20-07-2021, 04:39 PM
इस किचन में दिन भर में सैकड़ों व्यंजन बनाए जाते थे। लेकिन अब किचन बहुत साफ-सुथरा लग रहा था। इस बारे में शशांक कुछ कहने ही वाले थे, लेकिन शिल्पा वाहिनी ने उन्हें फिर चुप रहने को कहा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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