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Adultery मायके का जायका
#50
आगे....रूपया देखते ही वह अपनी आंखें तरेरते हुए रमेश भाई के तरफ देखा और फिर उषा भाभो के मामी कि बांह पकरते हुए बोला ,हेने सुन और करीब करीब उन्हे बांह से पकर कर घसीटते हूए भितर वाले कमरे में ले गया।करिब पांचेक मिनट के बाद मामी जी बाहर आई और रमेश भैया को हम लोगों से दूर एक कोने में ले जाकर कुछ बोल रही थी,पहले तो भैया का सर ईंकार कि भंगिमा में हिलता रहा,फिर ऊसपर मामी कुछ बोली,ईस बार भैया बरे मायूस नजरों से उषा भाभी कि तरफ देखते हुए हां में गरदन हिलाते हुए हां का ईशारा किया,फिर वह दोनो हमलोग के पास आए और ऊषा भाभी के कान में कुछ फुसफुसाई आवाज में कहा और फिर कुछ देर जैसे मान मनौँवल्ल जारी रही।अब मामी भितर रूम में गई और तुरंत ही वापस लौटी।ईधर हम लोगों कि यानि सीमा और मेरी हालत खराब हो रही थी,पर कर ही केया सकती थी।बाहर आकर मामी रमेश भैया से कुछ बोली ,लेकिन रमेश भैया ने दामु के तरफ ईशारा कर रहे थे।और दामु को एवं उषा भाभी को कमरे के भीतर जाने को कहा।ऊन दोनो को भीतर जाते देख वहां पर बैठे खरे सभी हम चारों के पास आ गए।ऊनमें से एक मामी के बगल मेंहाथ लगा कर उनसे पुछ बैठा,का जी साहेब से बात बन गईलस का और बरी वेशर्मी से हसते हुए ऊनके करीब करीब नंगे कुल्हो पर चुटकी काटते हुए अपनी हाथ हटा कर अपने पैंट के जीप पर हाथ चलाकर ऐसा दिखाया मानो अपना ल़ड सहला रहा हो।मामी कुछ न बोलकर अपने मुंह को दूसरी तरफ घुमा लिया ।ऊसके ईस हरकत से अब मेरी समझ में सब कुछ आ गया था,और मैं सीमा को टहोका देकर बोली,कहां फंस गईन सीमा।सीमा मेरी बेचैनी कै देख बोली,अब का करे के बा मीरा ।जे होई देखल जाई।कमरे के भीतर से पहले हल्की आवाज आ रही वह अब साफ साफ तेज सुनाई देने लगी थी।अब दामु कि आवाज साफ सुनाई देने रगी थी।जी सर तैयार हो गईल आईं,फिर कुछ ही क्षण में उषा भाभी कि पहले हल्कि सिसिआहट और तेज चिख सुनाई दी।आहँ् निकाली सरकार हमार फट गईल माईईईई रे।ऊस आवाज से मैं सभझ गई भीतर केया हो रहा है और रमेश भैया के तरफ देखी।ऊन्होने नजर तो मिलाई फिर दूसरी तरफ मूंह फेर ली।
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RE: मायके का जायका - by Meerachatwani111 - 27-06-2021, 12:19 PM



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