10-07-2021, 06:32 PM
“अया छोड़ो मुझे अमन क्या कर रहे हो, दुख़्ता है”
“पनिशमेंट दे रहा हूँ तुम्हे” मैने कहा
“पनिशमेंट?”
“हाँ पनिशमेंट, तुम्हारी चीटिंग के लिए”
“एवेरी थिंग इस फेर इन लव आंड वॉर” उसने इतराते हुए कहा
“नोट रियली” मैने कहा
“अच्छा जी?” उसने कहा
“हाँ जी” मैने कहा
“क्या कर लोगे?”
“तुम बस देखती जाओ” कहकर मै अपना हाथ उसकी पीठ के पीछे ले जा कर उसकी ब्रा का हुक टटोलने लगा
“नही” उसने कहा
“हाँ” मैने कहा उसने अपनी पीठ पर पूरा ज़ोर लगाया और उसकी पीठ के पीछे मेरा हाथ दब गया.
“हा हा हा” वह हंस पड़ी
“ये ब्रा हम को दे दे शिखा”
“नही”
“ये ब्रा हमको दे दे शिखा”
“नही”
“हाआअँ” कहते हुए मैने उसके चेहरे के अँधा धुन्द किस्सेस लेने शुरू कर दिए
“उफ़फ्फ़...अया”“आराम से अमन”
“नही ना”
“ओफफो तुम्हारा वज़न कितना है”“उफ्फ नही”“उफ्फ मैं तो दब ही गयी तुम्हारे नीचे कितने मोटे हो गये हो १०० किलो के पूरे रोड रोलर हो गये हो”“चि... तुम नीचे से लीक हो रहे हो, अया अमन तुम्हारे छाती के बाल कितने कड़े हैं मुझको चुभ रहे हैं आइईइ नहीं न प्लीज़, उफ़फ्फ़” की आवाज़ों से पूरा कमरा गूँज उठा
कोई दस मिनिट तक हम यूँ ही आपस में गुत्थम गुत्था थे, जब अलग हुए तो हम दोनो अगल बगल लेट गये.
“तुम्हारी टूतपेस्ट का टेस्ट कितना गंदा है छी, ऐसा लगता है चुइंग गम खाई हो”
“हा हा हा” मैं हंसा
“और तुम्हारी जीभ...कितनी खट्टी है टेस्ट में” उसने शिकायत करते हुए कहा”करौंदे जैसी”“तुम्हारे छाती के बाल कॅक्टस जैसे चुभते हैं”
“तुम मत चूसों ना, चुपचाप मुँह खोल कर पड़ी रहो, तुम्हारी लंबी ज़बान की नमकीन टेस्ट मुझे अच्छी लगती है, मैं चूस लिया करूँगा तुम्हारी ज़बान”
“नहीं” उसने कहा”और तुम ये जो अपने होंठो से मेरे गालों को पकड़ कर ज़ोरो से जो चिंता लेते हो जानते हो कैसे लगता है?” उसने पूछा
“कैसे?” मैने कहा
“ऐसे”
“आआइईई शिखा छोड़ दे यार आइ स्वेअर दुबारा परेशान नही करूँगा” मैं दर्द से चिल्ला पड़ा उसने हाथों में मेरे आँड ले कर मसलना चालू कर दिया
“अब क्यों? औरतों को अपने बदन के बोझ तले दबाने में मज़ा आता है तुम मर्दों को?” वह हंसते हुए बोली”लो अब सज़ा भुगतो मुझे परेशान करने के लिए” वह मेरे गोटियों पर प्रेशर बढ़ाती गयी,
मुझे लगा आज में दर्द से रो दूँगा की मैने दाए हाथ से उसके बाल पकड़ लिए
“आऐइईए, अमन छोड़ो मुझे मेरे बाल टूट जाएँगे”
“ऐसे नही, तुम्हे पनिशमेंट देनी है”
“पनिशमेंट?”
“हाँ”
“कैसी पनिशमेंट?” उसने पूछने के लिए मुँह खोला और मैने उसके सिर को सीधे अपने तने हुए लौडे पर धर दिया
“मुँह में लो इसे”
“छी मुझे घिन आती है”
“लेना पड़ेगा”
“नही”
“ले कर तो देखो मज़ा आएगा”
“छी मैं नही करूँगी”
“उस दिन ब्लू फिल्म देखते हुए पॉर्न स्*तर की तारीफ कर रही थी अब क्या हुआ”
“नही ये गंदा है” मैने उसको सिर को झटका दिया और अब मेरा 5 इंच का लंड उसके मुँह में था
“अया नही” शिखा मना करते बोली”मुझे घिन आती है”
“चखो तो सही” मैने कहा जैसे ही उसकी ज़ुबान मेरे सूपाडे को लगी एक मीठे झंझनाहट मेरे बदन में दौड़ गयी मानो सावन की रात आसमान में जैसे बिजली कौंध गयी हो”आआह शिखा” मैने उसके बालों के बीच उंगलियों फिराते कहा”और एक बार जीभ से प्यार करो ना वहाँ” मैने आँखें मूंद ले थी मैं मानो सांत्वे आसमान पर था”हाआँ वही, तोड़ा नीच... आआह यू गॉट इट... आआह”
वह बड़े प्यार से मुझे ब्लो जॉब दे रही थी और में उसको गाइड कर रहा था धीरे धीरे मैने अपनी रॉड उसके गले में अंदर घुसाते गया
“उन्ह...उनह” उसने लंबी लंबी साँसे लेना शुरू की”हॉवववव आआह” उसने अपने मुँह से मेरे लंड को निकाला और हाँफने लगी”आअख थू” उसने मुँह से थूका फिर अपने हाथ से मुँह पोंछते बोली”पानी पानी”
मैने पास में पड़ी हुई बोतल उसको दी जो उसने हाथ में पकड़ी”तुम्हारा जूस कितना खट्टा है” उसने शिकायती अंदाज़ में हंस कर कहा और बगल में पड़े ग्लास में पानी की बॉटल से पानी डाल कर पिया वह जा कर बिस्तर पर लेट गयी”कितने गंदे हो तुम” उसने मुझे कहा”ओरल सेक्स करते शर्म नही आती तुम्हे?” उसने चादर से मुँह पोंछते कहा
“तुम्हे आई शरम?” मैने पूछा
“मुझे क्यों आएगी भला”
“क्यों”
“मैने किया ही क्या है?” उसने भौहे तरेर कर पूछा”जो किया तुमने ही तो किया”
“क्या किया मैने?”
“मुझे ब्लो जॉब क्या तुम्हारी नानी दे रही थी”
“हट शैतान”उसने कहा”तुमने मुझे फोर्स किया”
“मैने तो तुम्हारे मुँह में अपना दिया था, तुम उसको कुलफी की तरह चाट रही थी”
“तुम्हारे रॉड का टेस्ट शुरू में कुलफी जैसा था लेकिन बाद में अंगूर जैसा खट्टा हो गया” उसने कहा”देखो मैने तुम्हारा चूसा अब तुम मेरी चूसो” उसने मुझे उंगली दिखाते हुए कहा
“नहीं तुमने आपनी झाटों के बाल साफ नही किए” मैने माना करते हुए कहा
“नही देखो ना मैने वेट टिश्यूस से सॉफ किया है”
“नही” मैने कहा
“प्लीज़”
“अच्छा अपनी टाँग फैलाओ” उसने बैठे बैठे टांगे फैला दीं और में उसकी फैली टाँगों के बीच बैठा और अपने मुँह को उसकी योनि के मुहाने पर ले गया उसके पुसी लिप्स एक दम पिंक थे मैने अप्पर लीप को दाँतों में दबाया और दो उंगलियाँ च्छेद में घुसाई”आआहह अमन...प्लीज़”
“आह अमन नही” उसने अपने आँखों पर हाथ रख लिया और बाएँ हाथ से तकिया खींच कर अपनी पीठ को सहारा दिया
इधर मैं उसके दो पैरों के बीच बैठ कर उसकी छूट से उंगलियाँ अंदर बाहर किए जा रहा था
“आआहह नही” मुझे उसकी चूत में डाली गयी अपनी उंगलियों पर गीलापन महसूस हो रहा था.
“छी तुम्हारे नाख़ून कितने बड़े हैं”
“नाख़ून गड़ाऊं?”
“आ नही”
“क्यो”
“दुख़्ता है उसने कहा”
मैं खड़ा हो गया और तेज़ी से उसकी चूत में उंगली अंदर बाहर करने लगा
“आ क्या कर रहे हो?”
“प्यार”
“ऐसे करते हैं प्यार?” उसने शर्मा कर पूछा
“बताऊं कैसे करते हैं?” मैने आँख मार कर कहा
“हाँ”उसने कहा
“लो देखो” कहते हुए मैने हथेली की बाकी उंगलियाँ उसकी चूत में घुसा दी
“आऐइइईईई” की चीक से कमरा गूँज उठा
मैं अपनी पाँचो उंगलियों से उसकी अन्द्रुनि चूत को सहलाकर टटोलने लगा
“हाफ़ हाफ़ हाफ़” वह जीभ निकल कर हाँफने लगी”हाफ़...हाफ़...ये प्यार है या अत्याचार...हाफ़...हाफ़” उसने हानफते हुए पूछा
“तुम चाहे जो समझ लो” मैने हंसते हुए कहा
“आइइईई...नही अमन प्लीज़ रूको” वो चीखे जा रही थी
मैं खड़ा था और वो बिस्तर पर तकिये के उपर लेती थी, लेकिन उसका दर्द से चीखना जारी था.