19-08-2021, 06:46 AM
मलाई- एक रखैल-1
वक्त कितनी जल्दी बीतता है इसका पता ही नहीं चलता| आज करीब 2 साल हो गए कि हम कमला मौसी के यहां किराए पर रह रहे हैं| कोलकाता शहर से थोड़ी ही दूर खरदाह टाउन है वहां पर मैं और मेरे पति अनिमेष ने इनके मकान का ऊपरी मंजिल किराए पर लिया था|
शुरू में तो अनिमेष दलाल के साथ आकर कमला मौसी से बात करके गए थे कि उन्हें मकान किराए पर लेना है और जिस दिन वह मेरे साथ इस मकान पर शिफ्ट हुए उसी दिन न जाने क्यों कमला मौसी ने हम दोनों को एक साथ देखा और उसके बाद उनकी भौंए सिकुड़ गईं|
इसका कारण मुझे 2 महीनों के अंदर ही पता चल गया, और गौर करने वाली बात यह है कि यह बात मुझे खुद कमला मौसी ने ही बताई थी| क्योंकि इन 2 महीनों के अंदर ही मुझे उनसे खुल्ले मिलने और उनके काफी करीब आने का एक बहुत बढ़िया मौका मिल गया था|
अब यह संयोग की बात है, कि हमारे कमला मौसी के मकान में शिफ्ट होने के कुछ ही हफ्तों बाद कमला मौसी बाथरूम में फिसल कर गिर गई; उनके हाथ में काफी चोट आई थी| मकान के किराए के अलावा उनकी आमदनी का सबसे बड़ा जरिया था उनके स्वर्गीय पति की दुकान| यह यह दुकान वैसे तो सामग्री की दुकान थी जहां पर धूप अगरबत्ती मोमबत्ती बताशा आदि इत्यादि मिला ही करते थे और इसके साथ आमदनी बढ़ाने के लिए कमला मौसी आजकल थोड़ा बहुत स्टेशनरी का सामान जैसे कि बच्चों की कॉपी किताबें पेंसिल पेन वगैरह यह सब भी रखने लगती थी| उस दुकान को अकेला संभाला करती थी| लेकिन हाथ में चोट की वजह से अब उन्हें एक सहारे की जरूरत पड़ने लगी|
तो मैं ही उनके घर का सारा काम भी किया कर दिया करती थी जैसे कि घर का झाड़ू पोछा खाना बनाना वगैरा-वगैरा यहां तक कि उनके बालों को कंघी करके संवार देना- कंघा-चोटी-जुड़ा करना और उनका हाथ बँटाने के लिए मैं उनकी दुकान पर भी जाकर बैठने लगी|
शायद इसीलिए प्यार से उन्होंने मेरा नाम ‘माला’ से बदलकर मलाई रख दिया| क्योंकि उनका कहना था वह तो मैं हूं करीब 25 साल की लेकिन दिखती 20 की ही हूं.... और मैं बिल्कुल मलाई मक्खन जैसी हूं; इसलिए मेरा नाम ‘माला’ की जगह ‘मलाई’ होना चाहिए था|
और उन्हीं दिनों मुझे पता चला कि उनकी भौंए सिकुड़ने का करण बिल्कुल साफ था| अनिमेष हाइपरथाइरॉयडिज़्म का रोगी था| इसलिए वह बहुत ही दुबला-पतला और कमजोर किस्म का इंसान था और उसके मुकाबले कमला मौसी तो क्या, दुनिया की नजरों में मैं एक पूरी तरह से खिली हुई भरपूर जवानी में भरी हुई एक फूल जैसी थी| मेरे बाल काली रेशमी थाने और करीब-करीब कूल्हों के नीचे तक लंबे थे| मेरे स्तन तने – तने, कसे कसे से और बड़े हैं और उनका साइज करीब-करीब 34dd है कमर 32 और कूल्हे 36 के है|
शायद इसीलिए कमला मौसी के मन में यह ख्याल है होगा शायद मेरी शादी अनिमेष से गलती से हो गई है| मेरी शादी तो किसी तंदुरुस्त और मर्दानगी से भरे आदमी के साथ होना चाहिए था|
अब क्या किया जा सकता है हमारी शादी अरेंज मैरिज थी और अनिमेष को हाइपोथाइरॉएडिज्म की बीमारी शादी से कुछ महीनों बाद ही शुरू हुई है| तब तक हमारी शादी के 8 महीने बीत चुके थे....
कमला मौसी की उम्र करीब करीब 45 से 50 साल की रही होगी लेकिन उम्र के हिसाब से वह काफी जवान और खूबसूरत भी दिखते थी| उनके भी कमर तक। लंबे बाल थे उनका फिगर भी बहुत अच्छा था और और उनका स्तन युगल भगवान की दया से बिल्कुल भरा पूरा ही था...
शुरू शुरू में मेरे पति अनिमेष को मेरा कमला मौसी की दुकान पर बैठना बिल्कुल पसंद नहीं था|
लेकिन किसी तरह से मैंने उन्हें राजी करवाया| मैंने कहा कि तुम तो शाम को घर से काम के लिए निकल जाते हो उसके बाद सारी रात तुम्हारी नाइट शिफ्ट रहती है| सुबह जब तुम घर आते हो तो बिल्कुल थके मांदे से आते हो और फिर सो जाते हो तुम अगर घर ही रहोगे तो मैं अकेली घर में क्या करूंगी इससे अच्छा मैं उनकी दुकान पर जाकर बैठूं; उनका थोड़ा हाथ बंटा दूँ.... दोपहर को घर आकर मैं तुमको खाना परोस दूंगी और उसके बाद थोड़ा सा सोने के बाद जब तुम शाम को ऑफिस चले जाओगे; तब मैं भी कमला मौसी की दुकान पर चली जाऊंगी.... वहां ज्यादा देर तो नहीं रहना, सिर्फ रात के 8:00 या 8:30 तक या फिर कभी कबार अगर देर वह भी गई तो ज्यादा से ज्यादा 9:00 बजे रात को…
अनिमेष पेशे से एक कंप्यूटर इंजीनियर है और वह कोलकाता की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है लेकिन उसको काम का ज्यादा तजुर्बा नहीं था| अभी नई-नई नौकरी लगी थी| इसकी उनकी आमदनी भी उतनी ज्यादा नहीं थी... और काम के सिलसिले में पहले तो वह शुरू शुरू में सिर्फ 8 या 10 दिन के लिए हैदराबाद जाया करता था लेकिन अब ऑफिस के काम खत्म हो जैसे ज्यादा था इसलिए उसको आजकल करीब करीब 20 से 25 दिनों के लिए घर से बाहर रहना पड़ता है उनका कहना था की हैदराबाद जाने से उनको थोड़ी एक्स्ट्रा इनकम हो जाती है|
***
करीब करीब 2 साल होने को है जो मैं कमला मौसी की दुकान पर रोजाना बैठती हूं| लेकिन यहां कुछ ऐसी घटनाएं घटी जिसके बारे में मैंने अनिमेष आज तक नहीं बताया….
क्रमशः
वक्त कितनी जल्दी बीतता है इसका पता ही नहीं चलता| आज करीब 2 साल हो गए कि हम कमला मौसी के यहां किराए पर रह रहे हैं| कोलकाता शहर से थोड़ी ही दूर खरदाह टाउन है वहां पर मैं और मेरे पति अनिमेष ने इनके मकान का ऊपरी मंजिल किराए पर लिया था|
शुरू में तो अनिमेष दलाल के साथ आकर कमला मौसी से बात करके गए थे कि उन्हें मकान किराए पर लेना है और जिस दिन वह मेरे साथ इस मकान पर शिफ्ट हुए उसी दिन न जाने क्यों कमला मौसी ने हम दोनों को एक साथ देखा और उसके बाद उनकी भौंए सिकुड़ गईं|
इसका कारण मुझे 2 महीनों के अंदर ही पता चल गया, और गौर करने वाली बात यह है कि यह बात मुझे खुद कमला मौसी ने ही बताई थी| क्योंकि इन 2 महीनों के अंदर ही मुझे उनसे खुल्ले मिलने और उनके काफी करीब आने का एक बहुत बढ़िया मौका मिल गया था|
अब यह संयोग की बात है, कि हमारे कमला मौसी के मकान में शिफ्ट होने के कुछ ही हफ्तों बाद कमला मौसी बाथरूम में फिसल कर गिर गई; उनके हाथ में काफी चोट आई थी| मकान के किराए के अलावा उनकी आमदनी का सबसे बड़ा जरिया था उनके स्वर्गीय पति की दुकान| यह यह दुकान वैसे तो सामग्री की दुकान थी जहां पर धूप अगरबत्ती मोमबत्ती बताशा आदि इत्यादि मिला ही करते थे और इसके साथ आमदनी बढ़ाने के लिए कमला मौसी आजकल थोड़ा बहुत स्टेशनरी का सामान जैसे कि बच्चों की कॉपी किताबें पेंसिल पेन वगैरह यह सब भी रखने लगती थी| उस दुकान को अकेला संभाला करती थी| लेकिन हाथ में चोट की वजह से अब उन्हें एक सहारे की जरूरत पड़ने लगी|
तो मैं ही उनके घर का सारा काम भी किया कर दिया करती थी जैसे कि घर का झाड़ू पोछा खाना बनाना वगैरा-वगैरा यहां तक कि उनके बालों को कंघी करके संवार देना- कंघा-चोटी-जुड़ा करना और उनका हाथ बँटाने के लिए मैं उनकी दुकान पर भी जाकर बैठने लगी|
शायद इसीलिए प्यार से उन्होंने मेरा नाम ‘माला’ से बदलकर मलाई रख दिया| क्योंकि उनका कहना था वह तो मैं हूं करीब 25 साल की लेकिन दिखती 20 की ही हूं.... और मैं बिल्कुल मलाई मक्खन जैसी हूं; इसलिए मेरा नाम ‘माला’ की जगह ‘मलाई’ होना चाहिए था|
और उन्हीं दिनों मुझे पता चला कि उनकी भौंए सिकुड़ने का करण बिल्कुल साफ था| अनिमेष हाइपरथाइरॉयडिज़्म का रोगी था| इसलिए वह बहुत ही दुबला-पतला और कमजोर किस्म का इंसान था और उसके मुकाबले कमला मौसी तो क्या, दुनिया की नजरों में मैं एक पूरी तरह से खिली हुई भरपूर जवानी में भरी हुई एक फूल जैसी थी| मेरे बाल काली रेशमी थाने और करीब-करीब कूल्हों के नीचे तक लंबे थे| मेरे स्तन तने – तने, कसे कसे से और बड़े हैं और उनका साइज करीब-करीब 34dd है कमर 32 और कूल्हे 36 के है|
शायद इसीलिए कमला मौसी के मन में यह ख्याल है होगा शायद मेरी शादी अनिमेष से गलती से हो गई है| मेरी शादी तो किसी तंदुरुस्त और मर्दानगी से भरे आदमी के साथ होना चाहिए था|
अब क्या किया जा सकता है हमारी शादी अरेंज मैरिज थी और अनिमेष को हाइपोथाइरॉएडिज्म की बीमारी शादी से कुछ महीनों बाद ही शुरू हुई है| तब तक हमारी शादी के 8 महीने बीत चुके थे....
कमला मौसी की उम्र करीब करीब 45 से 50 साल की रही होगी लेकिन उम्र के हिसाब से वह काफी जवान और खूबसूरत भी दिखते थी| उनके भी कमर तक। लंबे बाल थे उनका फिगर भी बहुत अच्छा था और और उनका स्तन युगल भगवान की दया से बिल्कुल भरा पूरा ही था...
शुरू शुरू में मेरे पति अनिमेष को मेरा कमला मौसी की दुकान पर बैठना बिल्कुल पसंद नहीं था|
लेकिन किसी तरह से मैंने उन्हें राजी करवाया| मैंने कहा कि तुम तो शाम को घर से काम के लिए निकल जाते हो उसके बाद सारी रात तुम्हारी नाइट शिफ्ट रहती है| सुबह जब तुम घर आते हो तो बिल्कुल थके मांदे से आते हो और फिर सो जाते हो तुम अगर घर ही रहोगे तो मैं अकेली घर में क्या करूंगी इससे अच्छा मैं उनकी दुकान पर जाकर बैठूं; उनका थोड़ा हाथ बंटा दूँ.... दोपहर को घर आकर मैं तुमको खाना परोस दूंगी और उसके बाद थोड़ा सा सोने के बाद जब तुम शाम को ऑफिस चले जाओगे; तब मैं भी कमला मौसी की दुकान पर चली जाऊंगी.... वहां ज्यादा देर तो नहीं रहना, सिर्फ रात के 8:00 या 8:30 तक या फिर कभी कबार अगर देर वह भी गई तो ज्यादा से ज्यादा 9:00 बजे रात को…
अनिमेष पेशे से एक कंप्यूटर इंजीनियर है और वह कोलकाता की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है लेकिन उसको काम का ज्यादा तजुर्बा नहीं था| अभी नई-नई नौकरी लगी थी| इसकी उनकी आमदनी भी उतनी ज्यादा नहीं थी... और काम के सिलसिले में पहले तो वह शुरू शुरू में सिर्फ 8 या 10 दिन के लिए हैदराबाद जाया करता था लेकिन अब ऑफिस के काम खत्म हो जैसे ज्यादा था इसलिए उसको आजकल करीब करीब 20 से 25 दिनों के लिए घर से बाहर रहना पड़ता है उनका कहना था की हैदराबाद जाने से उनको थोड़ी एक्स्ट्रा इनकम हो जाती है|
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करीब करीब 2 साल होने को है जो मैं कमला मौसी की दुकान पर रोजाना बैठती हूं| लेकिन यहां कुछ ऐसी घटनाएं घटी जिसके बारे में मैंने अनिमेष आज तक नहीं बताया….
क्रमशः
*Stories-Index* New Story: উওমণ্ডলীর লৌন্ডিয়া