14-07-2021, 03:00 PM
(This post was last modified: 14-07-2021, 03:25 PM by usaiha2. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
" बैठो... ". अदिती ने कहा और सूरज बिस्तर पे उसके पैरों कि तरफ बैठ गया.
" क्या कर रहे थे मेरे साथ... बोलो ??? ".
" माफ़ी मैडम जी... मुझसे बहुत गलती हुई. "
अदिती चुप रही.
" आप सो जाओ मैडम जी... सुबह मैं आपको घर छोड़ दूंगा. ". ना चाहते हुए भी सूरज कि नज़र अदिती कि गांड़ पे पड़ ही गई.
60 वाट कि धीमी रौशनी में सूरज ने अदिती कि गांड़ देखी. इतनी बड़ी नंगी खुली हुई गांड़ उसने कभी नहीं देखी थी... एकदम गोरी टाईट गोल फुटबाल के जैसी !
" सुबह घर छोड़ दोगे... अच्छा ? ". अदिती क्या बोल रही थी शायद उसे खुद पता नहीं था. इतना कह कर उसने करवट बदली और Side होकर लेट गई. उसके करवट बदलते ही सूरज ने उसकी ओर चोर नज़रों से देखा कि अब तो उसकी चूत कि एक झलक दिख जाये. पर अदिती ने बड़ी चालाकी से अपनी टांगों कि पोजीशन ऐसी रखी थी कि उसकी चूत उसकी गदराई जांघों के बीच छुप गई थी.
" लड़की देखी नहीं कि लार टपकने लगती है ना तूम लोगों कि... बस एक ही चीज़ दिखती है लड़की में तुमको क्या ??? ". अदिती कि बातें तो डांटने वाली थी पर Tone काफी नरम था. इस बार उसकी नज़र सीधे सूरज के गमछे में लिपटे लौड़े पर पड़ी. सूरज ने भांप लिया था कि अदिती उसके लण्ड का मुआयना कर रही है...
" गमछा उतारो. "
" जी... मैडम जी ??? ".
" गमछा खोल कर खड़े हो जाओ... " अदिती ने इस बार थोड़ी सख्ती से कहा तो सूरज खड़ा हो गया और अपना गमछा खोल कर बिस्तर पे रख दिया.
अदिती ज़्यादा चुदी चुदाई लड़की नहीं थी... बस 3 से 4 अलग अलग लड़कों से उसके संबंध थें... पर उसे लण्ड कि पहचान थी. सूरज का लण्ड उसे पसंद आया... थोड़ा काला... लम्बा ज़्यादा नहीं फिर भी 7 इंच का होगा पर मोटा बहुत था... करीब 3 इंच का !!! उसका लण्ड झड़ने के कारण और शायद थोड़ा डर कि वजह से अब ढीला पड़ कर लटक रहा था और लण्ड के सुपाड़े को लण्ड के चमड़े ने पूरा ढक लिया था.
" ये अब खड़ा नहीं होगा क्या ? ". अदिती ने पूछा.
" जी... मैडम... " सूरज उसके मुँह से ऐसी Direct बात सुनकर सकपका सा गया.
" आओ अब बैठो... "
सूरज नंगी लेटी अदिती के बगल में उसी हाल में नंगा बैठ गया.
" छुओ मुझे... " अदिती को पता था कि उसे इस आदमी को Easy करना होगा नहीं तो उसका लण्ड खड़ा नहीं हो पायेगा.
" It's Okay यार... मैं बोल रही हूं ना ! ". अदिती पलट कर पीठ के बल सीधा होकर लेट गई और उसकी चूत अब सूरज के सामने नंगी खुली पड़ी थी. अदिती का मनोभाव समझने के लिये सूरज ने एक बार उसकी ओर देखा... वो एकदम शांत थी... फिर उसने अपनी नज़र उसकी चूत पे गड़ा दी.
मांसल जांघों के बीच दबी पड़ी अदिती कि चूत एकदम पावरोटी कि तरह फुली हुई थी... और मानो V आकर कि इस पावरोटी के बीचों बीच किसी ने एक पतली सी Line काट दी हो चाकू से. चूत पर हलकी हलकी झांट थी... शायद 2 - 3 दिन पहले शेव की होगी... देखकर समझ आ रहा था वो अपनी चूत Shaved ही रखती होगी ! पूरी तरह से गोरी इस लड़की की थोड़ी सी काली या फिर कहें की चोकलेट कलर कि चूत लाजवाब लग रही थी.
सूरज को पता था कि सुबह क्या होने वाला है जब इस लड़की का नशा उतरेगा... पर अभी जब वो राज़ी है तो वो और कितना खुद को रोके ! वो अदिती के ऊपर झुका और उसे चूमना चाहा तो अदिती ने उसे तुरंत रोक दिया. " Nooo... मादरचोद !!! ".
सूरज समझ नहीं पा रहा था कि ये लड़की आखिर चाहती क्या है... शायद वो अपने तरीके से सब कुछ करने देगी... ठीक है... तो यही सही. इस बार उसने अदिती के बूब्स को दोनों हाथों से हल्का सा दबाया तो देखा कि अदिती चुप है... यानि उसे इसमें कोई ऐतराज़ नहीं. रुई कि तरह मुलायम Medium Size कि गोल मटोल चुचियों को थोड़ी देर दबाने के बाद सूरज ने उसके निप्पल चूसने शुरु किये. जब वो बारी बारी से दोनों मम्मे चूस रहा था तब अदिती ने अपनी दाई जांघ पे नरम नरम सा कुछ चुभते हुए महसूस किया. शायद इस हरामी ने अपना लण्ड खड़ा कर लिया था... अदिती ने सिर उठाकर देखना चाहा पर देख नहीं पायी. वो चुपचाप उसे अपना दूध पिलाती रही.
दो तीन मिनट तक मन भर कर चुचियाँ पीने चूसने के बाद सूरज ने अदिती के बदन के नीचले हिस्से कि तरफ रुख किया. उसकी मंशा भाप कर अदिती ने अपने पैर फैला दिये और धीरे से बोली " चाट... ".
सूरज ने देखा कि अदिती कि चूत के दोनों होंठ आपस में सटे हुए थें. उसने अपने दाहिने हाथ कि उंगलियों से उसकी चूत के Lips को खोला तो उसे पता चला कि चूत के होंठ किसी चिपचिपे से लस्सेदार रस कि वजह से चिपके पड़े थें. उसका पानी गिरना शुरु हो गया था !
सूरज उसकी चूत चाटने लगा. उसने अब तक सिर्फ पैसे देकर सस्ती रंडीयों को ही चोदा था और इन रंडीयों कि चूत चाटने का उसे कभी भी मन नहीं हुआ... घिन आती थी उसे. पर इस लड़की कि चूत कि बात ही कुछ और थी.
" क्या कर रहे थे मेरे साथ... बोलो ??? ".
" माफ़ी मैडम जी... मुझसे बहुत गलती हुई. "
अदिती चुप रही.
" आप सो जाओ मैडम जी... सुबह मैं आपको घर छोड़ दूंगा. ". ना चाहते हुए भी सूरज कि नज़र अदिती कि गांड़ पे पड़ ही गई.
60 वाट कि धीमी रौशनी में सूरज ने अदिती कि गांड़ देखी. इतनी बड़ी नंगी खुली हुई गांड़ उसने कभी नहीं देखी थी... एकदम गोरी टाईट गोल फुटबाल के जैसी !
" सुबह घर छोड़ दोगे... अच्छा ? ". अदिती क्या बोल रही थी शायद उसे खुद पता नहीं था. इतना कह कर उसने करवट बदली और Side होकर लेट गई. उसके करवट बदलते ही सूरज ने उसकी ओर चोर नज़रों से देखा कि अब तो उसकी चूत कि एक झलक दिख जाये. पर अदिती ने बड़ी चालाकी से अपनी टांगों कि पोजीशन ऐसी रखी थी कि उसकी चूत उसकी गदराई जांघों के बीच छुप गई थी.
" लड़की देखी नहीं कि लार टपकने लगती है ना तूम लोगों कि... बस एक ही चीज़ दिखती है लड़की में तुमको क्या ??? ". अदिती कि बातें तो डांटने वाली थी पर Tone काफी नरम था. इस बार उसकी नज़र सीधे सूरज के गमछे में लिपटे लौड़े पर पड़ी. सूरज ने भांप लिया था कि अदिती उसके लण्ड का मुआयना कर रही है...
" गमछा उतारो. "
" जी... मैडम जी ??? ".
" गमछा खोल कर खड़े हो जाओ... " अदिती ने इस बार थोड़ी सख्ती से कहा तो सूरज खड़ा हो गया और अपना गमछा खोल कर बिस्तर पे रख दिया.
अदिती ज़्यादा चुदी चुदाई लड़की नहीं थी... बस 3 से 4 अलग अलग लड़कों से उसके संबंध थें... पर उसे लण्ड कि पहचान थी. सूरज का लण्ड उसे पसंद आया... थोड़ा काला... लम्बा ज़्यादा नहीं फिर भी 7 इंच का होगा पर मोटा बहुत था... करीब 3 इंच का !!! उसका लण्ड झड़ने के कारण और शायद थोड़ा डर कि वजह से अब ढीला पड़ कर लटक रहा था और लण्ड के सुपाड़े को लण्ड के चमड़े ने पूरा ढक लिया था.
" ये अब खड़ा नहीं होगा क्या ? ". अदिती ने पूछा.
" जी... मैडम... " सूरज उसके मुँह से ऐसी Direct बात सुनकर सकपका सा गया.
" आओ अब बैठो... "
सूरज नंगी लेटी अदिती के बगल में उसी हाल में नंगा बैठ गया.
" छुओ मुझे... " अदिती को पता था कि उसे इस आदमी को Easy करना होगा नहीं तो उसका लण्ड खड़ा नहीं हो पायेगा.
" It's Okay यार... मैं बोल रही हूं ना ! ". अदिती पलट कर पीठ के बल सीधा होकर लेट गई और उसकी चूत अब सूरज के सामने नंगी खुली पड़ी थी. अदिती का मनोभाव समझने के लिये सूरज ने एक बार उसकी ओर देखा... वो एकदम शांत थी... फिर उसने अपनी नज़र उसकी चूत पे गड़ा दी.
मांसल जांघों के बीच दबी पड़ी अदिती कि चूत एकदम पावरोटी कि तरह फुली हुई थी... और मानो V आकर कि इस पावरोटी के बीचों बीच किसी ने एक पतली सी Line काट दी हो चाकू से. चूत पर हलकी हलकी झांट थी... शायद 2 - 3 दिन पहले शेव की होगी... देखकर समझ आ रहा था वो अपनी चूत Shaved ही रखती होगी ! पूरी तरह से गोरी इस लड़की की थोड़ी सी काली या फिर कहें की चोकलेट कलर कि चूत लाजवाब लग रही थी.
सूरज को पता था कि सुबह क्या होने वाला है जब इस लड़की का नशा उतरेगा... पर अभी जब वो राज़ी है तो वो और कितना खुद को रोके ! वो अदिती के ऊपर झुका और उसे चूमना चाहा तो अदिती ने उसे तुरंत रोक दिया. " Nooo... मादरचोद !!! ".
सूरज समझ नहीं पा रहा था कि ये लड़की आखिर चाहती क्या है... शायद वो अपने तरीके से सब कुछ करने देगी... ठीक है... तो यही सही. इस बार उसने अदिती के बूब्स को दोनों हाथों से हल्का सा दबाया तो देखा कि अदिती चुप है... यानि उसे इसमें कोई ऐतराज़ नहीं. रुई कि तरह मुलायम Medium Size कि गोल मटोल चुचियों को थोड़ी देर दबाने के बाद सूरज ने उसके निप्पल चूसने शुरु किये. जब वो बारी बारी से दोनों मम्मे चूस रहा था तब अदिती ने अपनी दाई जांघ पे नरम नरम सा कुछ चुभते हुए महसूस किया. शायद इस हरामी ने अपना लण्ड खड़ा कर लिया था... अदिती ने सिर उठाकर देखना चाहा पर देख नहीं पायी. वो चुपचाप उसे अपना दूध पिलाती रही.
दो तीन मिनट तक मन भर कर चुचियाँ पीने चूसने के बाद सूरज ने अदिती के बदन के नीचले हिस्से कि तरफ रुख किया. उसकी मंशा भाप कर अदिती ने अपने पैर फैला दिये और धीरे से बोली " चाट... ".
सूरज ने देखा कि अदिती कि चूत के दोनों होंठ आपस में सटे हुए थें. उसने अपने दाहिने हाथ कि उंगलियों से उसकी चूत के Lips को खोला तो उसे पता चला कि चूत के होंठ किसी चिपचिपे से लस्सेदार रस कि वजह से चिपके पड़े थें. उसका पानी गिरना शुरु हो गया था !
सूरज उसकी चूत चाटने लगा. उसने अब तक सिर्फ पैसे देकर सस्ती रंडीयों को ही चोदा था और इन रंडीयों कि चूत चाटने का उसे कभी भी मन नहीं हुआ... घिन आती थी उसे. पर इस लड़की कि चूत कि बात ही कुछ और थी.