19-04-2019, 03:39 PM
मामीजी से परमिशन मिलते ही मैं खुशीसे झूम उठी .
मैंने फटाफट खाना ख़तम किया और ऊपर की तरफ भागी .....
मैंने घडी को देखा अभी आधा घंटा बाकी था.
सच में दोस्तों वो आधा घंटा मुझे बहोत ही ज्यादा लम्बा लगा.
रिया ९ बजने के पहले ही पहुच गयी.
मामी रिया को लेकर ऊपर आई और हमसे थोड़ी देर बाते करके निचे जाने लगी
जाते जाते मामी बोली " बेटा रातको चाय चाहिए क्या? "
मैं " नहीं मामी रात को चाय पिने से हमको एसिडिटी हो जाएँगी ......"
मामी ने "हम दोनो को गुड नाईट बोला और चली गई
मामी के जाते ही ..... मैं रिया से लिपट गयी और उसे किस करने लगी
लेकिन रियाने मुझे झटक दिया ........
मैं: "रिया अब सहा नहीं जाता ... प्लीज आजाओ ना मेरी जान"
रिया: "महक जल्दबाजी मत कर ..... मामी को निचे जाने दे ....
तेरी इस जल्दबाजी की वजह से अपनी पोल खुल जाएँगी."
मैं एकदम से जमीन पर आ गई.
मैं : "सॉरी यार रिया .... मेरे ध्यान में ही नहीं आया"
फिर मैंने नोट किया की रिया कुछ ज्यादा ही सजी सवरी थी.
उसका चेहरा चमक रहा था . शायद फेशियल कर के आई थी .
उसने अपने साथ बुक्स के आलावा एक छोटासा बैग भी लाया था.
मैंने पूछा
"क्यों री.... फेशियल किया है क्या?"
रिया: "हा रे मैं तो बहोत सी तय्यारी कर के आई हूँ "
मैं: " कैसी तय्यारी?"
रिया: "पहले वेक्सिन किया... फिर फेशियल और फिर स्पेशल बाथ लेके आई हूँ"
मेरे अब ध्यान में आया की रिया बहोत ज्यादा चिकनी लग रही थी.
मैं:" और इस बैग में क्या है?"
रिया एक रहस्यमई मुस्कान के साथ बोली
"इसमें मेरा नाईट ड्रेस, कल के लिए कपडे और कुछ ख़ास चीजे है "
मैं : " ख़ास चीजे?"
रिया: "सब बताउंगी रानी ...... थोडा सबर कर......."
मैं: " प्लीज़ यार रिया इतना मत तडपा..... बता न अब "
रिया हसते हूए दरवाजे की ओर बढ़ी
और दरवाजा बंद करके पलटी और अपनी बाहे पसार दी
मैं दौड़ के उसके पास पहुची और उसे जोरोसे भीच लिया ,
अब हम दोनों पागलो की तरह एक दुसरे को चूमने लगे.....
चुम्माचाटी के उस दौर के बाद रिया मुझे खीचते हूए बेड के पास ले आयी.
रिया: "महक रानी ... अब तो पूरी रात अपनी है...
लेकिन हमें सब कुछ इस तरह से करना है की किसी को जरा भी शक ना हो "
मैं:"मतलब?"
फिर रियाने मुझे समझाया की हमें बाकी लोगो के सामने नोर्मल बिहेव करना है.
किसी भी प्रकार की उत्तेजना का प्रदर्शन नहीं करना है.
और हम दोनों की बाते किसी से भी शेयर नहीं करना है.
अगर हम अपने अपने घर में कोई बहाना बताते है तो वो एक जैसा ही होना चाहिए ....
नहीं तो मैं कुछ और बताउंगी और तुम कुछ और ..... ऐसा नहीं चलेगा.
मैंने उसे बोला "मैं समझ गई ....... अब शुरू करे..."
रिया फिर से खिलखिलाते हूए हसी और बोली ....
" और ज्यादा जोरोसे बोलना भी नहीं ..... कमरे के बाहर आवाज ना जाने पाये "
मैंने मेरे दोनों हाथ जोड़ते हुए कहा " हा मेरी माँ ..... समझ गई "
रियाने मुझे आपने सिने से लगा लिया और बोलने लगी की वो बहोत खुश है .....
मेरे जैसी खूबसूरत पार्टनर पा कर... उसने मुझे पूछा
"महक रानी ... आज जो हमने किया ... क्या तुमने इसके पहले कभी नहीं किया था ?"
मैं: " नहीं तो "
रिया: " तो तुम्हे सेक्स के बारे में कुछ भी पता नहीं?"
मैं: " नहीं बिलकुल नहीं .... तो क्या आज हमने जो किया इसी को सेक्स कहते है ? "
मैंने फटाफट खाना ख़तम किया और ऊपर की तरफ भागी .....
मैंने घडी को देखा अभी आधा घंटा बाकी था.
सच में दोस्तों वो आधा घंटा मुझे बहोत ही ज्यादा लम्बा लगा.
रिया ९ बजने के पहले ही पहुच गयी.
मामी रिया को लेकर ऊपर आई और हमसे थोड़ी देर बाते करके निचे जाने लगी
जाते जाते मामी बोली " बेटा रातको चाय चाहिए क्या? "
मैं " नहीं मामी रात को चाय पिने से हमको एसिडिटी हो जाएँगी ......"
मामी ने "हम दोनो को गुड नाईट बोला और चली गई
मामी के जाते ही ..... मैं रिया से लिपट गयी और उसे किस करने लगी
लेकिन रियाने मुझे झटक दिया ........
मैं: "रिया अब सहा नहीं जाता ... प्लीज आजाओ ना मेरी जान"
रिया: "महक जल्दबाजी मत कर ..... मामी को निचे जाने दे ....
तेरी इस जल्दबाजी की वजह से अपनी पोल खुल जाएँगी."
मैं एकदम से जमीन पर आ गई.
मैं : "सॉरी यार रिया .... मेरे ध्यान में ही नहीं आया"
फिर मैंने नोट किया की रिया कुछ ज्यादा ही सजी सवरी थी.
उसका चेहरा चमक रहा था . शायद फेशियल कर के आई थी .
उसने अपने साथ बुक्स के आलावा एक छोटासा बैग भी लाया था.
मैंने पूछा
"क्यों री.... फेशियल किया है क्या?"
रिया: "हा रे मैं तो बहोत सी तय्यारी कर के आई हूँ "
मैं: " कैसी तय्यारी?"
रिया: "पहले वेक्सिन किया... फिर फेशियल और फिर स्पेशल बाथ लेके आई हूँ"
मेरे अब ध्यान में आया की रिया बहोत ज्यादा चिकनी लग रही थी.
मैं:" और इस बैग में क्या है?"
रिया एक रहस्यमई मुस्कान के साथ बोली
"इसमें मेरा नाईट ड्रेस, कल के लिए कपडे और कुछ ख़ास चीजे है "
मैं : " ख़ास चीजे?"
रिया: "सब बताउंगी रानी ...... थोडा सबर कर......."
मैं: " प्लीज़ यार रिया इतना मत तडपा..... बता न अब "
रिया हसते हूए दरवाजे की ओर बढ़ी
और दरवाजा बंद करके पलटी और अपनी बाहे पसार दी
मैं दौड़ के उसके पास पहुची और उसे जोरोसे भीच लिया ,
अब हम दोनों पागलो की तरह एक दुसरे को चूमने लगे.....
चुम्माचाटी के उस दौर के बाद रिया मुझे खीचते हूए बेड के पास ले आयी.
रिया: "महक रानी ... अब तो पूरी रात अपनी है...
लेकिन हमें सब कुछ इस तरह से करना है की किसी को जरा भी शक ना हो "
मैं:"मतलब?"
फिर रियाने मुझे समझाया की हमें बाकी लोगो के सामने नोर्मल बिहेव करना है.
किसी भी प्रकार की उत्तेजना का प्रदर्शन नहीं करना है.
और हम दोनों की बाते किसी से भी शेयर नहीं करना है.
अगर हम अपने अपने घर में कोई बहाना बताते है तो वो एक जैसा ही होना चाहिए ....
नहीं तो मैं कुछ और बताउंगी और तुम कुछ और ..... ऐसा नहीं चलेगा.
मैंने उसे बोला "मैं समझ गई ....... अब शुरू करे..."
रिया फिर से खिलखिलाते हूए हसी और बोली ....
" और ज्यादा जोरोसे बोलना भी नहीं ..... कमरे के बाहर आवाज ना जाने पाये "
मैंने मेरे दोनों हाथ जोड़ते हुए कहा " हा मेरी माँ ..... समझ गई "
रियाने मुझे आपने सिने से लगा लिया और बोलने लगी की वो बहोत खुश है .....
मेरे जैसी खूबसूरत पार्टनर पा कर... उसने मुझे पूछा
"महक रानी ... आज जो हमने किया ... क्या तुमने इसके पहले कभी नहीं किया था ?"
मैं: " नहीं तो "
रिया: " तो तुम्हे सेक्स के बारे में कुछ भी पता नहीं?"
मैं: " नहीं बिलकुल नहीं .... तो क्या आज हमने जो किया इसी को सेक्स कहते है ? "