23-07-2021, 04:02 PM
(This post was last modified: 23-07-2021, 04:47 PM by usaiha2. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
अभिषेक को पता था कि उसकी इच्छा के आगे उसकी पत्नि और प्रेमी को हार तो माननी ही पड़ेगी, पर उसके लिए ये थोड़ा जल्दी हो गया... वो उन दोनों को और भी सताना चाहता था. दोनों को धीरे धीरे एक दूसरे में खोते हुये देख उसे लगा कि उसका खेल उल्टा पड़ रहा है, पर उसे इसमें कोई परेशानी नहीं थी, क्यूंकि आखिरकार खेल का नियंत्रण तो उसी के हाथों में था.
वो कुर्सी पर पीठ टिकाकर अब आराम से बैठ गया !
Condom का मुँह टाइट होकर जब अंदर भरे हुये वीर्य से फूलता हुआ अनिकेत ने महसूस किया तो वो समझ गया कि उसके झड़े हुये लण्ड में अब फिर से जान आ रही है.
" Condom फट जायेगा भाभी !!! ". अपनी आँखें खोलकर अनिकेत ने अभिषेक कि ओर देखे बिना मेघना से धीमी आवाज़ में कहा.
अनिकेत के सीने पर अपने दोनों हाथ रखकर मेघना उठी और नीचे देखा - उसका मुरझाया लण्ड उसके Condom में कसते जा रहा था, और Condom के मुँह पर भरा वीर्य गुब्बारे कि भांति फूल गया था !
" Condom चेंज करना होगा ! ". मेघना झिझकते झिझकते अपने पति कि ओर देखकर बोली.
" अच्छा ? तो अब मैं तुम दोनों के लिए Condom भी ले आऊं ? ". अभिषेक ने हँसते हुये कहा. " ऐसे ही करो बेबी... ".
मेघना को याद था कि Condom का पूरा भरा पैकेट बाहर ड्राइंग रूम में सोफे पर पड़ा हुआ है जो कि अनिकेत लेकर आया था ( बेचारे का प्लान रहा होगा आज पूरी दोपहर चोदने का ! ). पर इस वक़्त ना तो उसे वहाँ जाकर वो पैकेट लाने का मन था, और ना ही अनिकेत को. इतने देर तक वीर्य से भरा Condom पहने रहने के कारण अनिकेत का लण्ड वीर्य से पूरी तरह सन गया था, ऐसे में बिना Condom उसका लण्ड अपनी चूत में लेने में जोखिम था. बहरहाल, मेघना ने तय किया कि एक बार इस्तेमाल किये हुये उसी Condom चढ़े लण्ड से चुदवाना उसकी Fertile चूत के लिए ज़्यादा सुरक्षित रहेगा !!!
अब तक निर्जीव पड़े अनिकेत ने अपनी आँखें खोलकर जब अपने दोनों हाथ मेघना के भरे पूरे चूतड़ों पर सरकाकर उन्हें दबाना शुरू किया तो मेघना समझ गई अब वो चोदने के लिए तैयार हो चुका है.
" यही चाहते थे ना तुम ??? ". अपनी चूत के नीचे दबे पड़े अनिकेत के खड़े लण्ड कि ओर इशारा करके मेघना अपने पति कि आँखों में आँखे डालकर हल्के से मुस्कुराते हुये बोली.
" मैं नहीं... तुम चाहती थी ! ". अभिषेक ने वापस से मुस्कुराकर अपनी पत्नि के वाक्य को सटीक किया.
ये तर्क करने का समय नहीं था !
मेघना ने एक लंबी ठंडी आह भरी, और अनिकेत के सीने पर अपना बांया हाथ टिकाकर अपने बदन का पूरा भार उसके ऊपर डालते हुये अपनी गांड़ थोड़ी सी ऊपर उठाई, फिर अपने दांये हाथ से उसके खड़े लण्ड कि जड़ को Condom सहित सावधानी से पकड़ा, ताकि ना ही Condom सरक कर खुल जाये, और ना ही फटे, और फिर अपनी चूत कि फांक को उसके लण्ड के सुपाड़े पर रखकर अपने गांड़ का पूरा वजन नीचे डालते हुये वापस से उसकी गोद में बैठ गई. पहले से ही चुद कर फट चुकी मेघना कि गीली चूत में अनिकेत का पूरा लण्ड एकबारगी भीतर जड़ तक समा गया.
" आअह्ह्ह... भाभी !!! ". ना चाहते हुये भी अनिकेत के मुँह से निकला, और उसकी आँखें खुद ब खुद बंद हो गईं, जब उसके लण्ड के तनाव को मेघना भाभी कि चूत कि अंदरूनी गहराइयों का नरम एहसास मिला.
" Lovebirds !!! ". फ़ैली आँखों से सामने चल रहे दृश्य को देखकर अनायास ही अभिषेक खुद में धीरे से बुदबुदाया, और व्हिस्की कि एक और घूँट अपने गले में उतार ली.
शराब से बोझल अपने पति कि आँखों में एक बार देखकर मेघना ने फिर अपना मुँह मोड़ लिया, और सारा ध्यान अनिकेत कि ओर केंद्रित कर लिया. अपने गाल पर नर्म होंठों का स्पर्श पाकर अनिकेत ने अपनी आँखे खोली, तो देखा कि मेघना उसे झुककर चूम रही है.
" यहाँ कोई नहीं है... ". अनिकेत के गाल से अपने होंठ सटाये हुये ही मेघना फुसफुसाई. " बस तुम और मैं ! ".
मेघना कि आँखों में आँखें डालकर अनिकेत ने देखा कि वो सचमुच में वही मतलब समझा रही थी, जो वो बोल रही थी.
ये व्हिस्की का असर था !!!
अनिकेत ने आज तक कभी शराब नहीं पी थी. कुछ देर पहले Raw व्हिस्की कि घूँट जो उसने जबरदस्ती गटक ली थी, उसने अब असर दिखाना शुरू कर दिया था. उसमें एक अजीब तरह का साहस आ चुका था, जो कि मेघना भाभी कि अस्वासन भरी बातों से अब और दृढ हो गया था. वैसे नशा तो मेघना को भी हुआ था, लेकिन अनिकेत से काफ़ी हद तक कम !
कुछ देर पहले मेघना ने जानबूझकर अपने पति से शराब कि बोतल लेकर खुद भी व्हिस्की पी ली थी, और अनिकेत को भी पिलाई थी, ताकि उन दोनों को जबरन जो कुछ भी करने के लिए कहा जा रहा है, वो करने में दोनों को कोई झिझक महसूस ना हो.
मेघना कि ये ट्रिक काम आई थी !
" हाँ भाभी... बस हम दोनों !!! ". अनिकेत ने ऐसे दोहराया, जैसे कि मानो वो किसी सम्मोहन में हो.
अनिकेत के बात समझ में आ जाने पर मेघना मुस्कुराई, और उसके शरीर के ऊपर से उठते हुये उसके दोनों हाथ पकड़कर अपनी चूचियों पर रख लिए. अनिकेत समझ गया कि मेघना भाभी क्या चाहती है. अपने दोनों हाथ अनिकेत के सीने पर टिकाकर मेघना ने एक लंबी साँस ली, तो अनिकेत उसके मम्मे धीरे धीरे दबाने लगा.
अनिकेत ने अपनी कमर हल्की सी ऊपर उठाई तो उसके Condom में भरा गरम वीर्य मेघना कि बच्चेदानी से जा टकराया. बच्चेदानी में मीठी गुदगुदी हुई, तो मेघना को चिंता सताने लगी कि कहीं Condom अंदर ही फट ना जाये. अगर ऐसा हुआ तो उसका गर्भधारण करना सुनिश्चित था !
जल्दी ही कोई उपाय निकालना ज़रूरी था !
वो कुर्सी पर पीठ टिकाकर अब आराम से बैठ गया !
Condom का मुँह टाइट होकर जब अंदर भरे हुये वीर्य से फूलता हुआ अनिकेत ने महसूस किया तो वो समझ गया कि उसके झड़े हुये लण्ड में अब फिर से जान आ रही है.
" Condom फट जायेगा भाभी !!! ". अपनी आँखें खोलकर अनिकेत ने अभिषेक कि ओर देखे बिना मेघना से धीमी आवाज़ में कहा.
अनिकेत के सीने पर अपने दोनों हाथ रखकर मेघना उठी और नीचे देखा - उसका मुरझाया लण्ड उसके Condom में कसते जा रहा था, और Condom के मुँह पर भरा वीर्य गुब्बारे कि भांति फूल गया था !
" Condom चेंज करना होगा ! ". मेघना झिझकते झिझकते अपने पति कि ओर देखकर बोली.
" अच्छा ? तो अब मैं तुम दोनों के लिए Condom भी ले आऊं ? ". अभिषेक ने हँसते हुये कहा. " ऐसे ही करो बेबी... ".
मेघना को याद था कि Condom का पूरा भरा पैकेट बाहर ड्राइंग रूम में सोफे पर पड़ा हुआ है जो कि अनिकेत लेकर आया था ( बेचारे का प्लान रहा होगा आज पूरी दोपहर चोदने का ! ). पर इस वक़्त ना तो उसे वहाँ जाकर वो पैकेट लाने का मन था, और ना ही अनिकेत को. इतने देर तक वीर्य से भरा Condom पहने रहने के कारण अनिकेत का लण्ड वीर्य से पूरी तरह सन गया था, ऐसे में बिना Condom उसका लण्ड अपनी चूत में लेने में जोखिम था. बहरहाल, मेघना ने तय किया कि एक बार इस्तेमाल किये हुये उसी Condom चढ़े लण्ड से चुदवाना उसकी Fertile चूत के लिए ज़्यादा सुरक्षित रहेगा !!!
अब तक निर्जीव पड़े अनिकेत ने अपनी आँखें खोलकर जब अपने दोनों हाथ मेघना के भरे पूरे चूतड़ों पर सरकाकर उन्हें दबाना शुरू किया तो मेघना समझ गई अब वो चोदने के लिए तैयार हो चुका है.
" यही चाहते थे ना तुम ??? ". अपनी चूत के नीचे दबे पड़े अनिकेत के खड़े लण्ड कि ओर इशारा करके मेघना अपने पति कि आँखों में आँखे डालकर हल्के से मुस्कुराते हुये बोली.
" मैं नहीं... तुम चाहती थी ! ". अभिषेक ने वापस से मुस्कुराकर अपनी पत्नि के वाक्य को सटीक किया.
ये तर्क करने का समय नहीं था !
मेघना ने एक लंबी ठंडी आह भरी, और अनिकेत के सीने पर अपना बांया हाथ टिकाकर अपने बदन का पूरा भार उसके ऊपर डालते हुये अपनी गांड़ थोड़ी सी ऊपर उठाई, फिर अपने दांये हाथ से उसके खड़े लण्ड कि जड़ को Condom सहित सावधानी से पकड़ा, ताकि ना ही Condom सरक कर खुल जाये, और ना ही फटे, और फिर अपनी चूत कि फांक को उसके लण्ड के सुपाड़े पर रखकर अपने गांड़ का पूरा वजन नीचे डालते हुये वापस से उसकी गोद में बैठ गई. पहले से ही चुद कर फट चुकी मेघना कि गीली चूत में अनिकेत का पूरा लण्ड एकबारगी भीतर जड़ तक समा गया.
" आअह्ह्ह... भाभी !!! ". ना चाहते हुये भी अनिकेत के मुँह से निकला, और उसकी आँखें खुद ब खुद बंद हो गईं, जब उसके लण्ड के तनाव को मेघना भाभी कि चूत कि अंदरूनी गहराइयों का नरम एहसास मिला.
" Lovebirds !!! ". फ़ैली आँखों से सामने चल रहे दृश्य को देखकर अनायास ही अभिषेक खुद में धीरे से बुदबुदाया, और व्हिस्की कि एक और घूँट अपने गले में उतार ली.
शराब से बोझल अपने पति कि आँखों में एक बार देखकर मेघना ने फिर अपना मुँह मोड़ लिया, और सारा ध्यान अनिकेत कि ओर केंद्रित कर लिया. अपने गाल पर नर्म होंठों का स्पर्श पाकर अनिकेत ने अपनी आँखे खोली, तो देखा कि मेघना उसे झुककर चूम रही है.
" यहाँ कोई नहीं है... ". अनिकेत के गाल से अपने होंठ सटाये हुये ही मेघना फुसफुसाई. " बस तुम और मैं ! ".
मेघना कि आँखों में आँखें डालकर अनिकेत ने देखा कि वो सचमुच में वही मतलब समझा रही थी, जो वो बोल रही थी.
ये व्हिस्की का असर था !!!
अनिकेत ने आज तक कभी शराब नहीं पी थी. कुछ देर पहले Raw व्हिस्की कि घूँट जो उसने जबरदस्ती गटक ली थी, उसने अब असर दिखाना शुरू कर दिया था. उसमें एक अजीब तरह का साहस आ चुका था, जो कि मेघना भाभी कि अस्वासन भरी बातों से अब और दृढ हो गया था. वैसे नशा तो मेघना को भी हुआ था, लेकिन अनिकेत से काफ़ी हद तक कम !
कुछ देर पहले मेघना ने जानबूझकर अपने पति से शराब कि बोतल लेकर खुद भी व्हिस्की पी ली थी, और अनिकेत को भी पिलाई थी, ताकि उन दोनों को जबरन जो कुछ भी करने के लिए कहा जा रहा है, वो करने में दोनों को कोई झिझक महसूस ना हो.
मेघना कि ये ट्रिक काम आई थी !
" हाँ भाभी... बस हम दोनों !!! ". अनिकेत ने ऐसे दोहराया, जैसे कि मानो वो किसी सम्मोहन में हो.
अनिकेत के बात समझ में आ जाने पर मेघना मुस्कुराई, और उसके शरीर के ऊपर से उठते हुये उसके दोनों हाथ पकड़कर अपनी चूचियों पर रख लिए. अनिकेत समझ गया कि मेघना भाभी क्या चाहती है. अपने दोनों हाथ अनिकेत के सीने पर टिकाकर मेघना ने एक लंबी साँस ली, तो अनिकेत उसके मम्मे धीरे धीरे दबाने लगा.
अनिकेत ने अपनी कमर हल्की सी ऊपर उठाई तो उसके Condom में भरा गरम वीर्य मेघना कि बच्चेदानी से जा टकराया. बच्चेदानी में मीठी गुदगुदी हुई, तो मेघना को चिंता सताने लगी कि कहीं Condom अंदर ही फट ना जाये. अगर ऐसा हुआ तो उसका गर्भधारण करना सुनिश्चित था !
जल्दी ही कोई उपाय निकालना ज़रूरी था !