03-08-2021, 09:51 PM
मैं- बस स्स्स्स्स्स्स? वो तो मैंने कितनी बार देखा है… वो तो जब भी आते हैं…मेरे सामने ही सलोनी के गालों को चूमते हैं… ये तो अलग बात हुई ना…
नलिनी भाभी- अरे वैसे नहीं पागल… एक बार जब मैं गैलरी में थी तो तुम्हारे अंकल सलोनी के पास ही गए थे… मैंने वैसे ही रसोई में झांक लिया तो तुम्हारे अंकल सलोनी को चिपकाये उसके होंठों को चूस रहे थे…
।मैं- बस इतना ही ना…
नलिनी भाभी- और उनके हाथ सलोनी के नंगे चूतड़ों पर थे…जिनको वो मसल रहे थे… तुमको तो पता ही है कि वो कितनी छोटी गाउन पहनती है और कच्छी पहनती नहीं है… या हो सकता है कि इन्होंने उतार दी हो…
मैं- तो फिर तो आगे भी कुछ किया होगा उन्होंने…
नलिनी भाभी- मुझे भी यही लगा था… पर फिर कुछ देर बाद ही ये वापस आ गए थे…
मैं- और क्या क्या देखा आपने??
नलिनी भाभी- बस ऐसा ही कुछ और भी देखा था… फिर बाद में बता दूंगी…
उन्होंने अपनी पजामी सीधी कर पहनते हुए कहा…
मुझे भी अब सलोनी को देखने की इच्छा होने लगी थी…
मैंने मोबाइल निकाल समय देखा… करीब आधा घंटा मुझे घर से निकले हो गया था… मधु भी वहाँ थी तो अरविन्द अंकल सलोनी से ज्यादा मजा तो नहीं ले पाये होंगे… और मैंने तो यहाँ पूरा काम ही कर दिया था…
पर कहीं ना कहीं दिल सलोनी के बारे में जानने को कर रहा था…
तभी नलिनी भाभी ने मेरे लण्ड को भी कपड़े से साफ़ किया… फिर उसको चूमकर मेरी पैंट में कर दिया…
मैंने उनको चूमा और वहाँ से निकल आया…
मैंने अपने फ्लैट की ओर देखा… दरवाजा बंद था…
नलिनी भाभी- अरे वैसे नहीं पागल… एक बार जब मैं गैलरी में थी तो तुम्हारे अंकल सलोनी के पास ही गए थे… मैंने वैसे ही रसोई में झांक लिया तो तुम्हारे अंकल सलोनी को चिपकाये उसके होंठों को चूस रहे थे…
।मैं- बस इतना ही ना…
नलिनी भाभी- और उनके हाथ सलोनी के नंगे चूतड़ों पर थे…जिनको वो मसल रहे थे… तुमको तो पता ही है कि वो कितनी छोटी गाउन पहनती है और कच्छी पहनती नहीं है… या हो सकता है कि इन्होंने उतार दी हो…
मैं- तो फिर तो आगे भी कुछ किया होगा उन्होंने…
नलिनी भाभी- मुझे भी यही लगा था… पर फिर कुछ देर बाद ही ये वापस आ गए थे…
मैं- और क्या क्या देखा आपने??
नलिनी भाभी- बस ऐसा ही कुछ और भी देखा था… फिर बाद में बता दूंगी…
उन्होंने अपनी पजामी सीधी कर पहनते हुए कहा…
मुझे भी अब सलोनी को देखने की इच्छा होने लगी थी…
मैंने मोबाइल निकाल समय देखा… करीब आधा घंटा मुझे घर से निकले हो गया था… मधु भी वहाँ थी तो अरविन्द अंकल सलोनी से ज्यादा मजा तो नहीं ले पाये होंगे… और मैंने तो यहाँ पूरा काम ही कर दिया था…
पर कहीं ना कहीं दिल सलोनी के बारे में जानने को कर रहा था…
तभी नलिनी भाभी ने मेरे लण्ड को भी कपड़े से साफ़ किया… फिर उसको चूमकर मेरी पैंट में कर दिया…
मैंने उनको चूमा और वहाँ से निकल आया…
मैंने अपने फ्लैट की ओर देखा… दरवाजा बंद था…