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मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam
ज्यों कि मेघना अभी अनिकेत के ऊपर थी, तो सारा कण्ट्रोल अब उसके हाथ में था, और उसे मालूम था कि क्या करना है...

बड़ी ही सावधानी के साथ मेघना अपनी गांड़ अनिकेत कि गोद में एकदम आहिस्ते आहिस्ते ऊपर नीचे ऊपर नीचे करने लगी. अनिकेत के खड़े लौड़े पर मेघना कि कसी हुई चूत का दबाव बढ़ा तो Condom के मुँह पर जमा वीर्य धीरे धीरे पच पच कि आवाज़ के साथ बह कर लण्ड कि जड़ से लिपटे Condom से बाहर चूने लगा. कमीने ने माल भी तो ढेर सारा गिराया था ! करीब तीन चार मिनट लगें मेघना को पूरा Condom वीर्य से खाली करने में, परन्तु उसने हार ना मानी. अत्यंत धैर्य के साथ उसने इसी तरह अनिकेत के Condom से उसका सारा का सारा वीर्य गार गार कर बाहर निकाल दिया. एक बार Condom से सारा वीर्य बाहर निकल आया तो Condom पहले जैसा ही खाली हो गया. अनिकेत का वीर्य उसके अपने अंडकोष और जाँघों को गीला करता हुआ नीचे बिस्तर पर बिछे चादर पर बह निकला.

वीर्यरहित Condom में अनिकेत का लण्ड फ्री होते ही पूरी तरह से फूल कर खड़ा हो गया. अब उसे अपनी मेघना भाभी को भरसक चोदने का मन होने लगा, उसने अपनी कमर ऊपर उचकाई तो मेघना उसकी बेकरारी समझ कर हल्के से मुस्कुरा दी. मेघना उसे मनमानी करने नहीं दे सकती थी, प्रेगनेंसी का ख़तरा अभी टला नहीं था, यही Condom पहनकर अनिकेत ने कुछ देर पहले उसे ऐसा खूब चोदा था कि अब ये यूज़ किया हुआ Condom काफ़ी हद तक पतला हो गया था, और ज़्यादा दबाव पड़ने पर कभी भी फट सकता था !

" मेरी बात बहुत जल्दी मान ली तुम दोनों ने ? ". अभिषेक सामने पलंग पर रतिक्रिया में संलग्न अपनी पत्नि और अनिकेत को घूरते हुये बोला. " Strange !!! ".

इतने आहिस्ते आहिस्ते प्यार से सहवास कि ओर तो सिर्फ वही प्रेमी जोड़े बढ़ते हैं, जिनमें सचमुच का प्रेम हो, ना कि सिर्फ कामवासना और हवस ! अपनी पत्नि और उसके प्रेमी कि ये कामुक जुगलबंदी देखकर अभिषेक का रहा सहा शक भी अब यकीन में तब्दील होने लगा...

पड़ोस का ये हरामी लड़का ही नहीं, उसकी अपनी बीवी भी प्यार में पड़ चुकी थी !!!

अनिकेत तो थोड़े नशे में था, ये बात समझ में आ रही है, पर मेघना ने भी अभिषेक कि बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई, जैसे कि मानो वो वहाँ मौजूद ही ना हो...

मेघना और अभिषेक ने अपने बेडरूम का ये पलंग नया नया लिया था, लेकिन जब मेघना के बड़े बड़े चूतड़ों ने अनिकेत कि गोद में हिचकोले खाने शुरू किये, तो पलंग किसी पुराने फर्नीचर कि तरह चरमराने लगा. कुछ देर पहले तक मेघना ये सारा किस्सा तमाशा जल्द से जल्द खत्म करने कि फिराक में थी, पर अब जब उसकी झड़ी हुई चूत से फिर से पानी रिसने लगा, तो वो मन ही मन मनाने लगी कि ये मदहोशी का आलम अब कभी समाप्त ही ना हो.

चुदाई का ये पोज़ मेघना ने अनजाने में इसलिए चुना था, क्यूंकि उसके पति के सामने उसके ऊपर चढ़कर उसे चोदने में अनिकेत हिचक रहा था, परंतु अब मेघना को ख़ुशी थी कि उसने ये चोदासन चुना है, कारण कि इस पोजीशन में अनिकेत का लण्ड उसके पेट के अंदर कम से कम उसकी नाभी तक तो पहुँच ही रहा था, ऊपर से उसकी गोद में हर बार ऊपर नीचे उछलने से उसका बड़ा अंडकोष मेघना के गांड़ कि छेद से रगड़ खाकर उसे एक्स्ट्रा मज़ा दे रहा था !

अनिकेत कि नंगी छाती को अपने दोनों हाथों के नाख़ूनों से खरोचते हुये मेघना ने अपने युवा प्रेमी को अब चोदना शुरू कर दिया !

अपने ऊपर बैठी मेघना कि चूचियाँ दबाते दबाते अनिकेत उसकी चूचियों को अपने हाथों से अपनी ओर टानने लगा तो मेघना समझ गई कि वो उसका दूध पीना चाहता है, पर मेघना में अभी भी थोड़ी सी शर्म हया बाकि थी, वो मज़े तो लेना चाहती थी, पर अपने पति के सामने अपने युवक प्रेमी के साथ हर वो बेबाक गंदी हरकत करने से कतरा भी रही थी, जो वो एकांत में चुदवाते समय ज़्यादा आत्मविश्वास के साथ कर पाती.

उसने अनिकेत को अपना दूध नहीं दिया !

मेघना भाभी के मम्मे चूसने नहीं मिलें तो अनिकेत ने उसके मम्मे छोड़ अब अपने हाथों से उसके गदराये कूल्हे धर दबोचें, और उसकी गांड़ को अपनी गोद में ज़ोर ज़ोर से पटकने कि कोशिश करने लगा. लेकिन चोदन का पूरा नियंत्रण मेघना के पास था, वो उसे धीरे धीरे पेलना चाहती थी. मेघना के पुष्ट जाँघों ने अनिकेत कि कमर को सख़्ती के साथ जकड़ रखा था, जिसकी वजह से अपनी मनमानी करना तो दूर, वो अब बिना उसकी मर्ज़ी के हिल भी नहीं सकता था. हारकर अनिकेत ने प्रयास करना छोड़ दिया. यौनसुख के हर पल के लिए अब वो अपनी मेघना भाभी कि गांड़ के हल्के धीमे उतार चढ़ाव के अधीन था !

" भाभी... भाभी... मममममममम आअह्ह्ह भाभी !!! ".

अपनी उत्तेजना पर कण्ट्रोल खोकर अनिकेत के लण्ड से करीब एक चम्मच भर वीर्य उबल कर Condom में भर गया, तो उसके मुँह से कराह निकल पड़ी, और उसने मेघना कि कमर को भींच कर पकड़ लिया. चूत में गरम वीर्य का एहसास पाकर मेघना ने अपनी गांड़ हिलानी बंद कर दी और अनिकेत कि आँखों में देखा. उत्तेजना में खोये अनिकेत के मुँह से कुछ नहीं निकल पाया, मगर उसके लण्ड कि नसों को अपने उर्वर चूत के भीतर फूलते हुये महसूस करके मेघना समझ गई कि वो अभी पूरी तरह से झड़ा नहीं है, उल्टे उसका लण्ड पहले से भी अधिक सख्त खड़ा हो गया है.

मेघना फिर से अपनी चूत से उसके लण्ड का मसाज करने लगी.

750ml बोतल में व्हिस्की अब थोड़ी सी ही बची थी, तो अभिषेक ने बोतल वहीँ पास पड़े टेबल पर रख दिया, और कुर्सी पर थोड़ा सा आगे खिसककर बैठ गया. अपनी पत्नि और उसके प्रेमी दोनों के शरीर में उठ रहे निरंतर ज्वार भाटे को देखकर उसके लिए अंदाज़ा लगाना कठिन नहीं था, कि दोनों धीरे धीरे अब चरमसुख कि ओर बढ़ते हुये हर एक क्षण का आनंद भोग रहें थें !

अनिकेत के Condom में जो थोड़ा सा वीर्य भर गया था, उसके डर कि वजह से मेघना कि गांड़ कि थिरकन में कोई रुकावट, कोई परिवर्तन नहीं आया. वरन उसने अपनी स्पीड थोड़ी सी बढ़ा दी, क्यूंकि अब उसकी चूतड़ों कि हर एक उठक बैठक के साथ उसकी उपजाऊ चूत पानी छोड़ते हुये उसे छोटे छोटे मीठे मीठे Orgasm दे रही थी ! अतुलनीय अद्वितीय यौनसुख के मज़े ने उसे पड़ोस के एक पराये लड़के के द्वारा गर्भधारण तक का ख़तरा उठाने के लिए प्रस्तुत कर दिया था !!!

पहले एक बार इस्तेमाल कर लिया गया Condom अब लगातार घर्षण कि वजह से और भी पतला और कमज़ोर हो चुका था. अनिकेत के मोटे लण्ड का खिंचाव और मेघना कि कसी हुई चूत का दबाव Condom अब और सह नहीं पाया !

" Shittt भाभी... Condom फट गया है !!! ".
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RE: मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam - by usaiha2 - 23-07-2021, 04:50 PM



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