10-07-2021, 06:48 PM
“एनी प्राब्लम?” मैने बियर पीते कहा”शिखा जी?”
वह मेरी ओर मूड कर बोली”नतिंग” उसने मेरे हाथ में बियर का मग देखा और गुस्से से बोली”यह ब्राह्मण का घर है यहाँ यह सब नही चलेगा”
“ओह आइ अम सॉरी” मैने माफी माँगते हुए कहा”लेकिन मुझे तो आप के पति ही लेकर आए और वह भी तो पी रहे थे” मैने मग टेबल पर रखते कहा
“वो सब मैं नही जानती, वो आपके यहाँ पी रहे थे आप जाने, यहाँ में रोज पूजा पाठ करती हूँ ये सब नही चलेगा” उसने मुझे सुनाते कहा
“ओक शिखा जी अब चलूँगा” इतनी बेइज़्ज़ती के बाद अब वहाँ मुझे रुकने की इच्छा नही थी
“खाना खा कर जाइएएगा” शिखा ने कहा
“नो थॅंक्स, मैं तो आना ही नही छ्च रहा था आपके पति ने ज़ोर दिया” मैने उसको जवाब दिया
“देखिए” उसने कहा”आपको समझना चाहिए की आपका मेरे पति के साथ उतना बैठना मुझे पसंद नही”
“क्यों?” मैने हैरत से पूछा
“आप उन्हे गंदी आदतें लगा रहे हैं” उसने कहा
“राजन क्या इतना मासूम है जो अपना भला बुरा ना जनता हो?” मैने पूछा
“आप उन्हे शराब की लत क्यों लगा रहे हैं?” उसने बात को बदलते कहा
“वो खुद शराब पीने घर आया था मेरे” मैने कहा
“ग़लत वो सिर्फ़ मॅच देखने आए थे शराब अपनी पिलाई” उसने कहा
“मॅच सिर्फ़ बहाना था असल में उसको शराब ही पीने थी” मैने तर्क लाढ़ाया
“आप कहना क्या चाहते हैं?” उसने ज़रा गुस्से से पूछा
“यही की आपके पति शराब पीते हैं, मच्योर हैं अपना भला बुरा समझते हैं और मैं उन्हे कोई बुरी आदत नही लगा रहा” मैं एक सांस में कह गया
“फिर वो आपके यहाँ क्यों पड़े रहते हैं वीकेंड में?” उसने सवाल पूछा
“ये बात आप अपने पति से कीजिए, अगर वो आपको टाइम नही देते ये मेरा क्न्सर्न नही देते” मैने उसको सुनाया
“हन जाहिर है...आप जैसे बॅच्लर्स के क्या कन्सर्न्स हैं ये मुझे मालूम है” वो गुस्से से फुफ्कर्ती बोली
“वॉट दो योउ मीन?” मैने तेज आवाज़ में पूछा
“योउ अरे होमे सेक्षुयल” उसने कहा”आप जैसे बचलोर्स राजन जैसे शादीशुदा लोगों की जिंदगी खराब करते हैं” उसने कहना जारी रखा”क्या मैं नही जानती की आप अंडरवेर पहने रत दिन हमारी खिड़की की तरफ क्या देखते हैं? मैने राजन को आपको इशारे करते भी देखा है”
“तो आपने अपने पति राजन से यह जानना ज़रूरी नही समझा की बात क्या है?” मैने कहा
“उनसे क्या पूछना है, उन्होने मुझसे साफ कह दिया है की उनका ओरियेंटेशन होमो है” उसने रोते कहा
यह सुन कर मेरा दिमाग़ तेज़ी से दौड़ने लगा”ये समझती है की मैं और राजन गे कपल हैं, और इसलिए ये मुझसे इतनी अपसेट रहती है... इसको यह भी मालूम है की मैं इनकी घर के तरफ ताकता हूँ ये समझती है मैं इसके पति को देखता हूँ जबकि मैं तो इसकी झलक पाने के लिए यह सब करता हूँ” मैने सोचा और हँसने लगा
शिखा मेरे यूँ हँसने पे भड़क गयी”क्या पागलो की तरह हँसे जा रहे हैं”
“हा हा हा... राजन सही कहता था, तुमने उसके दिमाग़ को शॉट लगाया हुआ है” मैं मुश्किल से हँसी कंट्रोल करते बोला
“अमन स्टॉप इट” वह चिल्लई”बे सीरीयस”
“योउ अरे ओवर रैक्टिंग शिखा” मैने कहा”तुम जो समझ रही हो वैसा कुछ नही है”
“अब तो तुम यह कहोगे ही” शिखा गुस्से से बोली
“मैं प्रूव कर सकता हूँ” मैने मुस्कुराते कहा
“कैसे? टेल मे” शिखा का मुँह गुस्से से तमतमा उठा था”मैं पूछती हूँ कैसे? कैसे यकीन कर लून की तुम गे नही हो?” वो चीखते बोली
“यूँ ऐसे” कहते हुए मैं उसकी ओर बढ़ा और उसके मुँह से अपना मुँह भिड़ा दिया मैं बेतहाशा उसको चूम रहा था, वो अचानक हुए इस हमले से हैरान थी मैं उसके होठों, गालों, आँखों और चेहरे पर अपने प्यार की मुहर लगा रहा था की अचानक उसने मेरे कान पर काट खाया
“आइईई” मैं दर्द से चिल्ला उठा और मेरे बाएँ गाल पर उसका झन्नाटे दर झापड़ पड़ा
“बदतमीज़” वो गुस्से से बोली
“सॉरी शिखा मेरे पास इसके अलावा प्रूव करना का कोई रास्ता नही था” मैं बेशर्मी से हंसते बोला
“मैं दरअसल तुम्हारी झलक पाने के लिए तुम्हारे घर की ओर देखता था, तुम समझी की तुम्हारे पति में मैं इंट्रेस्टेड हूँ”
“ग़लती मेरी थी मुझे समझना चाहिए था” शिखा गुस्से से बड़बड़ा रही थी”आने दो इनको तुम्हारी असलियत इनको बतौँगी”
“ऐसी ग़लती करने की सोचना भी मत शिखा” मैने उसको धमकाते कहा”वरना मैं राजन को सब बता दूँगा की तुम उस के बारे में क्या सोचती हो”
उसका चेहरा सफेद पद गया”और फिर तुम जानती हो वो तुम्हारी कितनी पिटाई करेगा” मैने कहा”हन मैं जनता हूँ जब तुम उसके साथ इंटिमेट होती हो तो उसका रिक्षन क्या रहता है”
“जॅलील इंसान” वो मुझे नोचने आगे बढ़ी
“टेक इट ईज़ी शिखा डार्लिंग” मैने उसके हाथ पकड़े और उसे अपने सीने से लगा लिया और उसके कानो के पास मुँह ले जा कर धीरे धीरे हल्के से उसके कान चाटने लगा”प्राब्लम तुम्हारे पति में है, वो गे है ये तुम भी जानती हो, इसलिए वो तुम्हारे साथ सेक्स नही करता यही तुम्हारे ज़रूरत से ज़्यादा पूजा पाठ करने की वजह है”
“आह नही” वह कसमसाते बोली
“झूठ, और यही तुम्हारे अग्रेशन की वजह है की तुम्हारे पति की पॉल मेरे सामने खुल गयी” मैने कहा
“नही अया अमन मुझे छोड़ो” शिखा दर्द से कराहती बोली इतने में लाइट आ गयी मैने उसको छोड़ दिया, वह किचन में भाग
की डरवज़े की बेल बाजी, मैने दरवाज़ा खोला राजन बाहर खड़ा था”सॉरी अमन मुझे ज़रा देर हो गयी”
“नो इश्यूस राजन जी” मैने कहा”अपने खाना नही खाया?” उसने कहा”शिखा?”
“जी नही हम आपकी राह देख रहे थे”
“ओह गुड” उसने कहा,
शिखा अपनी सदी संभालते हुए बोली”अरे आप आ गये मैं खाना लगती हूँ”
हमने खाने के टेबल पर इधर उधर की बातें की, इधर शिखा टीवी देखने चली गयी
“रूको स्पोर्ट्स चॅनेल लगाओ” राजन ने कुर्सी पर बैठे कहा
“मुझे महाभारत देखना है” शिखा ने कहा
“नही मॅच आ रहा है” राजन ने कहा
“शिखा जी आप मेरे घर जा कर टीवी लगा लीजिए, आप हमारी चिंता ना कीजिए हमे कुछ चाहिए होगा तो बुला लेंगे” मैने कहा
“हन शिखा अमन जी के घर जा कर देख लो जो तुम्हे देखना है, हमे यहाँ अकेले छोड़ दो” राजन ने कहा
शिखा समझ गयी की उसका पति मूड में आ गया है, अभी उस से बहस करना का कोई फयडा नही था नही तो उसके साथ मार पीट हो जाती, वह चुपचाप उठ कर मेरे घर चली गयी.
इधर हमारा खाना ख़त्म हुआ और हम टीवी पर मॅच देखने लगे, राजन कहीं से ओल्ड मॉंक की बॉटल ले आया
“अरे? भाभिजी कह रही थी उनको घर में आपका शराब पीना मंजूर नहीं” मैने कहा
“अछा ऐसा कहा उसने?” राजन कुछ सोचते हुए बोला”और क्या कहा उसने?”
“कुछ नही बस इधर उधर की बातें”“लाइए मैं पेग बनता हूँ” मैने कहा
और वो बताने लगा”मेरी और शिखा की लाइफ में ज़रा टेन्षन है, वह बड़ी पोज़ेसिव है”
“अछा?” मैने पेग बनाते हुए उसकी बातें सुन रहा था
“हन, वह समझती नही की मेरा भी फिरेंड सर्कल हो सकता है”
“ये तो कामन बात है शादी के बाद बीवी चाहती है की उसका पति उसको टाइम दे” मैने बात बनाते कहा
इस बीच उसके पेग में मैने नींद की गोली मिला दी क्यूंकी मैं समझ रहा था की शायद वो मुझे अपने गे सेक्स के लिए अप्रोच कर रहा है.
“नही इसकी बात ज़रा अलग है, ऑर्तोडॉक्स फॅमिली को बिलॉंग करती है” उसने पेग हाथ में ले कर कहा”और उसकी अपनी सोच है” राजन कह रहा था
“चियर्स” हमने ग्लास टकराए”छोड़िए राजन साहब भूल जाइए, ड्रिंक का मज़ा लीजिए” मैने कहा
एक तो ओल्ड मॉंक और उपर से नींद की गोली, दोनो ने अपना असर दिखाया और वो वहीं सोफे पर ढेर हो गया
“बच गये आज तो” मैने खुद से कहा और घर आ गया.
वह मेरी ओर मूड कर बोली”नतिंग” उसने मेरे हाथ में बियर का मग देखा और गुस्से से बोली”यह ब्राह्मण का घर है यहाँ यह सब नही चलेगा”
“ओह आइ अम सॉरी” मैने माफी माँगते हुए कहा”लेकिन मुझे तो आप के पति ही लेकर आए और वह भी तो पी रहे थे” मैने मग टेबल पर रखते कहा
“वो सब मैं नही जानती, वो आपके यहाँ पी रहे थे आप जाने, यहाँ में रोज पूजा पाठ करती हूँ ये सब नही चलेगा” उसने मुझे सुनाते कहा
“ओक शिखा जी अब चलूँगा” इतनी बेइज़्ज़ती के बाद अब वहाँ मुझे रुकने की इच्छा नही थी
“खाना खा कर जाइएएगा” शिखा ने कहा
“नो थॅंक्स, मैं तो आना ही नही छ्च रहा था आपके पति ने ज़ोर दिया” मैने उसको जवाब दिया
“देखिए” उसने कहा”आपको समझना चाहिए की आपका मेरे पति के साथ उतना बैठना मुझे पसंद नही”
“क्यों?” मैने हैरत से पूछा
“आप उन्हे गंदी आदतें लगा रहे हैं” उसने कहा
“राजन क्या इतना मासूम है जो अपना भला बुरा ना जनता हो?” मैने पूछा
“आप उन्हे शराब की लत क्यों लगा रहे हैं?” उसने बात को बदलते कहा
“वो खुद शराब पीने घर आया था मेरे” मैने कहा
“ग़लत वो सिर्फ़ मॅच देखने आए थे शराब अपनी पिलाई” उसने कहा
“मॅच सिर्फ़ बहाना था असल में उसको शराब ही पीने थी” मैने तर्क लाढ़ाया
“आप कहना क्या चाहते हैं?” उसने ज़रा गुस्से से पूछा
“यही की आपके पति शराब पीते हैं, मच्योर हैं अपना भला बुरा समझते हैं और मैं उन्हे कोई बुरी आदत नही लगा रहा” मैं एक सांस में कह गया
“फिर वो आपके यहाँ क्यों पड़े रहते हैं वीकेंड में?” उसने सवाल पूछा
“ये बात आप अपने पति से कीजिए, अगर वो आपको टाइम नही देते ये मेरा क्न्सर्न नही देते” मैने उसको सुनाया
“हन जाहिर है...आप जैसे बॅच्लर्स के क्या कन्सर्न्स हैं ये मुझे मालूम है” वो गुस्से से फुफ्कर्ती बोली
“वॉट दो योउ मीन?” मैने तेज आवाज़ में पूछा
“योउ अरे होमे सेक्षुयल” उसने कहा”आप जैसे बचलोर्स राजन जैसे शादीशुदा लोगों की जिंदगी खराब करते हैं” उसने कहना जारी रखा”क्या मैं नही जानती की आप अंडरवेर पहने रत दिन हमारी खिड़की की तरफ क्या देखते हैं? मैने राजन को आपको इशारे करते भी देखा है”
“तो आपने अपने पति राजन से यह जानना ज़रूरी नही समझा की बात क्या है?” मैने कहा
“उनसे क्या पूछना है, उन्होने मुझसे साफ कह दिया है की उनका ओरियेंटेशन होमो है” उसने रोते कहा
यह सुन कर मेरा दिमाग़ तेज़ी से दौड़ने लगा”ये समझती है की मैं और राजन गे कपल हैं, और इसलिए ये मुझसे इतनी अपसेट रहती है... इसको यह भी मालूम है की मैं इनकी घर के तरफ ताकता हूँ ये समझती है मैं इसके पति को देखता हूँ जबकि मैं तो इसकी झलक पाने के लिए यह सब करता हूँ” मैने सोचा और हँसने लगा
शिखा मेरे यूँ हँसने पे भड़क गयी”क्या पागलो की तरह हँसे जा रहे हैं”
“हा हा हा... राजन सही कहता था, तुमने उसके दिमाग़ को शॉट लगाया हुआ है” मैं मुश्किल से हँसी कंट्रोल करते बोला
“अमन स्टॉप इट” वह चिल्लई”बे सीरीयस”
“योउ अरे ओवर रैक्टिंग शिखा” मैने कहा”तुम जो समझ रही हो वैसा कुछ नही है”
“अब तो तुम यह कहोगे ही” शिखा गुस्से से बोली
“मैं प्रूव कर सकता हूँ” मैने मुस्कुराते कहा
“कैसे? टेल मे” शिखा का मुँह गुस्से से तमतमा उठा था”मैं पूछती हूँ कैसे? कैसे यकीन कर लून की तुम गे नही हो?” वो चीखते बोली
“यूँ ऐसे” कहते हुए मैं उसकी ओर बढ़ा और उसके मुँह से अपना मुँह भिड़ा दिया मैं बेतहाशा उसको चूम रहा था, वो अचानक हुए इस हमले से हैरान थी मैं उसके होठों, गालों, आँखों और चेहरे पर अपने प्यार की मुहर लगा रहा था की अचानक उसने मेरे कान पर काट खाया
“आइईई” मैं दर्द से चिल्ला उठा और मेरे बाएँ गाल पर उसका झन्नाटे दर झापड़ पड़ा
“बदतमीज़” वो गुस्से से बोली
“सॉरी शिखा मेरे पास इसके अलावा प्रूव करना का कोई रास्ता नही था” मैं बेशर्मी से हंसते बोला
“मैं दरअसल तुम्हारी झलक पाने के लिए तुम्हारे घर की ओर देखता था, तुम समझी की तुम्हारे पति में मैं इंट्रेस्टेड हूँ”
“ग़लती मेरी थी मुझे समझना चाहिए था” शिखा गुस्से से बड़बड़ा रही थी”आने दो इनको तुम्हारी असलियत इनको बतौँगी”
“ऐसी ग़लती करने की सोचना भी मत शिखा” मैने उसको धमकाते कहा”वरना मैं राजन को सब बता दूँगा की तुम उस के बारे में क्या सोचती हो”
उसका चेहरा सफेद पद गया”और फिर तुम जानती हो वो तुम्हारी कितनी पिटाई करेगा” मैने कहा”हन मैं जनता हूँ जब तुम उसके साथ इंटिमेट होती हो तो उसका रिक्षन क्या रहता है”
“जॅलील इंसान” वो मुझे नोचने आगे बढ़ी
“टेक इट ईज़ी शिखा डार्लिंग” मैने उसके हाथ पकड़े और उसे अपने सीने से लगा लिया और उसके कानो के पास मुँह ले जा कर धीरे धीरे हल्के से उसके कान चाटने लगा”प्राब्लम तुम्हारे पति में है, वो गे है ये तुम भी जानती हो, इसलिए वो तुम्हारे साथ सेक्स नही करता यही तुम्हारे ज़रूरत से ज़्यादा पूजा पाठ करने की वजह है”
“आह नही” वह कसमसाते बोली
“झूठ, और यही तुम्हारे अग्रेशन की वजह है की तुम्हारे पति की पॉल मेरे सामने खुल गयी” मैने कहा
“नही अया अमन मुझे छोड़ो” शिखा दर्द से कराहती बोली इतने में लाइट आ गयी मैने उसको छोड़ दिया, वह किचन में भाग
की डरवज़े की बेल बाजी, मैने दरवाज़ा खोला राजन बाहर खड़ा था”सॉरी अमन मुझे ज़रा देर हो गयी”
“नो इश्यूस राजन जी” मैने कहा”अपने खाना नही खाया?” उसने कहा”शिखा?”
“जी नही हम आपकी राह देख रहे थे”
“ओह गुड” उसने कहा,
शिखा अपनी सदी संभालते हुए बोली”अरे आप आ गये मैं खाना लगती हूँ”
हमने खाने के टेबल पर इधर उधर की बातें की, इधर शिखा टीवी देखने चली गयी
“रूको स्पोर्ट्स चॅनेल लगाओ” राजन ने कुर्सी पर बैठे कहा
“मुझे महाभारत देखना है” शिखा ने कहा
“नही मॅच आ रहा है” राजन ने कहा
“शिखा जी आप मेरे घर जा कर टीवी लगा लीजिए, आप हमारी चिंता ना कीजिए हमे कुछ चाहिए होगा तो बुला लेंगे” मैने कहा
“हन शिखा अमन जी के घर जा कर देख लो जो तुम्हे देखना है, हमे यहाँ अकेले छोड़ दो” राजन ने कहा
शिखा समझ गयी की उसका पति मूड में आ गया है, अभी उस से बहस करना का कोई फयडा नही था नही तो उसके साथ मार पीट हो जाती, वह चुपचाप उठ कर मेरे घर चली गयी.
इधर हमारा खाना ख़त्म हुआ और हम टीवी पर मॅच देखने लगे, राजन कहीं से ओल्ड मॉंक की बॉटल ले आया
“अरे? भाभिजी कह रही थी उनको घर में आपका शराब पीना मंजूर नहीं” मैने कहा
“अछा ऐसा कहा उसने?” राजन कुछ सोचते हुए बोला”और क्या कहा उसने?”
“कुछ नही बस इधर उधर की बातें”“लाइए मैं पेग बनता हूँ” मैने कहा
और वो बताने लगा”मेरी और शिखा की लाइफ में ज़रा टेन्षन है, वह बड़ी पोज़ेसिव है”
“अछा?” मैने पेग बनाते हुए उसकी बातें सुन रहा था
“हन, वह समझती नही की मेरा भी फिरेंड सर्कल हो सकता है”
“ये तो कामन बात है शादी के बाद बीवी चाहती है की उसका पति उसको टाइम दे” मैने बात बनाते कहा
इस बीच उसके पेग में मैने नींद की गोली मिला दी क्यूंकी मैं समझ रहा था की शायद वो मुझे अपने गे सेक्स के लिए अप्रोच कर रहा है.
“नही इसकी बात ज़रा अलग है, ऑर्तोडॉक्स फॅमिली को बिलॉंग करती है” उसने पेग हाथ में ले कर कहा”और उसकी अपनी सोच है” राजन कह रहा था
“चियर्स” हमने ग्लास टकराए”छोड़िए राजन साहब भूल जाइए, ड्रिंक का मज़ा लीजिए” मैने कहा
एक तो ओल्ड मॉंक और उपर से नींद की गोली, दोनो ने अपना असर दिखाया और वो वहीं सोफे पर ढेर हो गया
“बच गये आज तो” मैने खुद से कहा और घर आ गया.