22-07-2021, 10:58 PM
ढोलू ने मेरी रूपाली दीदी के अंदर झटके देने शुरू कर दिए थे.. उसका हर झटका मेरी दीदी के रोम-रोम में एक नया एहसास दे रहा था..
भले ही मेरी बहना की चूत ढोलू के लंड के लिए अभी जगह न बना पाई हो लेकिन ये तीखा दर्द भरा अहसास भी कम जादुई नहीं था ... मेरी बहन की चूत के ओंठ अपने किनारों तक पूरी तरह फ़ैल गए थे ... ढोलू के फौलादी लोड़े ने मेरी रूपाली दीदी की चिकनी चुनमुनिया को पूरा चौड़ा कर दिया था..
मेरी रूपाली दीदी की चूत घाटी की गुलाबी दरार में ढोलू का लंड पूरी तरह धंस चूका था....अब तो बस आगे का सफ़र करने की देर थी ..मेरी दीदी के बदन की गरमी और वासना में उसका पूरा बदन नहाया हुआ था.
मेरी दीदी भी पूरी तरह से वासना की अग्नि में जलने लगी थी... जल बिन मछली की तरह तड़प रही थी...
मेरी रूपाली दीदी के तने हुए सुडौल उरोज और कठोर निप्पल, और उनसे बहता हुआ दूध इस बात की निशानी थे कि मेरी बहन अब चुदने के लिए पूरी तरह से तैयार है .. मेरी बहन की उभरी कठोर छातियाँ, चिकनी कसी हुई गुलाबी चूत, ढोलू के तो होश उड़े हुए थे..
मेरी रूपाली दीदी कि चूत की गुलाबी गर्माहट के अहसास और उसके जवान मांसल बदन की कसावट देखकर ढोलू से रहा न गया उसने एक जोरदार ठोकर मेरी बहना के छेद में मारी और मेरी बहना मुसल लंड की ठोकर से मिले दर्द से नहा गयी...
मम्मी रे...आआआईईईईई मामाआआ... मेरी दीदी चीख पड़ी..
इसके बाद ढोलू ने अपने लंड को बाहर खींचा और फिर से मेरी रूपाली दीदी की चूत में पेल दिया था
ऊऊऊऊऊईईईईई ...माम्मईईईई.. मर गई रे... मेरी दीदी चीखने लगी..
मेरी आंखों के सामने ही मेरी बहन की इज्जत लूटी जा रही थी..
ढोलू ने फिर से पीछे लंड को खींचा और फिर से मेरी रूपाली दीदी की चूत में गहराई तक पेल दिया था...
इसके बाद मेरी दीदी के मुहँ से तेज कराह निकली - आआह्हीईईइ मामआअ ईईईईईईईईईईई मरररर रर रररर गाअयीईईई..
मुझे यह सब देख कर बड़ा ही अजीब महसूस हो रहा था.. अपनी सगी बहन को, जो शादीशुदा भी है, एक बेटी की मां है... आज वह एक हट्टे कट्टे मर्द के नीचे है और उसका मोटा मुसल लंड उसकी जांघो के बीच की दरार को चीर कर अन्दर तक धंसा हुआ है... मेरी बेवकूफी और कमजोरी की वजह से... मुझे अपनी कमजोरी का एहसास हो रहा था... एक बेचारा भाई, जो कुछ भी नहीं कर सकता है इस समय बस चुपचाप देख सकता है अपनी बहन का संभोग एक गुंडे के साथ जबरदस्ती.. मैं बिल्कुल बेबस हो चुका था...
अपनी मजबूरी पर मेरी आंखों में आंसू आ गए थे.. पर अपनी आंखों के सामने का दृश्य देखने से मैं खुद को रोक नहीं पा रहा था..
मेरी रूपाली दीदी हांफते हुए - ऐसे ही चोदो मुझे ...कम से कम मेरे भाई को तो बाहर भेज दो ना..
ढोलू भी हांफते हुए - तुझे मजा आ रहा है ना रंडी... बहन की लोड़ी.. रहने दे इस गांडू को यहीं पर.. इसके सामने मैं तेरी बजाने में बड़ा मजा आ रहा है..
मेरी रूपाली दीदी - हाँ बहुत मजा आ रहा है ..
ढोलू - कितना मजा आ रहा है .. तेरा गांडू पति तेरी ऐसी ठुकाई करता है क्या.. बोल रंडी..
मेरी रूपाली दीदी : मम्मी रे ....आआह्हीईई.. नहीं ... मेरे पति में इतनी ताकत नहीं है..आआह्हीईई...
ढोलू मेरी तरफ देखते हुए: सुन रहा है ना बहन चोद.. तेरी रंडी बहन क्या बोल रही है... तेरा जीजा नामर्द हो चुका है..
मैं उसकी बातें सुनकर चुपचाप अपना सर नीचे झुका दिया..
मेरी रूपाली दीदी समझ गई थी की ढोलू उनके मुंह से मुहँ से चूत चुदाई की बकचोदी सुनना चाहता है ..
मेरी रूपाली दीदी - मुझे चोदते रहो..
ढोलू - बस सिर्फ चोदता रहू मेरी रंडी?
मेरी रूपाली दीदी- नहीं दिलो जान से चोदो , ढेर सारा प्यार करके चोदो..लम्बे लम्बे धक्के लगाकर चोदो ..मेरी चूत की गहराइयो तक लंड पेलकर चोदो ..
ढोलू के कानो में पड़े ये शब्द उसकी वासना में उत्प्रेरक की तरह थे.. उसकी कमर तेजी से हिलने लगी...
मेरी दीदी ने उसकी वासना की आग में हवा दे दी थी...
मेरी रूपाली दीदी: हां ढोलू हां ऐसे ही...ऐसे ही चोदो मुझे ...........हह ! आय माआ आ.. ज़ोर से और ज़ोर से… ओह… बहुत अच्छा लग रहा है… अम्म्म्म.... हचक हचक के मुसल लंड से मेरी गुलाबी मखमली चूत चीरकर पेलकर मुझे चोदो, बस चोदते रहो ... आआआह्ह्ह बस ऐसे ही मेरी चूत को अपने मुसल लंड से कुचलते रहो ... मुझे बहुत अच्छा लग रहा है .. बस मुझे चोद चोद कर स्वर्ग की सैर करा दो मेरे लंड राजा अरे मोरी मैया... मोरे राजा चोदो मुझे, चोदो न अपनी डार्लिंग को, उसकी मखमली चूत को, मिटा दो इसकी सारी खुजली आज.. रंडी हूं मैं तेरी ..
ढोलू: हां साली रंडी ले मेरा लौड़ा.. ले मेरे लोड़े के झटके... तेरी मां की ब** चोदा... रंडी की औलाद..
दोनों के बीच अब कोई शर्म नहीं बची थी .. सब कुछ खुल कर हो रहा था वह भी मेरी आंखों के सामने...
भले ही मेरी बहना की चूत ढोलू के लंड के लिए अभी जगह न बना पाई हो लेकिन ये तीखा दर्द भरा अहसास भी कम जादुई नहीं था ... मेरी बहन की चूत के ओंठ अपने किनारों तक पूरी तरह फ़ैल गए थे ... ढोलू के फौलादी लोड़े ने मेरी रूपाली दीदी की चिकनी चुनमुनिया को पूरा चौड़ा कर दिया था..
मेरी रूपाली दीदी की चूत घाटी की गुलाबी दरार में ढोलू का लंड पूरी तरह धंस चूका था....अब तो बस आगे का सफ़र करने की देर थी ..मेरी दीदी के बदन की गरमी और वासना में उसका पूरा बदन नहाया हुआ था.
मेरी दीदी भी पूरी तरह से वासना की अग्नि में जलने लगी थी... जल बिन मछली की तरह तड़प रही थी...
मेरी रूपाली दीदी के तने हुए सुडौल उरोज और कठोर निप्पल, और उनसे बहता हुआ दूध इस बात की निशानी थे कि मेरी बहन अब चुदने के लिए पूरी तरह से तैयार है .. मेरी बहन की उभरी कठोर छातियाँ, चिकनी कसी हुई गुलाबी चूत, ढोलू के तो होश उड़े हुए थे..
मेरी रूपाली दीदी कि चूत की गुलाबी गर्माहट के अहसास और उसके जवान मांसल बदन की कसावट देखकर ढोलू से रहा न गया उसने एक जोरदार ठोकर मेरी बहना के छेद में मारी और मेरी बहना मुसल लंड की ठोकर से मिले दर्द से नहा गयी...
मम्मी रे...आआआईईईईई मामाआआ... मेरी दीदी चीख पड़ी..
इसके बाद ढोलू ने अपने लंड को बाहर खींचा और फिर से मेरी रूपाली दीदी की चूत में पेल दिया था
ऊऊऊऊऊईईईईई ...माम्मईईईई.. मर गई रे... मेरी दीदी चीखने लगी..
मेरी आंखों के सामने ही मेरी बहन की इज्जत लूटी जा रही थी..
ढोलू ने फिर से पीछे लंड को खींचा और फिर से मेरी रूपाली दीदी की चूत में गहराई तक पेल दिया था...
इसके बाद मेरी दीदी के मुहँ से तेज कराह निकली - आआह्हीईईइ मामआअ ईईईईईईईईईईई मरररर रर रररर गाअयीईईई..
मुझे यह सब देख कर बड़ा ही अजीब महसूस हो रहा था.. अपनी सगी बहन को, जो शादीशुदा भी है, एक बेटी की मां है... आज वह एक हट्टे कट्टे मर्द के नीचे है और उसका मोटा मुसल लंड उसकी जांघो के बीच की दरार को चीर कर अन्दर तक धंसा हुआ है... मेरी बेवकूफी और कमजोरी की वजह से... मुझे अपनी कमजोरी का एहसास हो रहा था... एक बेचारा भाई, जो कुछ भी नहीं कर सकता है इस समय बस चुपचाप देख सकता है अपनी बहन का संभोग एक गुंडे के साथ जबरदस्ती.. मैं बिल्कुल बेबस हो चुका था...
अपनी मजबूरी पर मेरी आंखों में आंसू आ गए थे.. पर अपनी आंखों के सामने का दृश्य देखने से मैं खुद को रोक नहीं पा रहा था..
मेरी रूपाली दीदी हांफते हुए - ऐसे ही चोदो मुझे ...कम से कम मेरे भाई को तो बाहर भेज दो ना..
ढोलू भी हांफते हुए - तुझे मजा आ रहा है ना रंडी... बहन की लोड़ी.. रहने दे इस गांडू को यहीं पर.. इसके सामने मैं तेरी बजाने में बड़ा मजा आ रहा है..
मेरी रूपाली दीदी - हाँ बहुत मजा आ रहा है ..
ढोलू - कितना मजा आ रहा है .. तेरा गांडू पति तेरी ऐसी ठुकाई करता है क्या.. बोल रंडी..
मेरी रूपाली दीदी : मम्मी रे ....आआह्हीईई.. नहीं ... मेरे पति में इतनी ताकत नहीं है..आआह्हीईई...
ढोलू मेरी तरफ देखते हुए: सुन रहा है ना बहन चोद.. तेरी रंडी बहन क्या बोल रही है... तेरा जीजा नामर्द हो चुका है..
मैं उसकी बातें सुनकर चुपचाप अपना सर नीचे झुका दिया..
मेरी रूपाली दीदी समझ गई थी की ढोलू उनके मुंह से मुहँ से चूत चुदाई की बकचोदी सुनना चाहता है ..
मेरी रूपाली दीदी - मुझे चोदते रहो..
ढोलू - बस सिर्फ चोदता रहू मेरी रंडी?
मेरी रूपाली दीदी- नहीं दिलो जान से चोदो , ढेर सारा प्यार करके चोदो..लम्बे लम्बे धक्के लगाकर चोदो ..मेरी चूत की गहराइयो तक लंड पेलकर चोदो ..
ढोलू के कानो में पड़े ये शब्द उसकी वासना में उत्प्रेरक की तरह थे.. उसकी कमर तेजी से हिलने लगी...
मेरी दीदी ने उसकी वासना की आग में हवा दे दी थी...
मेरी रूपाली दीदी: हां ढोलू हां ऐसे ही...ऐसे ही चोदो मुझे ...........हह ! आय माआ आ.. ज़ोर से और ज़ोर से… ओह… बहुत अच्छा लग रहा है… अम्म्म्म.... हचक हचक के मुसल लंड से मेरी गुलाबी मखमली चूत चीरकर पेलकर मुझे चोदो, बस चोदते रहो ... आआआह्ह्ह बस ऐसे ही मेरी चूत को अपने मुसल लंड से कुचलते रहो ... मुझे बहुत अच्छा लग रहा है .. बस मुझे चोद चोद कर स्वर्ग की सैर करा दो मेरे लंड राजा अरे मोरी मैया... मोरे राजा चोदो मुझे, चोदो न अपनी डार्लिंग को, उसकी मखमली चूत को, मिटा दो इसकी सारी खुजली आज.. रंडी हूं मैं तेरी ..
ढोलू: हां साली रंडी ले मेरा लौड़ा.. ले मेरे लोड़े के झटके... तेरी मां की ब** चोदा... रंडी की औलाद..
दोनों के बीच अब कोई शर्म नहीं बची थी .. सब कुछ खुल कर हो रहा था वह भी मेरी आंखों के सामने...