01-07-2021, 05:21 PM
(04-06-2019, 10:11 AM)komaalrani Wrote: स्वागत है , एक बार फिर से कहानी की शुरुआत की। ;लेकिन बस अबकी ये धार टूटने न पाए , सच में ऐसी कहानी आज तक इस फोरम को छोड़िये , कही भी न मैंने पढ़ी न देखी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.