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मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam
#23
रोहित और निधी इतने सालों से एक साथ एक ही कमरे में रह रहें थें, रोहित ने कभी भी ऐसा महसूस नहीं किया था जैसा वो अब कर रहा था. ऐसी बात नहीं है की वो कभी अपनी बहन के इतना करीब ना गया हो, दोनों एक ही बिस्तर पर सोते थें, इससे ज़्यादा करीबी और क्या हो सकती है.

पर हमेशा से एक Normal भाई बहन रहे इन दोनों के बीच अभी जो भी हो रहा था, ऐसा क्यूं हो रहा था अगर मुझे पता होता तो मैं ज़रूर लिखता यहाँ !!!

दोनों भाई बहन सामने ऊपर की तरफ बस का Rod पकड़े खड़े थें. रोहित का मुँह अपनी बहन के भीगे खुले बालों के ठीक पीछे था... उसके बालों से आ रही बारिश के पानी और शैम्पू की घुली मिली महक ने मानो बहन और एक लड़की के बीच का संकरा फासला कम कर दिया था.

अभी तक तो रोहित असमंजस में था की क्या हो रहा है और वो क्या करे और क्या ना करे, पर अब जब उसका लण्ड पूरी तरह से टाईट ठनक कर खड़ा हो गया तो उसने समझ लिया की वो अपनी ही सगी बहन के बदन से सट कर कामोत्तेजित हो रहा था !!!

अब रोहित के पास बस एक ही रास्ता था... ये टेस्ट करना की उसकी छोटी बहन क्या चाहती है, अगर वो तिनका भर भी आपत्ती दिखायेगी तो उसे तुरंत खुद को रोक लेना होगा.

रोहित ने अपनी कमर हल्के से सामने की ओर बढ़ाई तो निधी की गांड़ के बीच रगड़ खा कर उसके लण्ड का चमड़ा पीछे खिसक कर खुल गया और उसका मोटा सुपाड़ा बाहर निकल आया. अब रोहित अपने भीगे Trouser में अपने खड़े लौड़े का सुपाड़ा खोले अपनी बहन की गोल गदराई चूतड़ से टिका खड़ा था !!!


निधी का रहा सहा शक भी अब जाता रहा की जो कुछ भी हो रहा था वो अनजाने में हो रहा था. वो समझ गई की उसके भैया बेचारे Situation के सताये कामोन्मादित हो रहें थें. Situation के सताये और मारे ही कहेंगे ना... क्यूंकि निधी समझ रही थी आज तक उसके भैया ने ना जाने कितनी बार उसे नाईटी में, Hot Pants में, Skirt में और पजामे में देखा था, पर कभी भी उसपे गंदी नज़र नहीं डाली थी. आज का दिन मगर कुछ और ही था... मन ही मन निधी थोड़ा मुस्कुराई, पर कुछ ना बोली, चुप रही.


इधर रोहित का मन बढ़ गया जब उसकी बहन की ओर से ऐसा कोई इशारा नहीं हुआ जिसके द्वारा वो अपनी असहमति दिखाए. फिर क्या था, उसने एकदम धीरे धीरे निधी की नरम गांड़ में अपना लण्ड ठेलना शुरू किया. उसके खड़े लण्ड का सुपाड़ा तो पहले ही खुल चुका था, सो अपने पानी में गीले भीगे अंडरवीयर के अंदर अपना लौड़ा घिसने में उसे ऐसी आनंद की अनुभूति होने लगी की वो बयां नहीं कर सकता था !

अभी उसने तीन चार बार ही अपना लण्ड रगड़ा होगा की बस रुक गई... कोई Stopage आया था. वो थोड़ा संभल कर खड़ा हो गया पर उसने देखा की जितने लोग बस से उतरे नहीं उससे ज़्यादा लोग चढ़ गयें, भीड़ और बढ़ गई थी. बस फिर से चल पड़ी.

" अभी दूर है क्या निधी ? ". रोहित ने अपनी बहन के मूड का जायजा लेने के मकसद से पूछा.

" हाँ भैया... ये बस दूसरे Route से जाती है ना. आपकी Bike में तो ज़ल्दी हो जाता है वो IBM Office के रास्ते से जाने पर. ". निधी ने तुरंत जवाब दिया, पर अभी भी पीछे नहीं मुड़ी.

" हाँ... I See... ".

रोहित ने इधर उधर आस पास के लोगों को देखा पर सभी अपने में मगन और परेशान खड़े थें... बस में दो अच्छे घराने के भाई बहन क्या कर रहें थें इसमें शायद ही किसी को रूचि हो !!!

रोहित अपना दाया हाथ नीचे सरका के अपने Trouser तक ले गया और पैंट की Zip यानि चैन खोल दी. निधी पीछे देख तो नहीं पा रही थो पर वो समझ गई की उसके भैया अब कोई और नई शैतानी करने वाले हैं. उसका दिल ज़ोरों से धड़कने लगा...

अपने Trouser के अंदर हाथ डाल कर रोहित ने अपना खड़ा लण्ड अपने जांघिये से बाहर निकाल लिया और फिर पैंट कि Zip वापस लगा ली. अब उसका लण्ड अंडरवीयर से बाहर लेकिन Trouser के अंदर था. उसने ऐसा इसलिये किया था ताकि उसके लण्ड को अपनी बहन के चूतड़ का ज़्यादा से ज़्यादा स्पर्श मिल सके. अब उसने अपनी बहन कि गीली कमीज़ उठा कर सीधे उसके सलवार में लिपटी गांड़ में अपना लण्ड सटा दिया और उसकी कमीज़ से वो हिस्सा ढक दिया, जिससे अगर कोई देखे तो सिर्फ ये समझे कि दोनों बस ऐसे ही बाकि यात्रियों कि तरह खड़े हैं !

निधी कि तो जैसे साँस ही रुक गई Public में अपने भैया कि इस Daring और कुछ कुछ Funny हरकत को देख कर !

निधी ने अपने भीगे बालों और गर्दन पर अपने भैया कि गरम साँसे महसूस कि... रोहित अब इसके ऊपर झुका पहले से और ज़्यादा सट कर खड़ा हो गया था. कमीज़ के अंदर ढकी उसकी गांड़ में रोहित अब खुल कर लण्ड घिसने रगड़ने लगा. निधी कि मांसल पुष्ट गांड़ कि गोलाईयां उसके लण्ड को इतना सुकून और आनंद देंगी, ये उसे अभी अभी पता चला था !

अपने पूरी तरह से उत्तेजित हो चुके लण्ड से रोहित ने ठेल ठेल कर अपनी बहन कि सलवार और उसके अंदर पहनी पैंटी को उसकी चूतड़ कि फांक में घुसा दिया था. निधी को तो मन ही मन हँसी आने लगी अपने भैया कि बेचैनी देख कर.

अति कामोत्तेजना में रोहित को पता ही नहीं चला कि कब रुकना है और उसने अपना लण्ड अपनी बहन कि टाईट गांड़ में कुछ ज़्यादा ही घिस दिया था, इस वजह से वो स्खलित होने के करीब पहुंच गया. उसने तुरंत अपना लण्ड निधी कि गांड़ से हटा लिया और साँस रोक कर अपना माल गिरने से रोकने कि कोशिश करने लगा. इस कोशिश में उसके पेट मे बल पड़ गया, मगर अब काफी देर हो चुकी थी, उसका लण्ड उसके पैंट में एकदम से बड़ा होकर फूल गया और उसका वीर्य निकल आया !!!

जब रोहित ने देखा कि अब कोई फायदा नहीं तो उसने वापस अपना लण्ड अपनी बहन कि सलवार में घुसा दिया और झड़ने लगा. उसका गाढ़ा वीर्य Trouser के कपड़े से बाहर रिस रिस कर बहने लगा. निधी ने जब अपनी सलवार में गांड़ और जांघो पर गरम गरम मलाई जैसी चिकनी रस के एक के बाद दूसरी धार को गिरता हुआ महसूस किया तो वो समझ गई कि उसके भैया का काम तमाम हो चुका है !!!
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RE: मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam - by usaiha2 - 14-07-2021, 04:41 PM



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