27-06-2021, 10:03 AM
अब हर्ष हॉस्पिटल पोहोंच जाता है। वहाँ वे वो चीज़े लेके निकल ही रहा था कि एक नर्स उसको बुलाती है
नर्स:-जी आप उसके बेटे है ना,जी अभी एक्सीडेंट मैं आये थे।
मैं:- जी।
नर्स:- जी वो मुझे आपको एक बात बतानी है।
मैं:-जी बोलिये ना।
नर्स:- पर आप किसी से भी ये मत बोलना की ये बात मैंने आपको बताई है।
मैं:- हाँ, लेकिन बात क्या है?
नर्स:- वो.....आपके आपके साथ उस दिन वो लड़का आया था वो को था?
मैं:-तुम बताओ तो यही हुआ क्या है?
नर्स:-वो जब आप लोग यहाँ से घर गए थे तभी वो यहाँ अकेला था।
मैं:- हाँ, तो क्या हुआ?
नर्स:-उसने आपके जाने के बाद ...... प्लीज आप मैंने बताया है ऐसा किसी से भी मत कहना। मेरी जान चली जाएगा,मेरे बच्चे की भी।
मैं:-ठीक है, लेकिन हुआ क्या है ये तो बताओ?
नर्स:-वो उस लड़के ने आपके पिता को मारा है।
मैं:- क्या बोल रही हो तुम ये सब?
नर्स:- मैं सच बोल रही हूँ। आपके पिता को ऑक्सीजन मिलना जरूरी था। और मैं रात को आपके पिता के पास आयी थी तब देखा कि वो ऑक्सीजन हटा रहा था।
मैं:-(गुस्से में) क्या? सच मैं? तुमने रोका क्यो नही?
नर्स:- मैंने उसने माना किया और बाहर भेजने की कोशिश की लेकिन उसने मेरा गला दबा दिया और बोला कि अपनी जान की परवाह है तो चुप रहना।
अब इसके बाद से हर्ष कुछ बोला ही नही। नर्स चली गयी और हर्ष यही सोच रहा था कि ऐसा क्या हुआ जो उसके पिता को निरज ने मार डाला। और वो जल्दी से अब अपनी माँ के पास जाता है और अब उससे रहा नही जाता और जल्दी से घर जाके पूछने लगता है।
मैं:-(गुस्से और दर्द दोनो मैं) माँ पापा का एक्सीडेंट क्यो हुआ?
माँरोते हुए)बेटा मुझे माफ़ कर दे। तू मुझे छोड़ के कही मत जाना ।
मैं:- माँ मैं आपको छोड के कही नही जाऊंगा।
माँ:-बेटा बस मुझे माफ़ कर देना।(और रोने लगती है)
यहाँ पे माँ के पास और बेटे के पास दोनो के पास एक ऐसी खबर थी जो एकदूसरे को रुला देने वाली थी,जिसका सामना अभी होता है।
मैं:-माँ, आप सच बोलो,आपको किसी ने कुछ परेशान किया? किसी ने जबरजस्ती की?
माँ:- नही बेटा, ऐसा कुछ नही है।
मैं:- माँ,आप सच नही बोल रही मुझे ही बोलना होगा।
माँ:-(रोते और डरते हुए) बेटा मैं झूठ क्यों बोलूंगी?
मैं:-(अपने फोन में से रेकॉर्डिंग किये वीडियो दिखाते हुए) माँ मुझे आपके और निरज के बारे में सब पता है।
माँ:-(वीडियो देखते हुए और बेटे से गले लग के रोते हुए) बेटा मुझे माफ़ कर दे,मुझसे बड़ी गलती हो गयी।
मैं:-लेकिन माँ आप कैसे फस गयी इन सब मैं?
माँ:- बेटा मुझे भी खुद को नही पता।
मैं:-माँ लेकिन पापा का एक्सीडेंट कैसे हुआ?
ये सवाल के बाद भावना ने उस दिन जो भी हुआ सब बता दिया। क्योंकी उसको पता था कि अब झूठ बोलने का कोई फायदा नही।
मैं:-माँ आपको पता है,पापा ठीक होने वाले थे।
माँ:-हाँ, बेटा लेकिन अब किस्मत ही ऐसी हो तो क्या करे?
मैं:-नही माँ , आप यकीन नही करेगी, निरज ने.....
माँ:-क्या बेटा? बोलो ना?
मैं:- निरज ने पापा को मार डाला था।
माँ:-(शॉक होते हुए) क्या????
मैं:-जी माँ ,मैं अभी हॉस्पिटल गया था तब एक नर्स ने बताया।
माँ:- तो उसने किसी को बताया क्यों नही?
मैं:- उसको मार डालने की धमकी दी।
माँ:- उस हरामी ने मुझे भी धमकी देके करवाया।
मैं:- क्या माँ?
माँ:- (हड़बड़ी में)कुछ नही बेटा.
मैं:- माँ सच बोलो ।।
माँ:- (रोते हुए) बेटा, तुम वादा करो कि तुम मेरे साथ हमेशा रहोगे।
मैं:-(माँ का हाथ पकड़ते हुए) माँ मैं आपके साथ हमेशा रहूंगा। लेकिन निरज ने आपको क्या धमकी दी?
माँ:- बेटा, उसका बच्चा.....
मैं:- बोलो ना माँ..
माँ:- बेटा उसका बच्चा मेरे पेट में पल रहा था। ये सब होने के बाद वो डरने लगे और मुझे मेरी वीडियो दिखा के बच्चा गिरा देने की धमकी दी।
मैं:- (गुस्से में) उसको तो मैं छोडूंगा नही अब।
माँ:- बेटा अभी कुछ मत कर।।
मैं:-माँ लेकिन आपसे एक बात पुछु?
माँ:- हम्म
मैं:- आप लोग तो हमेशा वो पहनते हो ना?
माँ:- (शर्माते हुए) हम्म ,उस दिन तो वो बोल भी रहा था कि बिना उसके करने दो लेकिन मैंने मना कर दिया था।लेकिन बाद में पहन लिया था लेकिन ये फट गया।
अब ये सुनने के बाद हर्ष सोचता है कि ऐसा तो हो नही सकता, उसको बात कुछ और ही लग रही थी। लेकिन अब भावना खाना बनाने लगी और हर्ष थोड़ी देर अपने रूम के जाके बैठा। और वो सिर्फ यही सोचे जा रहा था कि उन दोनों को ये सब करते बहुत दिन हो गए इतने दिन मैं ऐसा नही हुआ। तो उसने उस दिन वाली वीडियो देखनी चाही। फिर वो मेमोरी कार्ड ले आया और मोबाइल मैं डाल के देखने लगा।
उसने देखा कि वो दोनों आये और फिर भावना रूम से बाहर गयी, और उसी वख्त निरज ने आस पास देखा तो उसको बाहर एक कैंची मिली जिससे उसने कॉन्डोम का आगे का हिस्सा काट दिया था और जल्दी से लन्ड पे हाथ रख के खड़ा हो गया,और फिर भावना पानी लेके आयी। फिर वो लोग लग गए अपने काम में। ये देख हर्ष और ज्यादा गुस्सा हो जाता है। और वो अपनी माँ के पास किचन में जाता है।
मैं:-माँ।
माँ:-(किचन से) मैं यहां हूँ बेटा।
मैं:- माँ उस दिन आपको उसने पानी लेने भेजा था ना?
माँ:-(याद करते हुए) हाँ, बेटा, लेकिन तुझे कैसे पता?
मैं:-मैंने आपके रूम में कैमरा लगाया था ।
माँ:-(शौक होते हुए) क्या? मतलब तुमने सब देखा?
मैं:-(सर नीचे करके) जी माँ।
माँ:-(रोते हुए) बेटा मुझे माफ़ कर दे।
मैं:- उससे निरज को अब मैं छोड़ूंगा नही।
माँ:- बेटा, रहने दो उसको।
मैं:- आपको पता नही उसने क्या किया?
माँ:- क्या हुआ बेटा?
मैं:- उसने आपको जानबूझकर पानी लेने भेजा था और कॉन्डोम को आगे से काट दिया था।
माँ:- क्या?
मैं:- हाँ माँ।
अब भावना कुछ बोलती नही ,अब उसकी आँखों में गुस्सा आने लगा था कुछ देर ऐसे ही खड़े रहने के बाद वो अपने बेटे से बोलती है.....
माँ:-बेटा, अब तू मेरा बदला ले ।
मैं:-मतलब माँ?
माँ:- तू कुछ भी कर लेकिन उस हरामी को हमने जो दर्द सहन किया है तुम उससे ज्यादा करवाना।
मैं:- हम उस पर केस करेंगे।
माँ:- हाँ, सही कहा तूने।
Ab dosto aage dekhna ki harsh apni maa ka badla kaise lega... Tab tak ap socho ki wo kaise aur kab badla lega
नर्स:-जी आप उसके बेटे है ना,जी अभी एक्सीडेंट मैं आये थे।
मैं:- जी।
नर्स:- जी वो मुझे आपको एक बात बतानी है।
मैं:-जी बोलिये ना।
नर्स:- पर आप किसी से भी ये मत बोलना की ये बात मैंने आपको बताई है।
मैं:- हाँ, लेकिन बात क्या है?
नर्स:- वो.....आपके आपके साथ उस दिन वो लड़का आया था वो को था?
मैं:-तुम बताओ तो यही हुआ क्या है?
नर्स:-वो जब आप लोग यहाँ से घर गए थे तभी वो यहाँ अकेला था।
मैं:- हाँ, तो क्या हुआ?
नर्स:-उसने आपके जाने के बाद ...... प्लीज आप मैंने बताया है ऐसा किसी से भी मत कहना। मेरी जान चली जाएगा,मेरे बच्चे की भी।
मैं:-ठीक है, लेकिन हुआ क्या है ये तो बताओ?
नर्स:-वो उस लड़के ने आपके पिता को मारा है।
मैं:- क्या बोल रही हो तुम ये सब?
नर्स:- मैं सच बोल रही हूँ। आपके पिता को ऑक्सीजन मिलना जरूरी था। और मैं रात को आपके पिता के पास आयी थी तब देखा कि वो ऑक्सीजन हटा रहा था।
मैं:-(गुस्से में) क्या? सच मैं? तुमने रोका क्यो नही?
नर्स:- मैंने उसने माना किया और बाहर भेजने की कोशिश की लेकिन उसने मेरा गला दबा दिया और बोला कि अपनी जान की परवाह है तो चुप रहना।
अब इसके बाद से हर्ष कुछ बोला ही नही। नर्स चली गयी और हर्ष यही सोच रहा था कि ऐसा क्या हुआ जो उसके पिता को निरज ने मार डाला। और वो जल्दी से अब अपनी माँ के पास जाता है और अब उससे रहा नही जाता और जल्दी से घर जाके पूछने लगता है।
मैं:-(गुस्से और दर्द दोनो मैं) माँ पापा का एक्सीडेंट क्यो हुआ?
माँरोते हुए)बेटा मुझे माफ़ कर दे। तू मुझे छोड़ के कही मत जाना ।
मैं:- माँ मैं आपको छोड के कही नही जाऊंगा।
माँ:-बेटा बस मुझे माफ़ कर देना।(और रोने लगती है)
यहाँ पे माँ के पास और बेटे के पास दोनो के पास एक ऐसी खबर थी जो एकदूसरे को रुला देने वाली थी,जिसका सामना अभी होता है।
मैं:-माँ, आप सच बोलो,आपको किसी ने कुछ परेशान किया? किसी ने जबरजस्ती की?
माँ:- नही बेटा, ऐसा कुछ नही है।
मैं:- माँ,आप सच नही बोल रही मुझे ही बोलना होगा।
माँ:-(रोते और डरते हुए) बेटा मैं झूठ क्यों बोलूंगी?
मैं:-(अपने फोन में से रेकॉर्डिंग किये वीडियो दिखाते हुए) माँ मुझे आपके और निरज के बारे में सब पता है।
माँ:-(वीडियो देखते हुए और बेटे से गले लग के रोते हुए) बेटा मुझे माफ़ कर दे,मुझसे बड़ी गलती हो गयी।
मैं:-लेकिन माँ आप कैसे फस गयी इन सब मैं?
माँ:- बेटा मुझे भी खुद को नही पता।
मैं:-माँ लेकिन पापा का एक्सीडेंट कैसे हुआ?
ये सवाल के बाद भावना ने उस दिन जो भी हुआ सब बता दिया। क्योंकी उसको पता था कि अब झूठ बोलने का कोई फायदा नही।
मैं:-माँ आपको पता है,पापा ठीक होने वाले थे।
माँ:-हाँ, बेटा लेकिन अब किस्मत ही ऐसी हो तो क्या करे?
मैं:-नही माँ , आप यकीन नही करेगी, निरज ने.....
माँ:-क्या बेटा? बोलो ना?
मैं:- निरज ने पापा को मार डाला था।
माँ:-(शॉक होते हुए) क्या????
मैं:-जी माँ ,मैं अभी हॉस्पिटल गया था तब एक नर्स ने बताया।
माँ:- तो उसने किसी को बताया क्यों नही?
मैं:- उसको मार डालने की धमकी दी।
माँ:- उस हरामी ने मुझे भी धमकी देके करवाया।
मैं:- क्या माँ?
माँ:- (हड़बड़ी में)कुछ नही बेटा.
मैं:- माँ सच बोलो ।।
माँ:- (रोते हुए) बेटा, तुम वादा करो कि तुम मेरे साथ हमेशा रहोगे।
मैं:-(माँ का हाथ पकड़ते हुए) माँ मैं आपके साथ हमेशा रहूंगा। लेकिन निरज ने आपको क्या धमकी दी?
माँ:- बेटा, उसका बच्चा.....
मैं:- बोलो ना माँ..
माँ:- बेटा उसका बच्चा मेरे पेट में पल रहा था। ये सब होने के बाद वो डरने लगे और मुझे मेरी वीडियो दिखा के बच्चा गिरा देने की धमकी दी।
मैं:- (गुस्से में) उसको तो मैं छोडूंगा नही अब।
माँ:- बेटा अभी कुछ मत कर।।
मैं:-माँ लेकिन आपसे एक बात पुछु?
माँ:- हम्म
मैं:- आप लोग तो हमेशा वो पहनते हो ना?
माँ:- (शर्माते हुए) हम्म ,उस दिन तो वो बोल भी रहा था कि बिना उसके करने दो लेकिन मैंने मना कर दिया था।लेकिन बाद में पहन लिया था लेकिन ये फट गया।
अब ये सुनने के बाद हर्ष सोचता है कि ऐसा तो हो नही सकता, उसको बात कुछ और ही लग रही थी। लेकिन अब भावना खाना बनाने लगी और हर्ष थोड़ी देर अपने रूम के जाके बैठा। और वो सिर्फ यही सोचे जा रहा था कि उन दोनों को ये सब करते बहुत दिन हो गए इतने दिन मैं ऐसा नही हुआ। तो उसने उस दिन वाली वीडियो देखनी चाही। फिर वो मेमोरी कार्ड ले आया और मोबाइल मैं डाल के देखने लगा।
उसने देखा कि वो दोनों आये और फिर भावना रूम से बाहर गयी, और उसी वख्त निरज ने आस पास देखा तो उसको बाहर एक कैंची मिली जिससे उसने कॉन्डोम का आगे का हिस्सा काट दिया था और जल्दी से लन्ड पे हाथ रख के खड़ा हो गया,और फिर भावना पानी लेके आयी। फिर वो लोग लग गए अपने काम में। ये देख हर्ष और ज्यादा गुस्सा हो जाता है। और वो अपनी माँ के पास किचन में जाता है।
मैं:-माँ।
माँ:-(किचन से) मैं यहां हूँ बेटा।
मैं:- माँ उस दिन आपको उसने पानी लेने भेजा था ना?
माँ:-(याद करते हुए) हाँ, बेटा, लेकिन तुझे कैसे पता?
मैं:-मैंने आपके रूम में कैमरा लगाया था ।
माँ:-(शौक होते हुए) क्या? मतलब तुमने सब देखा?
मैं:-(सर नीचे करके) जी माँ।
माँ:-(रोते हुए) बेटा मुझे माफ़ कर दे।
मैं:- उससे निरज को अब मैं छोड़ूंगा नही।
माँ:- बेटा, रहने दो उसको।
मैं:- आपको पता नही उसने क्या किया?
माँ:- क्या हुआ बेटा?
मैं:- उसने आपको जानबूझकर पानी लेने भेजा था और कॉन्डोम को आगे से काट दिया था।
माँ:- क्या?
मैं:- हाँ माँ।
अब भावना कुछ बोलती नही ,अब उसकी आँखों में गुस्सा आने लगा था कुछ देर ऐसे ही खड़े रहने के बाद वो अपने बेटे से बोलती है.....
माँ:-बेटा, अब तू मेरा बदला ले ।
मैं:-मतलब माँ?
माँ:- तू कुछ भी कर लेकिन उस हरामी को हमने जो दर्द सहन किया है तुम उससे ज्यादा करवाना।
मैं:- हम उस पर केस करेंगे।
माँ:- हाँ, सही कहा तूने।
Ab dosto aage dekhna ki harsh apni maa ka badla kaise lega... Tab tak ap socho ki wo kaise aur kab badla lega