16-04-2019, 08:00 AM
(This post was last modified: 14-09-2019, 11:28 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
गुड मॉर्निंग
![[Image: morning-6.jpg]](https://i.ibb.co/9nzn2Hy/morning-6.jpg)
सुबह के पहले एक राउंड और उनका हुआ, मम्मी के साथ।
![[Image: erotic-couple-7838172.gif]](https://i.ibb.co/K7Lhsc6/erotic-couple-7838172.gif)
………………………………………………………………………………………
और जब सुबह की पहली किरण आ ही रही थी, मम्मी किर एक बार चेहरे पे बैठी, और वो जोर-जोर से मम्मी की ‘रसमलाई’ चूस रहे थे।
![[Image: face-sitting-gif-19780042.gif]](https://i.ibb.co/kqkxRRC/face-sitting-gif-19780042.gif)
जितना मजा मम्मी को आ रहा था, उससे ज्यादा उनको आ रहा था।
मैं अधखुली आूँखों से देख रही थी, मम्मी कसमसा रही थीं -
“छोडो न, बस आ रही हूूँ अभी…”
वो जिद कर रही थीं
लेकिन उनकी पकड़ से कौन छूट सकता है।
“क्यों…”
शरारत से जान के भी उन्होंने पूछा।
“आ रही है बड़ी जोर से…”
![[Image: pussy-lciking-face-sitting-tumblr-n8vdbi...r1-400.gif]](https://i.ibb.co/b3Kfcrb/pussy-lciking-face-sitting-tumblr-n8vdbif2d11th6erao2-r1-400.gif)
“आने दीजिये न…”
“हो जायगी, जाने दो ना…”
“हो जाने दीजिये न…”
नटखट अंदाज में वो बोले और उनकी जीभ की टिप ठीक उसी जगह,
![[Image: Pussy-licking-D-tumblr-npvx9nu5vo1ruz27bo2-250.gif]](https://i.ibb.co/3NXrYtM/Pussy-licking-D-tumblr-npvx9nu5vo1ruz27bo2-250.gif)
सुबह की सुनहली धूप छन-छन के पड़ रही थी, और मम्मी से नहीं रुका गया, एक फिर दो सुनहली बूँद
“अगर एक भी बूँद बाहर गयी न तो बहुत पीटूँगी …”
उन्होंने छेड़ा,
और फिर छल छल छल छल,… घल घल घल घल सुनहली शराब की धार
![[Image: Golden-shower-F-2-M-13908098.jpg]](https://i.ibb.co/gTK03mY/Golden-shower-F-2-M-13908098.jpg)
मैं कनखियों से देख रही थी और सोच रही थी , कल मम्मी ने अपने दामाद को जो बीयर पिलाई थी , उसमें भी तो आधे से ज्यादा ,
मम्मी की यही ' सुनहली शराब ' मिली थी , और आज फिर सुबह सुबह मम्मी ने अपने दामाद को ' गुड मॉर्निंग ' करा दिया।
लेकिन फिर मुझे याद आया मेरी होली की शुरुआत भी तो ,
मेरी सासू माँ ने बड़े से ग्लास में भरकर सुबह सुबह ,... और सिर्फ वही क्यों ,... मेरी सभी गाँव की रिश्तेकी सास ,
मेरी बड़ी ननद , यहां तक की जेठानी ने भी ,...
और मैंने भी तो अपनी कच्ची उम्र वाली सबसे छोटी ननद को दबोच कर , यही शरबत ,...
और गुटुर गुटुर वो सब गटक गयी थी।
और कुछ देर में वो दोनों लोग सो गए
एक दूसरे की बांहो में चिपके लपटे।
![[Image: sleep-5d8f20551aa1ef645db201b23b753b38.jpg]](https://i.ibb.co/7twLshq/sleep-5d8f20551aa1ef645db201b23b753b38.jpg)
मैं उठ के किचेन में चली गयी, काम धाम के लिए
अगला दिन शुरू हो गया था।
![[Image: morning-6.jpg]](https://i.ibb.co/9nzn2Hy/morning-6.jpg)
सुबह के पहले एक राउंड और उनका हुआ, मम्मी के साथ।
![[Image: erotic-couple-7838172.gif]](https://i.ibb.co/K7Lhsc6/erotic-couple-7838172.gif)
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और जब सुबह की पहली किरण आ ही रही थी, मम्मी किर एक बार चेहरे पे बैठी, और वो जोर-जोर से मम्मी की ‘रसमलाई’ चूस रहे थे।
![[Image: face-sitting-gif-19780042.gif]](https://i.ibb.co/kqkxRRC/face-sitting-gif-19780042.gif)
जितना मजा मम्मी को आ रहा था, उससे ज्यादा उनको आ रहा था।
मैं अधखुली आूँखों से देख रही थी, मम्मी कसमसा रही थीं -
“छोडो न, बस आ रही हूूँ अभी…”
वो जिद कर रही थीं
लेकिन उनकी पकड़ से कौन छूट सकता है।
“क्यों…”
शरारत से जान के भी उन्होंने पूछा।
“आ रही है बड़ी जोर से…”
![[Image: pussy-lciking-face-sitting-tumblr-n8vdbi...r1-400.gif]](https://i.ibb.co/b3Kfcrb/pussy-lciking-face-sitting-tumblr-n8vdbif2d11th6erao2-r1-400.gif)
“आने दीजिये न…”
“हो जायगी, जाने दो ना…”
“हो जाने दीजिये न…”
नटखट अंदाज में वो बोले और उनकी जीभ की टिप ठीक उसी जगह,
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सुबह की सुनहली धूप छन-छन के पड़ रही थी, और मम्मी से नहीं रुका गया, एक फिर दो सुनहली बूँद
“अगर एक भी बूँद बाहर गयी न तो बहुत पीटूँगी …”
उन्होंने छेड़ा,
और फिर छल छल छल छल,… घल घल घल घल सुनहली शराब की धार
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मैं कनखियों से देख रही थी और सोच रही थी , कल मम्मी ने अपने दामाद को जो बीयर पिलाई थी , उसमें भी तो आधे से ज्यादा ,
मम्मी की यही ' सुनहली शराब ' मिली थी , और आज फिर सुबह सुबह मम्मी ने अपने दामाद को ' गुड मॉर्निंग ' करा दिया।
लेकिन फिर मुझे याद आया मेरी होली की शुरुआत भी तो ,
मेरी सासू माँ ने बड़े से ग्लास में भरकर सुबह सुबह ,... और सिर्फ वही क्यों ,... मेरी सभी गाँव की रिश्तेकी सास ,
मेरी बड़ी ननद , यहां तक की जेठानी ने भी ,...
और मैंने भी तो अपनी कच्ची उम्र वाली सबसे छोटी ननद को दबोच कर , यही शरबत ,...
और गुटुर गुटुर वो सब गटक गयी थी।
और कुछ देर में वो दोनों लोग सो गए
एक दूसरे की बांहो में चिपके लपटे।
![[Image: sleep-5d8f20551aa1ef645db201b23b753b38.jpg]](https://i.ibb.co/7twLshq/sleep-5d8f20551aa1ef645db201b23b753b38.jpg)
मैं उठ के किचेन में चली गयी, काम धाम के लिए
अगला दिन शुरू हो गया था।