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महक का जादू(सौंदर्या दीदी)
#23
हाय क्या संतरे थे....... उसके निप्पल तो मनो काले जामुन लग रहे थे .....
मैं अपने आपको रोक ना पायी और अपने मुह में भर लिया ......
मैं अपने दातोसे निप्पल को चुभलाने लगी ......
दुसरे संतरे को अपने हाथोसे दबाने लगी ........
रियाने फिर मुझे रोका और बोली
"मेरी जान इनसे बाद में खेलना.... अभी तो निचे भी बाकी है "
मैं थोडा रुक गई ....
लेकिन एक पॉझ लेकर मैं फिरसे उसकी आज्ञा का पालन करने लगी ......
जैसे मैं पूरी तरहसे उसकी काबू में थी
रियाने नेचे बेहद टाइट जींस पहनी थी.
मैंने उसकी हूक को खोलने का प्रयास किया .......
अचानक मेरे दिल में एक ख्याल आया ........
मैं निचे झुकी और अपनी दातो से हूक खोलने लगी .....
इस प्रयास में मेरे होट कई बार उसकी नाभि से छुए......
रियाने अति उत्तेजना से अपनी आखे बंद की
और मेरा सर पकड़कर अपनी नाभि पर दबाया.
मेरी मेहनत आखिर रंग लाई.
और हूक खुल गयी मैंने उसकी जिप को भी खोला
और उसे बेड पर धकेल दिया ........
अब मैं उसकी जींस को निचे से पकड़कर खीचने लगी ......
थोड़ी ही देर में उसकी जींस मेरे हाथो में थी .......
रिया ने ब्रा से मिलती जुलती काले रंग की जालीदार पैंटी पहनी थी ......
उसकी वो बाल रहित चिकनी पिंडलिया और जांघे देख के तो मैं दंग रह गई.
[Image: 272415024daec29fbc64dc367d82e65768dc6342.gif]
मैं बोली "अभी तेरी पैंटी बाकि है....... "
रिया:" बाद में उतरना ....."
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RE: महक का जादू(सौंदर्या दीदी) - by CuteTanu - 19-04-2019, 03:42 PM



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