15-04-2019, 04:05 PM
रिया ने मुझे थोड़ी देर के लिए अलग किया और वह दरवाजे की तरफ भागी.
उसने दरवाजे की कुण्डी अच्छी तरहसे बंद करदी और फिर भाग के मेरे पास आते हुए
मुझे जोरसे अपनी बाहों में भीच लिया .
मैं उसे देखती ही रही ..... मेरी समझ में कुछ भी नहीं आ रहा था .
मैं बोली " ये क्या कर रही हो रिया.... दरवाजा क्यों बंद किया..... क्या हूवा है तुझे "
रिया ने बड़े प्यारसे मेर तरफ देखा और बोली
"आज मैं मेरी भोली बन्नो को .... जवानी का अद्भुत खेल समझाने वाली हूँ ."
मैं : "जवानी का अद्भुत खेल ? ये क्या है.."
उसने फिर एक बार अपने होठोसे मेरे होंठ बंद किये.....
और मेरी उभरती हुयी छातियो को अपने हाथोसे भीचना शुरू किया.
जैसे ही रिया के हाथ मेरी छातियोसे लगे ....
मैंने एक अजीब सा रोमांच महसूस किया ....
एक नशा सा होने लगा था ....
रियाने मेरे निचले होठ पर अपनी जुबान फिराना शुरू किया ....
उसके हाथ अब मेरी टॉप के अन्दर जाने की कोशिश कर रहे थे .....
मुझे थोडा अजीब लगा पर ना जाने क्यों मैंने उसे रोकने का प्रयास भी नहीं किया.
जल्द ही उसके हाथ मेरी टॉप के अन्दर थे .......
लेकिन उन हाथो की मंझिल कुछ और थी....... उसने फिर थोड़ी मेहनत कर के अपनी मंझिल को पा ही लिया....
उसने मेरी समिज के अन्दर हाथ डालते हुए मेरे नग्न स्तनों को छू लिया....
उसने दरवाजे की कुण्डी अच्छी तरहसे बंद करदी और फिर भाग के मेरे पास आते हुए
मुझे जोरसे अपनी बाहों में भीच लिया .
मैं उसे देखती ही रही ..... मेरी समझ में कुछ भी नहीं आ रहा था .
मैं बोली " ये क्या कर रही हो रिया.... दरवाजा क्यों बंद किया..... क्या हूवा है तुझे "
रिया ने बड़े प्यारसे मेर तरफ देखा और बोली
"आज मैं मेरी भोली बन्नो को .... जवानी का अद्भुत खेल समझाने वाली हूँ ."
मैं : "जवानी का अद्भुत खेल ? ये क्या है.."
उसने फिर एक बार अपने होठोसे मेरे होंठ बंद किये.....
और मेरी उभरती हुयी छातियो को अपने हाथोसे भीचना शुरू किया.
जैसे ही रिया के हाथ मेरी छातियोसे लगे ....
मैंने एक अजीब सा रोमांच महसूस किया ....
एक नशा सा होने लगा था ....
रियाने मेरे निचले होठ पर अपनी जुबान फिराना शुरू किया ....
उसके हाथ अब मेरी टॉप के अन्दर जाने की कोशिश कर रहे थे .....
मुझे थोडा अजीब लगा पर ना जाने क्यों मैंने उसे रोकने का प्रयास भी नहीं किया.
जल्द ही उसके हाथ मेरी टॉप के अन्दर थे .......
लेकिन उन हाथो की मंझिल कुछ और थी....... उसने फिर थोड़ी मेहनत कर के अपनी मंझिल को पा ही लिया....
उसने मेरी समिज के अन्दर हाथ डालते हुए मेरे नग्न स्तनों को छू लिया....