20-07-2021, 04:34 PM
(20-07-2021, 04:34 PM)neerathemall Wrote: थोड़ी देर बाद उन्होंने देखा कि शिल्पा वाहिनी की पीठ पर उनकी पकड़ ढीली हो गई थी।
उसने अपना हाथ उसकी पीठ और सिर पर रखा और उन्हें जाने दिया।
उसने फिर से अपनी पलकें झपकाकर आँसू वापस भेजने की कोशिश की।
शशांक के आलिंगन से निकलकर उसने उसे 'सॉरी' कहा और काउंटर से टिश्यू पेपर लेकर उसकी आंखें पोंछने लगीं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.