बड़ी मुश्किल से मुझे रोका और मेरा सर अपने छाती पर दबाया .....
अगले कुछ मिनिटो तक मैं उसकी उरोजो में खो गई ....
हाय .... उसकी वो बड़ी बड़ी छतिया ...... और उसके वो फुले हूए निप्पल ......
मेरे मुह में पानी आ गया ....... मैं पागलो की तरह उनको चूमने और चाटने लगी ....
बिच बिच में मैं उसे हलकासा काट भी लेती थी .....
रिया पागलो की तरह सिसकने लगी ........
थोड़ी देर बाद उसने मुझे निचे बढ़ने को बोला
अब मैं उसकी नाभि को चूमने लगी ....
थोड़ी देर उसकी नाभि को चूमने के बाद मैं थोड़ी निचे सरकी .......
मैंने देखा रिया की पैंटी ...... जैसे भीग गयी थी ....
एक मनमोहक खुशबू सी आ रही थी .......
मैंने उसको नीची की और खीचना शुरू किया ......
कड़ी मेहनत से मैंने उसकी पैंटी को अलग किया .......
हाय....... क्या मनोरम दृश्य था ...... रिया की ...... बिलकुल सफाचट .......
डबल रोटी की तरह फूली हूई सावली योनी से नजर नहीं हट रही थी .
रियाने मेरा हाथ पकड़कर उसे उसकी योनी पर रख दिया. उसकी योनी को छूते ही ....
रिया सिस्कार उठी ....." स्स स्स स्स ......स्स स्स स्स .......हाय .....
मैंने जींस को बाजुमे उछल दिया और सामने देखा ......
रियाने अब मुझे रुकने को बोला
रियाने मुझे आगे बढ़ने को कहा , लेकिन मैं सुन न सकी ,
मेरा ध्यान उस मनमोहिनी महक में उलझा था.
रिया बोली " क्या मेरी रानी को ये बहोत पसंद आयी?"
मैंने हामी भर दी ... और फिर दूसरी बगल को सूंघने लगी.
न जाने क्या ख़ास बात थी उस महक में .......
मन ही नहीं भर रहा था ......ऐसा लग रहा था की बस उसको अपने आप में समाती जाऊ...... दोस्तों उस वक्त मैं जानती नहीं थी
की इस जादुई महक का मेरी जिंदगीसे कितना करीबी रिश्ता होने वाला है ......
इस महक की जादू मेरे जीवन में क्या..क्या करिश्मे करने वाली है.
मैं पागलो की तरह रिया की बगलों को सूंघती... चाटती चली जा रही थी ......
रिया ने बड़ी मुश्किल से मुझे रोका और मेरा सर अपने छाती पर दबाया .....
अगले कुछ मिनिटो तक मैं उसकी उरोजो में खो गई ....
हाय .... उसकी वो बड़ी बड़ी छतिया ...... और उसके वो फुले हूए निप्पल ......
मेरे मुह में पानी आ गया ....... मैं पागलो की तरह उनको चूमने और चाटने लगी ....
बिच बिच में मैं उसे हलकासा काट भी लेती थी .....
रिया पागलो की तरह सिसकने लगी ........
थोड़ी देर बाद उसने मुझे निचे बढ़ने को बोला
अब मैं उसकी नाभि को चूमने लगी ....
थोड़ी देर उसकी नाभि को चूमने के बाद मैं थोड़ी निचे सरकी .......
मैंने देखा रिया की पैंटी ...... जैसे भीग गयी थी ....
एक मनमोहक खुशबू सी आ रही थी .......
मैंने उसको नीची की और खीचना शुरू किया ......
कड़ी मेहनत से मैंने उसकी पैंटी को अलग किया .......
हाय....... क्या मनोरम दृश्य था ...... रिया की ...... बिलकुल सफाचट .......
डबल रोटी की तरह फूली हूई सावली योनी से नजर नहीं हट रही थी .
रियाने मेरा हाथ पकड़कर उसे उसकी योनी पर रख दिया. उसकी योनी को छूते ही ....
रिया सिस्कार उठी ....." स्स स्स स्स ......स्स स्स स्स .......हाय .....
मैंने जींस को बाजुमे उछल दिया और सामने देखा ......
रियाने अब मुझे रुकने को बोला