16-04-2019, 07:55 AM
(This post was last modified: 14-09-2019, 11:09 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
छुटकी
" मम्मी , छुटकी तो अभी छोटी है ,.. अभी तो वो ,... "
मैंने अपना ऑब्जेक्शन लगाया।
मेरी बात को एकदम इग्नोर करके मम्मी ने सीधे अपने दामाद से पूछा ,
" वो क्या नाम बता रहे थे उसका , हाँ जलज , .... जिसकी तूने पहली बार आम के बाग़ में ली थी , किस क्लास में पढ़ता था वो जब उसकी फटी थी ,... "
" मम्मी आठवें में ,... "
वो जोरदार धक्के मम्मी की गांड में लगाते बोले ,...
" उसके , जलज के अलावा,... भी कभी तुमने किसी आठवें क्लास वाले की ली थी ,... "
वो कस कस के मम्मी के उभार भी दबा रहे थे , धक्के भी लगा रहे थे , बिना रुके बोले ,...
" मम्मी कम से कम दर्जन भर आठ वाले ,... और दो चार की तो मुझसे पहले ही फट चुकी थी। "
मम्मी एक पल के लिए रुकीं , मेरी ओर मुड़ कर गंभीरता से देखा और सीरियस हो के मुझसे पूछा ,
" और ये तेरी बहन , छुटकी किस क्लास में पढ़ती है ,... "
मैं समझ गयी थी , फिर भी बोली ,
[
"मम्मी अभी कुछ दिन पहले ही वो नौंवे में गयी है ,... "
इसका मतलब फैसला हो चुका है अब बेचारी छुटकी की गांड की लिख दी गयी है।
आने के पहले ही मैंने सुना था जो ये ननदोई जी मेरे ममेरे भाई से कह रहे थे ,... छुटकी के बारे में ,...
एक तो इन्होने ननदोई जी से वायदा कर लिया था की छुटकीके पिछवाड़े की सील ननदोई जी ही खोलेंगे ,...
और लम्बाई में तो नहीं लेकिन मोटाई में ननदोई जी का इनसे भी २० था ,...
और दूसरे मेरे भाई से इन्होने साफ़ साफ़ बोल दिया था की तेरी वो छुटकी बहन आएगी कोरी लेकिन जब जायेगी तो उसकी गांड का छेद रंडी के भोंसडे से भी ज्यादाचौड़ा हो जाएगा , और उसके मुंह से गालियां झड़ेंगी।
इनके मन की बात हो गयी थी और इस ख़ुशी में अपनी सास की गांड मारते मारते एक झटके में तीन उँगलियाँ उन्होंने सास की बिल में ठेल दिया ,
साथ में अंगूठा मम्मी की क्लिट पर ,...
मम्मी झड़ने के कगार पर , लेकिन तभी इन्होने कुछ बोल दिया की मम्मी एकदम अलफ़ , इतना गुस्से में मैंने उन्हें कभी देखा नहीं था ,...
उन्होंने मम्मी से सिर्फ यह कह दिया था की हम लोग छुटकी को अपने साथ ले जायँ , अभी उसकी छुट्टी चल रही है , कुछ दिन बाद वापस आ जायेगी।
बस मम्मी एकदम आग बबूला , सब प्यार व्यार एक पल में ख़तम ,
गुस्से से उन्हें देखते बोलीं , ...
छुटकी कौन लगती है तुम्हारी ,...
मैं भी एकदम सकते में आ गयी , ... कुछ समझ में नहीं आ रही थी बात ,... और वो भी , एक पल के लिए सहम गए
मैं इनके पीछे खड़ी अपने जोबन से इनके पीठ पर , ... लेकिन मैं भी रुक गयी
फिर धीमे से बोले ,
" मम्मी , मेरी साली ,... "
मम्मी अभी भी उसी तरह गुस्से में ,... बोलीं ,...
" तो ,... स्साली है न तुम्हारी "
" हाँ ,... " हलके से वो बोले।
" तूने मेरी इस बेटी की ली थी , इसकी गांड मारी थी तो मुझसे पूछा था क्या ,... " मेरी ओर इशारा कर के , उन्होंने उसी मूड में पूछा।
न उनकी समझ में आ रहा था न मेरी , लेकिन मम्मी ने अचानक खिंच के अपनी ओर कर लिया और कस के अपने दामाद के होंठ चूमती बोलीं ,
" तू रंडी का जना एकदम बेवकूफ है , ... अरे साली है तेरी , तो मुझसे क्यों पूछता है , ले जाओ न जो करना हो करो। अगर आगे से समझ ले , भँड़वे के जानेपैदायशी गंडुवे तूने कभी भी मेरी किसी बेटी के लिए मुझसे पुछा , कुछ भी ,...
और सिर्फ मुझसे नहीं , मेरी इस बेटी से भी पूछने की भी कोई जरुरत नहीं है ,
न ही उस छुटकी से ,...
समझ गए ,... अगर गलती से भी तुमने पूछ लिया न ,...
मेरा हाथ देख रहे हो , चूड़ी और कंगन सहित तेरी गांड में , कोहनी तक पेल दूंगी ,
तेरी वो छिनार माँ खालीभरौटी , चमरौटी में चुदवाती रहती थी , कुछ सिखाया नहीं तुझे। अरे न ससुराल में कुछ पूछा जाता है , न ससुराल वालियों से ,
ले जाओ न ,... और एक तरह सेअच्छा भी है , यहाँ मंझली के हाईकॉलेज के इम्तहान है उसे ही तंग करेगी , वहां रहेगी तो कुछ उसका भी मन ,... "
मारे ख़ुशी के उन्होंने वो हचक हचक के अपनी सास की गांड मारनी शुरू की और साथ में तीन उँगलियों से सास की बुर भी वो चोद रहे थे हचाहच ,...
लेकिन झड़ने के पहले मम्मी ने एक बात और दामाद को बता दी ,
" सुन लो कच्ची कली , चीखेगी चिल्लायेगी ,... खासतौर पर पिछवाड़े डालोगे तो ,... लेकिन मेरी बात गाँठ बाँध लो , ".....
गलती से मेरे मुंह से निकल गया ,
" मुंह बंद करना चाहिए , चीख निकलने न पाए , "
एकदम नहीं ,.... मम्मी ने मेरी बात काट दी।
" चीखने चिल्लाने दो , टेसू बहाने दो , गाल पर नमकीन नमकीन आंसू बहे तो बहने दो ,... अरे बाद में यही तो याद रहताहै पहली बार कितना दर्द हुआ है कैसे कस के फटी थी , ... और यही कह के उसे चिढ़ा सकते हो ,.. और एक बात कभी एकबार में नहीं ,...कितना भी दर्द हो रहा हो ,... कम से कम एक बार और ,... फिर हरदम के लिए दर्द , धड़क निकल जायेगी। "
मम्मी ने बात पूरी की।
सास -दामाद के विचार एकदम मिलते थे।
और फिर जो मेरे साजन ने हचक के गांड मारी , मम्मी की बुर तीन तीन ऊँगली से चोद चोद कर ,...
कुछ देर में जब मम्मी झड़ी तो साथ में वो भी ,
और सब मलाई , कटोरी भर से भी ज्यादा और सब मम्मी की गांड में ,
और हम तीनों वैसे ही निढाल , उनका खूंटा मम्मी के पिछवाड़े ही धंसा पड़ा रहा ,...
और हम तीनों वैसे ही ,...
सुबह के पहले एक राउंड और उनका हुआ, मम्मी के साथ।
" मम्मी , छुटकी तो अभी छोटी है ,.. अभी तो वो ,... "
मैंने अपना ऑब्जेक्शन लगाया।
मेरी बात को एकदम इग्नोर करके मम्मी ने सीधे अपने दामाद से पूछा ,
" वो क्या नाम बता रहे थे उसका , हाँ जलज , .... जिसकी तूने पहली बार आम के बाग़ में ली थी , किस क्लास में पढ़ता था वो जब उसकी फटी थी ,... "
" मम्मी आठवें में ,... "
वो जोरदार धक्के मम्मी की गांड में लगाते बोले ,...
" उसके , जलज के अलावा,... भी कभी तुमने किसी आठवें क्लास वाले की ली थी ,... "
वो कस कस के मम्मी के उभार भी दबा रहे थे , धक्के भी लगा रहे थे , बिना रुके बोले ,...
" मम्मी कम से कम दर्जन भर आठ वाले ,... और दो चार की तो मुझसे पहले ही फट चुकी थी। "
मम्मी एक पल के लिए रुकीं , मेरी ओर मुड़ कर गंभीरता से देखा और सीरियस हो के मुझसे पूछा ,
" और ये तेरी बहन , छुटकी किस क्लास में पढ़ती है ,... "
मैं समझ गयी थी , फिर भी बोली ,
[
"मम्मी अभी कुछ दिन पहले ही वो नौंवे में गयी है ,... "
इसका मतलब फैसला हो चुका है अब बेचारी छुटकी की गांड की लिख दी गयी है।
आने के पहले ही मैंने सुना था जो ये ननदोई जी मेरे ममेरे भाई से कह रहे थे ,... छुटकी के बारे में ,...
एक तो इन्होने ननदोई जी से वायदा कर लिया था की छुटकीके पिछवाड़े की सील ननदोई जी ही खोलेंगे ,...
और लम्बाई में तो नहीं लेकिन मोटाई में ननदोई जी का इनसे भी २० था ,...
और दूसरे मेरे भाई से इन्होने साफ़ साफ़ बोल दिया था की तेरी वो छुटकी बहन आएगी कोरी लेकिन जब जायेगी तो उसकी गांड का छेद रंडी के भोंसडे से भी ज्यादाचौड़ा हो जाएगा , और उसके मुंह से गालियां झड़ेंगी।
इनके मन की बात हो गयी थी और इस ख़ुशी में अपनी सास की गांड मारते मारते एक झटके में तीन उँगलियाँ उन्होंने सास की बिल में ठेल दिया ,
साथ में अंगूठा मम्मी की क्लिट पर ,...
मम्मी झड़ने के कगार पर , लेकिन तभी इन्होने कुछ बोल दिया की मम्मी एकदम अलफ़ , इतना गुस्से में मैंने उन्हें कभी देखा नहीं था ,...
उन्होंने मम्मी से सिर्फ यह कह दिया था की हम लोग छुटकी को अपने साथ ले जायँ , अभी उसकी छुट्टी चल रही है , कुछ दिन बाद वापस आ जायेगी।
बस मम्मी एकदम आग बबूला , सब प्यार व्यार एक पल में ख़तम ,
गुस्से से उन्हें देखते बोलीं , ...
छुटकी कौन लगती है तुम्हारी ,...
मैं भी एकदम सकते में आ गयी , ... कुछ समझ में नहीं आ रही थी बात ,... और वो भी , एक पल के लिए सहम गए
मैं इनके पीछे खड़ी अपने जोबन से इनके पीठ पर , ... लेकिन मैं भी रुक गयी
फिर धीमे से बोले ,
" मम्मी , मेरी साली ,... "
मम्मी अभी भी उसी तरह गुस्से में ,... बोलीं ,...
" तो ,... स्साली है न तुम्हारी "
" हाँ ,... " हलके से वो बोले।
" तूने मेरी इस बेटी की ली थी , इसकी गांड मारी थी तो मुझसे पूछा था क्या ,... " मेरी ओर इशारा कर के , उन्होंने उसी मूड में पूछा।
न उनकी समझ में आ रहा था न मेरी , लेकिन मम्मी ने अचानक खिंच के अपनी ओर कर लिया और कस के अपने दामाद के होंठ चूमती बोलीं ,
" तू रंडी का जना एकदम बेवकूफ है , ... अरे साली है तेरी , तो मुझसे क्यों पूछता है , ले जाओ न जो करना हो करो। अगर आगे से समझ ले , भँड़वे के जानेपैदायशी गंडुवे तूने कभी भी मेरी किसी बेटी के लिए मुझसे पुछा , कुछ भी ,...
और सिर्फ मुझसे नहीं , मेरी इस बेटी से भी पूछने की भी कोई जरुरत नहीं है ,
न ही उस छुटकी से ,...
समझ गए ,... अगर गलती से भी तुमने पूछ लिया न ,...
मेरा हाथ देख रहे हो , चूड़ी और कंगन सहित तेरी गांड में , कोहनी तक पेल दूंगी ,
तेरी वो छिनार माँ खालीभरौटी , चमरौटी में चुदवाती रहती थी , कुछ सिखाया नहीं तुझे। अरे न ससुराल में कुछ पूछा जाता है , न ससुराल वालियों से ,
ले जाओ न ,... और एक तरह सेअच्छा भी है , यहाँ मंझली के हाईकॉलेज के इम्तहान है उसे ही तंग करेगी , वहां रहेगी तो कुछ उसका भी मन ,... "
मारे ख़ुशी के उन्होंने वो हचक हचक के अपनी सास की गांड मारनी शुरू की और साथ में तीन उँगलियों से सास की बुर भी वो चोद रहे थे हचाहच ,...
लेकिन झड़ने के पहले मम्मी ने एक बात और दामाद को बता दी ,
" सुन लो कच्ची कली , चीखेगी चिल्लायेगी ,... खासतौर पर पिछवाड़े डालोगे तो ,... लेकिन मेरी बात गाँठ बाँध लो , ".....
गलती से मेरे मुंह से निकल गया ,
" मुंह बंद करना चाहिए , चीख निकलने न पाए , "
एकदम नहीं ,.... मम्मी ने मेरी बात काट दी।
" चीखने चिल्लाने दो , टेसू बहाने दो , गाल पर नमकीन नमकीन आंसू बहे तो बहने दो ,... अरे बाद में यही तो याद रहताहै पहली बार कितना दर्द हुआ है कैसे कस के फटी थी , ... और यही कह के उसे चिढ़ा सकते हो ,.. और एक बात कभी एकबार में नहीं ,...कितना भी दर्द हो रहा हो ,... कम से कम एक बार और ,... फिर हरदम के लिए दर्द , धड़क निकल जायेगी। "
मम्मी ने बात पूरी की।
सास -दामाद के विचार एकदम मिलते थे।
और फिर जो मेरे साजन ने हचक के गांड मारी , मम्मी की बुर तीन तीन ऊँगली से चोद चोद कर ,...
कुछ देर में जब मम्मी झड़ी तो साथ में वो भी ,
और सब मलाई , कटोरी भर से भी ज्यादा और सब मम्मी की गांड में ,
और हम तीनों वैसे ही निढाल , उनका खूंटा मम्मी के पिछवाड़े ही धंसा पड़ा रहा ,...
और हम तीनों वैसे ही ,...
सुबह के पहले एक राउंड और उनका हुआ, मम्मी के साथ।