24-07-2021, 05:24 PM
02
अब तक की मेरी इस मस्त सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि मेरी बहन चित्रा और उसके पति ने अपनी अदला बदली की कल्पना को साकार करने के लिए मुझे और जीजाजी की बहन आलिया को राजी कर लिया था.
मैं अपनी बहन के पास मुम्बई आ गया था और बाथरूम में अपनी बहन और उनकी ननद आलिया के मादक जिस्मों की चुदाई को लेकर सोच रहा था.
अब आगे:
मैं फ्रेश होकर रूम से बाहर आ गया और जीजा जी के साथ सोफे पर बैठकर टीवी देखने लगा. वो दोनों रसोई में खाना बना रही थीं.
तभी दीदी ने आवाज़ दी और खाना खाने के लिए बुलाया. मैं और जीजा जी वहां डाइनिंग टेबल के पास जाकर बैठ गए.
डाइनिंग टेबल पर मेरे सामने दीदी बैठी थीं, मेरे पास आलिया बैठी थी. दीदी के पास जीजा जी बैठे थे.
दीदी खाना सर्व करने लगीं. मैं उन दोनों लड़कियों को बारी बारी से देख रहा था. उन दोनों इस समय टी-शर्ट और शॉर्ट पहने हुए थीं.
हम चारों खाना खाते हुए एक दूसरे की तरफ देख रहे थे. फिर खाना खत्म हुआ और मैं जीजा के साथ हॉल में आ गया. वो दोनों बर्तन साफ करने रसोई में चली गईं.
इधर हम दोनों टीवी देख रहे थे, तभी आलिया वहां पर आ गई. वो मेरे सामने वाले सोफे पर बैठ गई. दीदी स्कॉच व्हिस्की की बोतल और चार गिलास लेकर आ गईं. वो जीजा जी के पास बैठ कर गिलास में व्हिस्की डालने लगीं.
फिर हम चारों ने गिलास उठाए और चियर्स बोल कर पैग चुसकना शुरू कर दिया. जीजा जी ने एक ही सांस में पैग हलक के नीचे उतारा और दोबारा पैग बनाने लगे. तभी मैंने भी अपना गिलास खाली किया और अपना गिलास भी आगे कर दिया. कुछ ही पल बाद दीदी और आलिया भी दूसरे पैग का मजा लेने लगीं.
जीजा जी का कहना था कि शराब हमेशा खाने के बाद ही लेना चाहिए.
जल्दी ही हम सबने तीन तीन पैग मार लिए. करीब दस बजे तक हम टीवी देखते रहे.
चित्रा ने आलिया का हाथ पकड़ते हुए उसे चलने के लिए कहा- आलिया कम ऑन...हम कमरे में चलते हैं.
फिर वो दोनों गेस्ट वाले कमरे में चली गईं. उनके जाने के एक मिनट बाद हम दोनों भी खड़े होकर उसी कमरे में चले गए.
हम चारों ड्रिंक्स किया था जिस वजह से हम चारों पर शराब का नशा और अदला-बदली का जूनून चडा हुआ था.
जिजाजी - हमारी फैंटेसी पूरी करने के लिए तुम दोनों का धन्यवाद.
दीदी आज दारू के नशे में फुल मूड में आ गई थीं … जिस तरह से वो बात कर रही थीं … उससे मुझे समझ आ गया था कि आज मुझे अपनी बहन का सेक्सी वाला अंदाज देखने मिलने वाला है.
नशे की हालत में मेरी नझर उन दोनों के कातिलाना बूब्स पर जा रही थी और मेरी उत्तेजना बढ रही थी. जिजाजी और दिदी दोनों पुरी तरह से तैयार थे लेकिन हम दोनों इसके लिए झिझक रहे थे और आलिया तो बहुत ज्यादा शर्मा रही थी.
तभी जिजाजी दिदी की ओर देखकर इशारे करते हैं और दिदी जिजाजी का इशारा समझ जाती है.
तभी दीदी आलिया के पास गई और आलिया के होंठों को चूमने लगी. पहले तो आलिया को अजीब लगता रहा, लेकिन फिर नशे की वजह से और जवानी की आग में वो भी दीदी का साथ देने लगी.
जीजा जी मेरी ओर देखकर स्माइल करते हैं और में बिना कुछ बोले चुपचाप देख रहा था और हम दोनों उधर पडी खुरशी पर बेठ जाते हैं.
तभी एक मिनट बाद दीदी रुक गईं और उन्होंने मुझे इशारा कर दिया.
जिजाजी : (मुझे) जाओ.
में खड़ा होकर उनके पास चला जाता हूँ और हम तीनों एक-दुसरे को अजीब नझर से देखते हैं.
दिदी : (स्माइल करके) आज की हसिन रात की शुरुआत तुम दोनों के नाम.
फिर दिदी मेरे पास आकर मुझे धीमे से कान में बोलती है कि
चित्रा दिदी ने नशे की मस्ती में मुझसे कहा- राज डियर … पहले तुम्हारे बारी है. जिस तरह जैसे अविनाश ने तुम्हारी बहन की सील तोड़ी थी, आज तुम उसकी बहन की सील तोड़ोगे. आलिया के साथ शुरुआत एक बेहतरीन किस से करो.
इतना कहकर वो जाकर जिजाजी के पास जाकर बेठ जाती है और मुझे किस करने का इशारा करता है. में आलिया के पास जाता हु वो शमॅ से मुझे देख रही थी.
में आलिया के गदॅन पर एक हाथ रखके उसके नजदीक आ गया वो भी कुछ नहीं बोल रही थी और में बिना संकोच किए आलिया के होठों को चुमने लगा. पहले किस पर मेरे बदन में कंरट दोडने लगा लेकिन मुझे बहुत अच्छा लगा और में जोश में आकर आलिया के गूलाबी होठों को चुमने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगीं.
हम दोनों किस करते इतने खो गए कि हम भुल ही गए कि जिजाजी और दिदी हमें देख रहे हैं.
आलिया भी कामुक होकर मेरा साथ देने लगी थी. आलिया के होंठों को चूमने में मुझे बहुत मजा आ रहा था. मेरे दोनों हाथ आलिया की कमर पर आ गए थे और हम दोनों किस करने में मशगूल हो गए.
हम दोनों को देखते हुए दिदी खड़ी होकर जिजाजी के गोद में प्यार से बेठ जाती है और जिजाजी के गाल पर एक किस करती है.
जब आलिया मेरा साथ देने लगी तो मेरी भी हिम्मत बढ गई और हम दोनों उत्तेजित होने लगते हैं.
हम दोनों की गर्म सांसें एक दूसरे के मुँह को छू रही थीं. हम दोनों मस्त होकर किस करने लगे थे. मैं अपने दोनों हाथों से आलिया की गांड को सहला रहा था, हम इतने मशगूल हो गए थे कि हम यह भूल गए थे कि इस कमरे में हमारे अलावा भी दो और लोग हैं.
दीदी- आलिया, राज की टी-शर्ट निकाल दो.
दिदी की आवाज़ सूनकर हम दोनों होश में आते हैं और शर्मा के उन दोनों की ओर देखते हैं और वो दोनों स्माइल देते हैं.
दिदी : अब शमॅ छोडो और इस पल का मजा लो. आलिया पहले तुम राज की टी-शर्ट निकालो और फिर भाई तुम आलिया की निकालना.
तभी आलिया ने मेरी टी-शर्ट निकाल दी और मैंने भी आलिया की टी-शर्ट निकाल दी. उसने इस समय काले रंग की ब्रा पहनी थी. आलिया ने 34B साईज की ब्रा पहनी हुई थी.
आलिया के बुब्स एकदम परफेक्ट गोल साईज के टाइट बुब्स देखकर मेरा लंड भी तन जाता है.
उधर अपनी बहन आलिया के कातिलाना बुब्स ब्रा में देख कर अविनाश जीजा जी का लंड भी तन गया था. मैं और आलिया हम दोनों किस करने में लग गए.
दीदी जीजा जी कान में बोलीं- क्या बात है डियर, अपनी बहन का हॉट फिगर देखकर लंड उछलने लगा है क्या!
अविनाश- हां यार, वो है ही इतनी हॉट.
चित्रा- वैसे आज मेरा भाई तुम्हारी बहन को अच्छे से पेलेगा.
अविनाश- जैसे मैं तुम्हें पेलता हूं.
दीदी जीजा जी के होंठों को चूमने लगीं और इधर मैं आलिया के होंठों को चूम रहा था.
चित्रा- अब पूरी रात सिर्फ किस ही करोगे या आगे भी कुछ करोगे?
दीदी की बात सुनकर मैंने आलिया को घुमा दिया और उसकी ब्रा का हुक खोल कर निकाल दिया. अब मैं अपने दोनों हाथ से आलिया के बुब्स को सहलाने लगा. जिससे आलिया मदहोश होने लगती है और बिच बिच में अपनी आंखे बंद करने लगती है.
आलिया दीदी और जीजा जी की तरफ सेक्सी नजरों से देख रही थी. मैं बडे मजे से प्यार से आलिया के बुब्स को मसल रहा था. आलिया बूब्स एकदम टाइट और परफेक्ट थे मेरी जवानी को ओर ज्यादा भड़का रही थी और में उसके कातिलाना बुब्स के निपल को टच करता हु जिससे आलिया ओर ज्यादा मदहोशी में उत्तेजित हो उठती है. कभी-कभी वो कामुक आवाज़ भी निकाल रही थी.
इधर मैं आलिया के बुब्स को मसल रहा था, तो उधर जीजा जी उत्तेजित होकर कपडे के ऊपर से दिदी के कातिलाना बुब्स को मसलने लगते हैं.
उसी समय आलिया अपने हाथों से मेरे हाथों को रोक कर घूम गई और मुझको किस करने लगी.
ये सब दो ही मिनट हुआ था कि मुझसे कन्ट्रोल नहीं हो रहा था. मैंने आलिया को बेड पर पटक दिया … और आलिया के ऊपर चढ़कर उसके होंठों को चूमने लगा. दीदी और जीजा जी हम दोनों को देख रहे थे.
मैं आलिया के बुब्स को सहलाते हुए उसके पूरे बदन को चूमने लगा. आलिया कामुक आवाज कर रही थी. हम दोनों जवानी के जोश में उत्तेजित हो चुके थे.
मैंने अब उसका शॉर्ट और ब्लेक रंग की गिली पैंटी भी निकाल दिया. मैंने देखा कि आलिया की चुत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी. उधर जीजा जी दीदी के बुब्स को मस्ती से सहलाए जा रहे थे. आलिया की चुत एकदम कसी हुई गोरी चिटी एकदम मस्त थी.
जीजा जी- तुम्हारा भाई तो खिलाड़ी लग रहा है.
दीदी- आखिर भाई किसका है.
मैं जैसे ही आलिया की चुत को चाटने लगा, तो आलिया एकदम से सिसक गई और बेडशीट को पकड़कर कसमसाने लगी. आलिया की चुत बहुत टाइट थी और बड़ी ही मादक थी. आलिया मुझे ज्यादा देर तक बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसके शरीर में ऐंठन शुरू हो गई. आलिया इतनी मदहोश हो चुकी थी वो कुछ बोल भी नहीं पा रही थी सिर्फ आंखे बंद करके कामूक आवाज़ कर रही थी.
आलिया- आहह उह ओह आ आहह!
दीदी- राज अब और मत तड़पा … जल्दी से चोद डाल.
मैंने दीदी की तरफ देखा. दीदी जिजाजी के गोद में बेठी थी जिजाजी का हाथ दिदी के बुब्स पर था और वो दोनों मेरी ओर देखकर मुस्कराते हैं.
आलिया अपनी जवानी मुझे सोप चुकी थी में जवानी के जोश में जल रहा था तो अब ज्यादा खुदको रोक नहीं सकता इसलिए बिना देर किए में आलिया के पैर फेलाकर उसके ऊपर आ जाता हु.
दिदी : रुक जा भाई.
जीजाजी : क्या हुआ.
दीदी ने झट से उठ कर ड्रावर में से कंडोम का पैकेट निकाल कर मुझे दे दिया.
दिदी : प्रोटेक्शन जरूरी है.
जिजाजी : सही कहा.
मैंने कंडोम पहनकर आलिया की चुत पर लंड सैट किया और फिर धीमे से धक्का लगाया लेकिन लंड फिसल गया तो दोबारा लंड सेट करके धक्का मारा तो दोबारा भी फिसल गया. आलिया की चुत एकदम कसी हुई कूवारी थी तो इसलिए में धीमे से धक्का मार रहा था लेकिन फिर तिसरी बार अच्छे से लंड को चुत पर रखा जिससे आलिया सिहर जाती है और इस बार अच्छे से धक्का लगाया और लंड का थोड़ा सा हिस्सा चुत में घुस गया और आलिया एकदम से चिल्ला उठी मानो किसी ने लोहे का रोड घूसा दिया हो.
आलिया दर्द के मारे जोरों से चिल्ला उठी- ओहह मर गई … उम्म्ह… अहह… हय… याह…
मैंने उसकी चीख सुनी तो डर के मारे आलिया की चुत से लंड निकाल लिया. आलिया की चिंख से असहनीय ददॅ का मुझे अह्सास हुआ.
जीजा जी- साले साहब, धीमे से मेरी बहन को मार मत डालना.
आलिया तड़फ कर कहने लगी- मुझसे नहीं होगा.
दिदी : आलिया पहली बार तो ददॅ होगा ही और तुम्हें बर्दाश्त करना ही होगा.
तभी दीदी ने मुझे किस करने का इशारा कर दिया और मैं आलिया के होंठों को चूमने लगा.
अविनाश- तुम्हारे भाई का लंड तो बहुत बड़ा है जान.
चित्रा- हां यार … इसका बहुत बड़ा मूसल है … पता नहीं आलिया का क्या होगा. मुझे नहीं लगता है कि आलिया झेल पाएगी.
अविनाश : मुझे भी ऐसा लग रहा है.
चिंंत्रा : (स्माइल करके) आज तुमारी बहन की बेंड बझने वालीं है.
अविनाश : अगला नंबर तुमारा ही जान.
वो दोनों धीमे से एक दूसरे से बात कर रहे थे और में आलिया के गूलाबी रसिले होठों को चुम रहा था ताकि आलिया नोमॅल हो.
कुछ देर बाद जब आलिया शांत हो गई, तब मैंने फिर से लंड को सैट किया.
आलिया डरते हुए बोली- धीमे डालना, बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने आलिया की बात सुनकर धीमे से धक्का मारा और हल्का सा लंड घुसते ही वो छटपटाने लगती है लेकिन मैं धक्का लगाना जारी रखता हूं जिससे वो दर्द में छटपटाते हुए कामुक आवाज़ निकालने लगती है.
आलिया ददॅ से हल्का सा छटपटा रही थी लेकिन उसका दर्द ओर ज्यादा बढ़ने वाला था क्योंकि में पहली बार सेक्स का मजा ले रहा था अचानक से मेरा जोश बढ जाता है ऊपर से आलिया की चुत बहुत टाइट थी उसके लिए मुझे जोर भी लगाना पडता है.
में अचानक से जोश में आकर्षण जोर से धक्का मारता हु और चुत को चिरते हुए आधा लंड चुत में घुस जाता है और आलिया ददॅ से चिल्ला उठती है.
आलिया : ओह मा..आह मर गई... निकालो...निकालो ददॅ हो रहा है राज प्लीज़ निकालो.
मेंरी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढ गई थी मुझे चुदाई के अलावा कुछ नहीं दिखता में अपनी ही दूनिया में खो जाता हु और आलिया को ददॅ को अनसूना करके अपनी आग को शांत करने में लगा था.
आलिया जोरों से चिल्लाने लगी- आहहह राज, स्टॉप इट … आह यू हर्ट मी … राज स्टॉप इट … प्लीज बाहर निकालो … मुझे दर्द हो रहा है.
आलिया की कामुक ददॅ भरी आवाज़ सूनकर मेरा जोश ओर ज्यादा बढ जाता है और में अपनी जवानी के ऊपर से खुदका काबू खो रहा था और में जवानी की आगे बेकाबू हो रहा था.
आलिया का बदन लाल पडने लगा था उसकी सांसे मेरी तरह तेज हो चुकी थी वो दर्द से छटपटा रही थी और आंख में आंसू भी आ चुके थे.
में अपना होश खोकर अपनी दिदी और जिजाजी के सामने आलिया को बिना रुके पुरे जोश में चोद रहा था और वो दोनों भी मुझे इतना जोश में देखकर सदमें आ गए थे.
आलिया को असहनीय ददॅ हो रहा था जिस वजह से वो छटपटाते हुए छुटने की कोशिश कर रही थी लेकिन में उसके ऊपर उसको पुरे जोश में चोद रहा था जिस वजह से वो कुछ नहीं कर पाती.
आलिया : ओह आह राज स्लो डाउन ओह स्टोप इट... आह उह ददॅ हो रहा है.
जीजा जी और दीदी आलिया को असहनीय ददॅ में मुझसे चुदवाते देख रहे थे. वो दोनों भी आलिया को इतने ददॅ में देखना नहीं चाहते लेकिन वो दोनों जानते हैं पहली बार इतना दर्द आलिया बर्दाश्त करना ही होगा.
आलिया ने दोनों हाथों से बेडशीट पकड़ ली थी … मैं पूरी ताकत से आलिया को चोदने में लगा हुआ था. हालांकि कुछ देर बाद आलिया कामुक आवाजें करते हुए एकदम से चुकी थी.
आलिया की बेहोशी की हालत में पहुंच जाती लेकिन उससे पहले ही में चोदते हुए जड जाता हु और एकदम से माल निकल जाता है और में आलिया के ऊपर ढेर हो जाता हु. में बिना रुके करीब छह-सात मिनट आलिया को चोदता हु यह मेरी जिंदगी की पहली चुदाई थी.
आलिया की सांसे तेज हुई थी उसके चेहरे का रंग उडा हुआ था वो दर्द से छटपटा रही थी और जब में शांत होता हु तब में होश में आता हु.
में उसके ऊपर हटते हुए दिदी और जिजाजी को देखता हूं जो में भूल ही चुका था कि वो दौनों भी हमें देख रहे हैं में आलिया को बेरहमी से उसके भाई के सामने चोद रहा था.
में कॉन्डम निकाल कर बिना कुछ बोले आलिया के पास लेट जाता हु क्योंकि में भी थक चुका था.
जिजाजी की छोटी बहन आलिया की शिलपैक चुत का उद्घाटन हो चुका था उसकी चुत में खून लगा था वो दर्द से झल्ला उठी थी.
आलिया असहनीय ददॅ सीत्कार रही थी और तभी दिदी खड़ी होकर आलिया के पास आती है.
दीदी : रिलेक्स … पहली बार ऐसा ही होता है.
में : सोरी आलिया.
आलिया एक नजर मेरी ओर देखती है लेकिन वो कुछ नहीं बोलती है क्योंकि अभी वो कुछ भी बोलने के लायक नहीं थी.
फिर दिदी आलिया को धीमे से खड़ी करती है तबतक जिजाजी कमरें से बाहर जा चुके थे. आलिया खड़ी भी मुश्किल से हो पाई और दिदी के सहारे आलिया लंगड़ा कर बाथरुम में जाती है.
इस तरह से दिदी आलिया को बाथरुम में ले जाती है और में अपने ख्यालो में डूबा हुआ था. तभी जीजा जी व्हिस्की की बोतल लेकर कमरे में आ गए और फिर हम दोनों के लिए पैग बनाते हैं. सबसे पहले जिजाजी मुझे टिश्यू पेपर देते हैं जिससे में अपना लंड साफ करता हु.
जीजा जी ने दोनों के लिए पैग बनाए और पहले मुझे गिलास देते हुए बोले : लो थकान दूर करो.
में : थेक्स.
जिजाजी : केसा रहा फर्स्ट सेक्स.
में : में तो अपना होश ही खो बेठा था.
जिजाजी : आलिया की हालत देखकर एक पल के में भी डर सा गया था.
में : में खुद पर कन्ट्रोल ही खो चुका था.
जीजा जी- राज, तुमने तो मेरी बहन की बैंड बजा दी.
तभी दिदी भी बाथरुम से बाहर आकर जिजाजी की बात सुनते हुए बोलती है कि
चित्रा- और तुम मेरी बैंड बजाते हो उसका क्या.
इस बात पर वो दोनों एक-दूसरे की ओर देखते हैं और जीजा जी दिदी को भी पैग बनाकर देते हैं.
जिजाजी : केसी हालत है आलिया की.
दिदी : पुरी तरह से थक चुकी है और ददॅ भी हो रहा है.
में : मेने आलिया को ज्यादा ही ददॅ दिया.
दिदी : तुमारी गलती नहीं है पहली बार होता है ऐसा स्वभाविक है.
अब तो दिदी के सामने में नग्न अवस्था में था मुझे थोड़ा सा अजीब लग रहा था लेकिन अब मेरी शमॅ गायब हो चुकी थी और दिदी भी मुझे कामुक नझरे से देख रही थी. अब में अपनी दिदी को भी कामुक नझर से देख रहा था.
यह कहानी आगे जारी है जिसमें अगले पाटॅ में क्या होने वाला है आपको अंदाजा तो आ ही गया होगा तो बिना देर किए कॉमेंट करके जरूर बताना कि अगले पाटॅ में क्या होगा.
आप सबके लिए एक सवाल भी है क्या आपने कभी किसी को भी किसी के सामने चोदा है तो जरूर बताना कमेंट करके या पसॅनल मेइल पर मेसेज करके.
दोस्तो, इस मस्त सेक्स कहानी को अगले भाग में पूरे विस्तार से लिखूंगा तो मिलते हैं जल्दी ही.
तब तक आप मुझे मेल कीजिएगा.
I'd : rr532045 @1
कहानी जारी है....
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अब तक की मेरी इस मस्त सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि मेरी बहन चित्रा और उसके पति ने अपनी अदला बदली की कल्पना को साकार करने के लिए मुझे और जीजाजी की बहन आलिया को राजी कर लिया था.
मैं अपनी बहन के पास मुम्बई आ गया था और बाथरूम में अपनी बहन और उनकी ननद आलिया के मादक जिस्मों की चुदाई को लेकर सोच रहा था.
अब आगे:
मैं फ्रेश होकर रूम से बाहर आ गया और जीजा जी के साथ सोफे पर बैठकर टीवी देखने लगा. वो दोनों रसोई में खाना बना रही थीं.
तभी दीदी ने आवाज़ दी और खाना खाने के लिए बुलाया. मैं और जीजा जी वहां डाइनिंग टेबल के पास जाकर बैठ गए.
डाइनिंग टेबल पर मेरे सामने दीदी बैठी थीं, मेरे पास आलिया बैठी थी. दीदी के पास जीजा जी बैठे थे.
दीदी खाना सर्व करने लगीं. मैं उन दोनों लड़कियों को बारी बारी से देख रहा था. उन दोनों इस समय टी-शर्ट और शॉर्ट पहने हुए थीं.
हम चारों खाना खाते हुए एक दूसरे की तरफ देख रहे थे. फिर खाना खत्म हुआ और मैं जीजा के साथ हॉल में आ गया. वो दोनों बर्तन साफ करने रसोई में चली गईं.
इधर हम दोनों टीवी देख रहे थे, तभी आलिया वहां पर आ गई. वो मेरे सामने वाले सोफे पर बैठ गई. दीदी स्कॉच व्हिस्की की बोतल और चार गिलास लेकर आ गईं. वो जीजा जी के पास बैठ कर गिलास में व्हिस्की डालने लगीं.
फिर हम चारों ने गिलास उठाए और चियर्स बोल कर पैग चुसकना शुरू कर दिया. जीजा जी ने एक ही सांस में पैग हलक के नीचे उतारा और दोबारा पैग बनाने लगे. तभी मैंने भी अपना गिलास खाली किया और अपना गिलास भी आगे कर दिया. कुछ ही पल बाद दीदी और आलिया भी दूसरे पैग का मजा लेने लगीं.
जीजा जी का कहना था कि शराब हमेशा खाने के बाद ही लेना चाहिए.
जल्दी ही हम सबने तीन तीन पैग मार लिए. करीब दस बजे तक हम टीवी देखते रहे.
चित्रा ने आलिया का हाथ पकड़ते हुए उसे चलने के लिए कहा- आलिया कम ऑन...हम कमरे में चलते हैं.
फिर वो दोनों गेस्ट वाले कमरे में चली गईं. उनके जाने के एक मिनट बाद हम दोनों भी खड़े होकर उसी कमरे में चले गए.
हम चारों ड्रिंक्स किया था जिस वजह से हम चारों पर शराब का नशा और अदला-बदली का जूनून चडा हुआ था.
जिजाजी - हमारी फैंटेसी पूरी करने के लिए तुम दोनों का धन्यवाद.
दीदी आज दारू के नशे में फुल मूड में आ गई थीं … जिस तरह से वो बात कर रही थीं … उससे मुझे समझ आ गया था कि आज मुझे अपनी बहन का सेक्सी वाला अंदाज देखने मिलने वाला है.
नशे की हालत में मेरी नझर उन दोनों के कातिलाना बूब्स पर जा रही थी और मेरी उत्तेजना बढ रही थी. जिजाजी और दिदी दोनों पुरी तरह से तैयार थे लेकिन हम दोनों इसके लिए झिझक रहे थे और आलिया तो बहुत ज्यादा शर्मा रही थी.
तभी जिजाजी दिदी की ओर देखकर इशारे करते हैं और दिदी जिजाजी का इशारा समझ जाती है.
तभी दीदी आलिया के पास गई और आलिया के होंठों को चूमने लगी. पहले तो आलिया को अजीब लगता रहा, लेकिन फिर नशे की वजह से और जवानी की आग में वो भी दीदी का साथ देने लगी.
जीजा जी मेरी ओर देखकर स्माइल करते हैं और में बिना कुछ बोले चुपचाप देख रहा था और हम दोनों उधर पडी खुरशी पर बेठ जाते हैं.
तभी एक मिनट बाद दीदी रुक गईं और उन्होंने मुझे इशारा कर दिया.
जिजाजी : (मुझे) जाओ.
में खड़ा होकर उनके पास चला जाता हूँ और हम तीनों एक-दुसरे को अजीब नझर से देखते हैं.
दिदी : (स्माइल करके) आज की हसिन रात की शुरुआत तुम दोनों के नाम.
फिर दिदी मेरे पास आकर मुझे धीमे से कान में बोलती है कि
चित्रा दिदी ने नशे की मस्ती में मुझसे कहा- राज डियर … पहले तुम्हारे बारी है. जिस तरह जैसे अविनाश ने तुम्हारी बहन की सील तोड़ी थी, आज तुम उसकी बहन की सील तोड़ोगे. आलिया के साथ शुरुआत एक बेहतरीन किस से करो.
इतना कहकर वो जाकर जिजाजी के पास जाकर बेठ जाती है और मुझे किस करने का इशारा करता है. में आलिया के पास जाता हु वो शमॅ से मुझे देख रही थी.
में आलिया के गदॅन पर एक हाथ रखके उसके नजदीक आ गया वो भी कुछ नहीं बोल रही थी और में बिना संकोच किए आलिया के होठों को चुमने लगा. पहले किस पर मेरे बदन में कंरट दोडने लगा लेकिन मुझे बहुत अच्छा लगा और में जोश में आकर आलिया के गूलाबी होठों को चुमने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगीं.
हम दोनों किस करते इतने खो गए कि हम भुल ही गए कि जिजाजी और दिदी हमें देख रहे हैं.
आलिया भी कामुक होकर मेरा साथ देने लगी थी. आलिया के होंठों को चूमने में मुझे बहुत मजा आ रहा था. मेरे दोनों हाथ आलिया की कमर पर आ गए थे और हम दोनों किस करने में मशगूल हो गए.
हम दोनों को देखते हुए दिदी खड़ी होकर जिजाजी के गोद में प्यार से बेठ जाती है और जिजाजी के गाल पर एक किस करती है.
जब आलिया मेरा साथ देने लगी तो मेरी भी हिम्मत बढ गई और हम दोनों उत्तेजित होने लगते हैं.
हम दोनों की गर्म सांसें एक दूसरे के मुँह को छू रही थीं. हम दोनों मस्त होकर किस करने लगे थे. मैं अपने दोनों हाथों से आलिया की गांड को सहला रहा था, हम इतने मशगूल हो गए थे कि हम यह भूल गए थे कि इस कमरे में हमारे अलावा भी दो और लोग हैं.
दीदी- आलिया, राज की टी-शर्ट निकाल दो.
दिदी की आवाज़ सूनकर हम दोनों होश में आते हैं और शर्मा के उन दोनों की ओर देखते हैं और वो दोनों स्माइल देते हैं.
दिदी : अब शमॅ छोडो और इस पल का मजा लो. आलिया पहले तुम राज की टी-शर्ट निकालो और फिर भाई तुम आलिया की निकालना.
तभी आलिया ने मेरी टी-शर्ट निकाल दी और मैंने भी आलिया की टी-शर्ट निकाल दी. उसने इस समय काले रंग की ब्रा पहनी थी. आलिया ने 34B साईज की ब्रा पहनी हुई थी.
आलिया के बुब्स एकदम परफेक्ट गोल साईज के टाइट बुब्स देखकर मेरा लंड भी तन जाता है.
उधर अपनी बहन आलिया के कातिलाना बुब्स ब्रा में देख कर अविनाश जीजा जी का लंड भी तन गया था. मैं और आलिया हम दोनों किस करने में लग गए.
दीदी जीजा जी कान में बोलीं- क्या बात है डियर, अपनी बहन का हॉट फिगर देखकर लंड उछलने लगा है क्या!
अविनाश- हां यार, वो है ही इतनी हॉट.
चित्रा- वैसे आज मेरा भाई तुम्हारी बहन को अच्छे से पेलेगा.
अविनाश- जैसे मैं तुम्हें पेलता हूं.
दीदी जीजा जी के होंठों को चूमने लगीं और इधर मैं आलिया के होंठों को चूम रहा था.
चित्रा- अब पूरी रात सिर्फ किस ही करोगे या आगे भी कुछ करोगे?
दीदी की बात सुनकर मैंने आलिया को घुमा दिया और उसकी ब्रा का हुक खोल कर निकाल दिया. अब मैं अपने दोनों हाथ से आलिया के बुब्स को सहलाने लगा. जिससे आलिया मदहोश होने लगती है और बिच बिच में अपनी आंखे बंद करने लगती है.
आलिया दीदी और जीजा जी की तरफ सेक्सी नजरों से देख रही थी. मैं बडे मजे से प्यार से आलिया के बुब्स को मसल रहा था. आलिया बूब्स एकदम टाइट और परफेक्ट थे मेरी जवानी को ओर ज्यादा भड़का रही थी और में उसके कातिलाना बुब्स के निपल को टच करता हु जिससे आलिया ओर ज्यादा मदहोशी में उत्तेजित हो उठती है. कभी-कभी वो कामुक आवाज़ भी निकाल रही थी.
इधर मैं आलिया के बुब्स को मसल रहा था, तो उधर जीजा जी उत्तेजित होकर कपडे के ऊपर से दिदी के कातिलाना बुब्स को मसलने लगते हैं.
उसी समय आलिया अपने हाथों से मेरे हाथों को रोक कर घूम गई और मुझको किस करने लगी.
ये सब दो ही मिनट हुआ था कि मुझसे कन्ट्रोल नहीं हो रहा था. मैंने आलिया को बेड पर पटक दिया … और आलिया के ऊपर चढ़कर उसके होंठों को चूमने लगा. दीदी और जीजा जी हम दोनों को देख रहे थे.
मैं आलिया के बुब्स को सहलाते हुए उसके पूरे बदन को चूमने लगा. आलिया कामुक आवाज कर रही थी. हम दोनों जवानी के जोश में उत्तेजित हो चुके थे.
मैंने अब उसका शॉर्ट और ब्लेक रंग की गिली पैंटी भी निकाल दिया. मैंने देखा कि आलिया की चुत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी. उधर जीजा जी दीदी के बुब्स को मस्ती से सहलाए जा रहे थे. आलिया की चुत एकदम कसी हुई गोरी चिटी एकदम मस्त थी.
जीजा जी- तुम्हारा भाई तो खिलाड़ी लग रहा है.
दीदी- आखिर भाई किसका है.
मैं जैसे ही आलिया की चुत को चाटने लगा, तो आलिया एकदम से सिसक गई और बेडशीट को पकड़कर कसमसाने लगी. आलिया की चुत बहुत टाइट थी और बड़ी ही मादक थी. आलिया मुझे ज्यादा देर तक बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसके शरीर में ऐंठन शुरू हो गई. आलिया इतनी मदहोश हो चुकी थी वो कुछ बोल भी नहीं पा रही थी सिर्फ आंखे बंद करके कामूक आवाज़ कर रही थी.
आलिया- आहह उह ओह आ आहह!
दीदी- राज अब और मत तड़पा … जल्दी से चोद डाल.
मैंने दीदी की तरफ देखा. दीदी जिजाजी के गोद में बेठी थी जिजाजी का हाथ दिदी के बुब्स पर था और वो दोनों मेरी ओर देखकर मुस्कराते हैं.
आलिया अपनी जवानी मुझे सोप चुकी थी में जवानी के जोश में जल रहा था तो अब ज्यादा खुदको रोक नहीं सकता इसलिए बिना देर किए में आलिया के पैर फेलाकर उसके ऊपर आ जाता हु.
दिदी : रुक जा भाई.
जीजाजी : क्या हुआ.
दीदी ने झट से उठ कर ड्रावर में से कंडोम का पैकेट निकाल कर मुझे दे दिया.
दिदी : प्रोटेक्शन जरूरी है.
जिजाजी : सही कहा.
मैंने कंडोम पहनकर आलिया की चुत पर लंड सैट किया और फिर धीमे से धक्का लगाया लेकिन लंड फिसल गया तो दोबारा लंड सेट करके धक्का मारा तो दोबारा भी फिसल गया. आलिया की चुत एकदम कसी हुई कूवारी थी तो इसलिए में धीमे से धक्का मार रहा था लेकिन फिर तिसरी बार अच्छे से लंड को चुत पर रखा जिससे आलिया सिहर जाती है और इस बार अच्छे से धक्का लगाया और लंड का थोड़ा सा हिस्सा चुत में घुस गया और आलिया एकदम से चिल्ला उठी मानो किसी ने लोहे का रोड घूसा दिया हो.
आलिया दर्द के मारे जोरों से चिल्ला उठी- ओहह मर गई … उम्म्ह… अहह… हय… याह…
मैंने उसकी चीख सुनी तो डर के मारे आलिया की चुत से लंड निकाल लिया. आलिया की चिंख से असहनीय ददॅ का मुझे अह्सास हुआ.
जीजा जी- साले साहब, धीमे से मेरी बहन को मार मत डालना.
आलिया तड़फ कर कहने लगी- मुझसे नहीं होगा.
दिदी : आलिया पहली बार तो ददॅ होगा ही और तुम्हें बर्दाश्त करना ही होगा.
तभी दीदी ने मुझे किस करने का इशारा कर दिया और मैं आलिया के होंठों को चूमने लगा.
अविनाश- तुम्हारे भाई का लंड तो बहुत बड़ा है जान.
चित्रा- हां यार … इसका बहुत बड़ा मूसल है … पता नहीं आलिया का क्या होगा. मुझे नहीं लगता है कि आलिया झेल पाएगी.
अविनाश : मुझे भी ऐसा लग रहा है.
चिंंत्रा : (स्माइल करके) आज तुमारी बहन की बेंड बझने वालीं है.
अविनाश : अगला नंबर तुमारा ही जान.
वो दोनों धीमे से एक दूसरे से बात कर रहे थे और में आलिया के गूलाबी रसिले होठों को चुम रहा था ताकि आलिया नोमॅल हो.
कुछ देर बाद जब आलिया शांत हो गई, तब मैंने फिर से लंड को सैट किया.
आलिया डरते हुए बोली- धीमे डालना, बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने आलिया की बात सुनकर धीमे से धक्का मारा और हल्का सा लंड घुसते ही वो छटपटाने लगती है लेकिन मैं धक्का लगाना जारी रखता हूं जिससे वो दर्द में छटपटाते हुए कामुक आवाज़ निकालने लगती है.
आलिया ददॅ से हल्का सा छटपटा रही थी लेकिन उसका दर्द ओर ज्यादा बढ़ने वाला था क्योंकि में पहली बार सेक्स का मजा ले रहा था अचानक से मेरा जोश बढ जाता है ऊपर से आलिया की चुत बहुत टाइट थी उसके लिए मुझे जोर भी लगाना पडता है.
में अचानक से जोश में आकर्षण जोर से धक्का मारता हु और चुत को चिरते हुए आधा लंड चुत में घुस जाता है और आलिया ददॅ से चिल्ला उठती है.
आलिया : ओह मा..आह मर गई... निकालो...निकालो ददॅ हो रहा है राज प्लीज़ निकालो.
मेंरी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढ गई थी मुझे चुदाई के अलावा कुछ नहीं दिखता में अपनी ही दूनिया में खो जाता हु और आलिया को ददॅ को अनसूना करके अपनी आग को शांत करने में लगा था.
आलिया जोरों से चिल्लाने लगी- आहहह राज, स्टॉप इट … आह यू हर्ट मी … राज स्टॉप इट … प्लीज बाहर निकालो … मुझे दर्द हो रहा है.
आलिया की कामुक ददॅ भरी आवाज़ सूनकर मेरा जोश ओर ज्यादा बढ जाता है और में अपनी जवानी के ऊपर से खुदका काबू खो रहा था और में जवानी की आगे बेकाबू हो रहा था.
आलिया का बदन लाल पडने लगा था उसकी सांसे मेरी तरह तेज हो चुकी थी वो दर्द से छटपटा रही थी और आंख में आंसू भी आ चुके थे.
में अपना होश खोकर अपनी दिदी और जिजाजी के सामने आलिया को बिना रुके पुरे जोश में चोद रहा था और वो दोनों भी मुझे इतना जोश में देखकर सदमें आ गए थे.
आलिया को असहनीय ददॅ हो रहा था जिस वजह से वो छटपटाते हुए छुटने की कोशिश कर रही थी लेकिन में उसके ऊपर उसको पुरे जोश में चोद रहा था जिस वजह से वो कुछ नहीं कर पाती.
आलिया : ओह आह राज स्लो डाउन ओह स्टोप इट... आह उह ददॅ हो रहा है.
जीजा जी और दीदी आलिया को असहनीय ददॅ में मुझसे चुदवाते देख रहे थे. वो दोनों भी आलिया को इतने ददॅ में देखना नहीं चाहते लेकिन वो दोनों जानते हैं पहली बार इतना दर्द आलिया बर्दाश्त करना ही होगा.
आलिया ने दोनों हाथों से बेडशीट पकड़ ली थी … मैं पूरी ताकत से आलिया को चोदने में लगा हुआ था. हालांकि कुछ देर बाद आलिया कामुक आवाजें करते हुए एकदम से चुकी थी.
आलिया की बेहोशी की हालत में पहुंच जाती लेकिन उससे पहले ही में चोदते हुए जड जाता हु और एकदम से माल निकल जाता है और में आलिया के ऊपर ढेर हो जाता हु. में बिना रुके करीब छह-सात मिनट आलिया को चोदता हु यह मेरी जिंदगी की पहली चुदाई थी.
आलिया की सांसे तेज हुई थी उसके चेहरे का रंग उडा हुआ था वो दर्द से छटपटा रही थी और जब में शांत होता हु तब में होश में आता हु.
में उसके ऊपर हटते हुए दिदी और जिजाजी को देखता हूं जो में भूल ही चुका था कि वो दौनों भी हमें देख रहे हैं में आलिया को बेरहमी से उसके भाई के सामने चोद रहा था.
में कॉन्डम निकाल कर बिना कुछ बोले आलिया के पास लेट जाता हु क्योंकि में भी थक चुका था.
जिजाजी की छोटी बहन आलिया की शिलपैक चुत का उद्घाटन हो चुका था उसकी चुत में खून लगा था वो दर्द से झल्ला उठी थी.
आलिया असहनीय ददॅ सीत्कार रही थी और तभी दिदी खड़ी होकर आलिया के पास आती है.
दीदी : रिलेक्स … पहली बार ऐसा ही होता है.
में : सोरी आलिया.
आलिया एक नजर मेरी ओर देखती है लेकिन वो कुछ नहीं बोलती है क्योंकि अभी वो कुछ भी बोलने के लायक नहीं थी.
फिर दिदी आलिया को धीमे से खड़ी करती है तबतक जिजाजी कमरें से बाहर जा चुके थे. आलिया खड़ी भी मुश्किल से हो पाई और दिदी के सहारे आलिया लंगड़ा कर बाथरुम में जाती है.
इस तरह से दिदी आलिया को बाथरुम में ले जाती है और में अपने ख्यालो में डूबा हुआ था. तभी जीजा जी व्हिस्की की बोतल लेकर कमरे में आ गए और फिर हम दोनों के लिए पैग बनाते हैं. सबसे पहले जिजाजी मुझे टिश्यू पेपर देते हैं जिससे में अपना लंड साफ करता हु.
जीजा जी ने दोनों के लिए पैग बनाए और पहले मुझे गिलास देते हुए बोले : लो थकान दूर करो.
में : थेक्स.
जिजाजी : केसा रहा फर्स्ट सेक्स.
में : में तो अपना होश ही खो बेठा था.
जिजाजी : आलिया की हालत देखकर एक पल के में भी डर सा गया था.
में : में खुद पर कन्ट्रोल ही खो चुका था.
जीजा जी- राज, तुमने तो मेरी बहन की बैंड बजा दी.
तभी दिदी भी बाथरुम से बाहर आकर जिजाजी की बात सुनते हुए बोलती है कि
चित्रा- और तुम मेरी बैंड बजाते हो उसका क्या.
इस बात पर वो दोनों एक-दूसरे की ओर देखते हैं और जीजा जी दिदी को भी पैग बनाकर देते हैं.
जिजाजी : केसी हालत है आलिया की.
दिदी : पुरी तरह से थक चुकी है और ददॅ भी हो रहा है.
में : मेने आलिया को ज्यादा ही ददॅ दिया.
दिदी : तुमारी गलती नहीं है पहली बार होता है ऐसा स्वभाविक है.
अब तो दिदी के सामने में नग्न अवस्था में था मुझे थोड़ा सा अजीब लग रहा था लेकिन अब मेरी शमॅ गायब हो चुकी थी और दिदी भी मुझे कामुक नझरे से देख रही थी. अब में अपनी दिदी को भी कामुक नझर से देख रहा था.
यह कहानी आगे जारी है जिसमें अगले पाटॅ में क्या होने वाला है आपको अंदाजा तो आ ही गया होगा तो बिना देर किए कॉमेंट करके जरूर बताना कि अगले पाटॅ में क्या होगा.
आप सबके लिए एक सवाल भी है क्या आपने कभी किसी को भी किसी के सामने चोदा है तो जरूर बताना कमेंट करके या पसॅनल मेइल पर मेसेज करके.
दोस्तो, इस मस्त सेक्स कहानी को अगले भाग में पूरे विस्तार से लिखूंगा तो मिलते हैं जल्दी ही.
तब तक आप मुझे मेल कीजिएगा.
I'd : rr532045 @1
कहानी जारी है....
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