Thread Rating:
  • 4 Vote(s) - 2 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
मेरी सलोनी बीवी....1
#14
मैं बंद अधखुली आँखों से सलोनी को देखते हुए अपनी रणनीति के बारे में सोच रहा था… कि मस्ती भी रहे और इज्जत भी बनी रहे…
सलोनी मेरे से खुल भी जाए… वो मेरे सामने मस्ती भी करे परन्तु उसको ऐसा भी ना लगे कि मैं खुद चाहता हूँ कि वो गैर मर्दों से चुदवाये…

पता नहीं मेरे ये कैसे विचार थे कि मेरा दिल मेरी प्यारी बीवी को दूसरे मर्दों की बाँहों में देखना भी चाहता था… उसको सब कुछ करते देखना चाहता था…
पर ना जाने क्यों एक गहराई में एक जलन भी हो रही थी… कि नहीं मेरी बीवी की नाजुक चूत और गांड पर सिर्फ मेरा हक़ है…इस पर मैं कोई और लण्ड सहन नहीं कर सकता…
लेकिन इन्सान की इच्छा का कोई अंत नहीं होता और वो उसको पूरी करने के लिए हर हद से गुजर जाता है…

सलोनी को भी दूसरी डिशेस अच्छी लगने लगी थीं.. उसने भी दूसरे लण्डों का स्वाद ले लिया था…
वो तो अब सुधर ही नहीं सकती थी…अब तो बस इस सबसे एक तालमेल बनाना था…

ट्रिनन्न… ट्रीन्न्न…
तभी घण्टी बजने की आवाज आई…

सलोनी बाथरूम में थी वो फ्रेश होने गई थी, मैं उठने ही जा रहा था कि फ्लश की आवाज आई…
मतलब सलोनी ने भी घण्टी की आवाज सुन ली थी…
मैंने सोचा ना जाने कौन होगा?

सलोनी वैसे ही नंगी बाथरूम से बाहर आई… मैं फिर से सोने का बहाना कर लेट गया… और सोचने लगा- ..क्या सलोनी ऐसे ही या कैसे दरवाजा खोलेगी… और इस समय कौन होगा?
इतने समय में मैंने कभी घर के किसी कार्य से कोई मतलब नहीं रखा था… सलोनी ने सबकुछ बहुत अच्छी तरह से व्यवस्थित किया हुआ था…
सलोनी नंगी ही बाहर की तरफ बढ़ी…

मैं हैरान था कि क्या सलोनी नंगी जाकर ऐसे ही दरवाजा खोल देगी… और सुबह सुबह आने वाला है कौन?
कोई पुरुष या महिला… मैं इन सब से अनजान था…
मैं चुपके से उठकर बैडरूम से दरवाजे के पीछे से देखने लगा…

सलोनी अपना रात वाला गाउन उठा कर पहन रही थी… अरे भाई वो रात रसोई में ही रह गया था…
मगर गाउन तो उसका पूरा पारदर्शी ही था… और उसने नीचे ब्रा या कच्छी नहीं पहनी थी…
उसके सभी कोमल अंग बड़े सेक्सी अंदाज में अपनी उपस्थिति बता रहे थे…
मैं उसकी हर अदा और हर हरकत पर नजर रखे था…

उसने दरवाजा खोला… सामने एक लड़का था…
ओह… यह तो कॉलोनी की दूकान में ही काम करता है…
अंडे और ब्रेड लेकर आया था…
अभी तो उसकी दाढ़ी-मूंछ भी नहीं थी, अठारह से 3-4 कम ही होगा… मगर मैंने उस लड़के की आँखों में भी सलोनी को देखने की एक चमक देखी…

कोई और समय होता तो शायद मैं सलोनी को ऐसे कपड़ों में दरवाजा खोलने पर डांटता… पर अब स्थिति बदल गई थीं…
मैंने देखा सलोनी ने बाहर किसी से ‘…मॉर्निंग…’ भी कहा… कौन था, नहीं पता…
फिर वो अंदर आकर रसोई में चली गई…

मेरे कुछ आवाज करने से उसको पता लग गया कि मैं जाग गया हूँ…
मैंने देखा उसने सामान रसोई में रख कर मेरी लुंगी जो रसोई में ही थी… उठा अपने ऊपर कन्धों पर डाल ली…
इसका मतलब वो अब भी मेरे से घबरा रही थी.. कि कहीं मैं उसको ऐसे कपड़ों के लिए डाँटूगा… अब उसको क्या पता था कि मैं बहुत बदल गया हूँ…

मैंने सब विचारों का परित्याग कर केवल अब यह सोचा कि सलोनी को अपने लिए बहुत खोलूंगा.. उसको इस सब में अगर मजा आता है… तो मैं भी उसका साथ दूंगा…
पर शायद चुदाई जैसी बात तक नहीं बढ़ूँगा… वरना बात बिगड़ भी सकती है…
क्योंकि मेरे अनुसार फिर शायद सलोनी बहुत खुलकर सब कुछ करने लगेगी और उसको मेरी बिल्कुल परवाह नहीं रहेगी और हो सकता है फिर वो मेरी इज्जत भी ना करे…

तो यहाँ तक तो ठीक है… मगर उसको इस सबके लिए खोलने में भी समय तो लगेगा ही… और सब कुछ करने में सलोनी को तो बिल्कुल बुरा नहीं लगने वाला… यह पक्का था…
इसकी शुरुआत तो रात की चुदाई से हो ही गई थी… पर अब इतना करना था… कि सलोनी अपनी हर बात मुझसे करने लगे… वो अपनी हर सेक्सी बात मुझे बताने लगे… जिससे मेरे पीछे होने वाली घटनाएँ भी मैं जान सकूँ…

अब मैं यही सब करना चाहता था… मैं नंगा ही फ्रेश होकर रसोई में सलोनी की ओर बढ़ा…
मैंने रसोई में जाते ही सलोनी को पीछे से बाँहों में जकड़ लिया।
मैं सलोनी की गर्दन को चूमते हुए- ..क्या कर रही हो जान…?
मेरा लण्ड फिर खड़ा हो उसकी गांड में दस्तक देने लगा…

सलोनी- क्या बात है जानू, कल से कुछ ज्यादा ही रोमांटिक हो रहे हो… क्या बात है… आज तक तो कभी रसोई में भी नहीं आये और अब हर समय यहीं… जरूर कुछ तो बात है…
मैं- हाँ जान… मैंने अब अपने काम को बहुत हल्का कर लिया है… और अपनी जो सेक्ट्रेरी रखी थी ना.. नीलू… उसने बहुत काम संभाल लिया है…

सलोनी- ओह… तो यह बात है, लगता है उसने मेरे बुद्धू राजा को रोमांटिक भी बना दिया है…
उसने आँखे घूमाते हुए बोला- …केवल ऑफिस का काम ही ना… फिर लण्ड को पकड़ते हुए… कुछ और तो नहीं ना…??

अचानक मेरे दिमाग में विचार आया और बोला- …क्या यार सलोनी.. तुम भी ना… अब जब हर समय साथ है… तो सभी काम ही करेगी न
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मेरी सलोनी बीवी....1 - by Wilson - 03-08-2021, 12:20 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)