27-06-2021, 09:52 AM
माँ:-(याद नही था को फ़ोन पे उसका पति है) ये क्या किया निरज लगता है कॉन्डोम फैट गया,तुम्हारा वीर्य अंदर चला गया।
निरज:-जल्दी से लन्ड निकल लेता है।
पापा:-(गुस्से में) क्या बोला तुमने भावना? तुम क्या कर रही हो? किसके साथ हो? वो निरज के साथ तुम क्या कर रही हो? मैं अभी घर पर आता हूँ।
माँ:-( प्रकाश फोन काट देता है) सुनिए जी।
निरज:-क्या हुआ?
माँ:- पकड़े गए।मुझे याद गई नही रहा कि मेरे पति फोन पे थे। वो यहाँ आ रहे है।
निरज:- अब क्या करे?
माँ:- तुमने मेरे अंदर वीर्य क्यों डाला?
निरज:-गलती से कॉन्डोम फट गया।
माँ:-(हैरान हिट हुए) क्या? अब क्या होगा? हर्ष के पापा अभी घर आते ही होंगे ।और तुमने हम दोनों का बच्चा भी मेरे अंदर डाल दिया है। है भगवान अब क्या होगा?
निरज:- तुम चिंता मत करो।
और तभी फिर से प्रकाश का फोन आता है। भावना देख के डर जाती है और फोन नही उठाती, लेकिन फोन दोबारा आता है तो डर के मारे उठाती है।
माँ:-(डरते हुए) हेलो।
फोन पे:- जी मैं हॉस्पिटल से बोल रहा हूँ।जी आपकी अभी इस आदमी से लास्ट मैं बात हुई तो सोचा आपको फोन करु।
माँ:-जी क्या मतलब? मेरे पति का फोन आपके पास कैसे आया को है आप?
फोन पे:- जी मैं हॉस्पिटल से बात कर रहा हूँ।और आपके पति का एक्सीडेंट हो गया है। बोहोत गंभीर हालत में है।
माँ:- क्या? कोनसी हॉस्पिटल में है?
फोन पे:- जी मैं ******** हॉस्पिटल से बोल रहा हूं।आप जल्दी आ जाये।
निरज:-क्या हुआ?
माँ:-हर्ष के पापा का एक्सीडेंट हो गया है।
निरज:- चलो चलते है।
अब वो दोनों हॉस्पिटल चले गए और उसने अपने बेटे को भी फोन करके बोल दिया,
भावना और निरज हॉस्पिटल में जाके
डॉक्टर:- जी आप है प्रकाश की पत्नी?
माँ:- जी ।क्या हुआ है मेरे पति को?
डॉक्टर:- जी जो आदमी उसको यहाँ लाया वो बोल रहा था कि आपके पति को बड़ी जल्दी थी।वो बहुत तेज़ी से बाइक चलाके कही पे जा रहे थे,और ध्यान ना देने की वजह से ट्रक से टक्कर हो गयी।
माँ:-(निरज की और देखते हुए) अब कैसे है वो? मुझे मिलना है।
डॉक्टर:-देखिये आप अभी नही मिल सकते।और उनकी हालत अभी थोड़ी गंभीर है।
माँ:-(परेशान होते हुए) आज मुझसे कितनी बड़ी गलती हो गयी।
निरज:-कोई बात नही अब।
माँ:- सब तुम्हारी वजह से हुआ ना तुम फोन पे थी तब अंदर डालते ना तुम घर पे आते तो ऐसा नही होता।
निरज:- अब मुझ पर क्यों डाल रही हो तुम? तुम ही जोर से चिल्ला पड़ी थी।
माँ:-तो और क्या करती? अब तुमने पेट में बच्चा जो ठहरा दिया है।
अब इधर हर्ष भी आ जाता है।और वो भी सब माँ से पूछने लगता है।वो निरज को साथ देख गुस्सा तो आता है,लेकिन उसको अभी अपने पापा की चिंता थी।तो वो माँ से सब पूछने लगता है।
मैं:-माँ क्या हुआ पापा को?
माँ:-(रोते हुए) बेटा, मुझे माफ़ कर दे।
मैं:-क्या हुआ ये तो बोलो माँ?
माँ:-(बेटे को गले लगाते हुए) बेटा, तुम मेरा अपना बेटा है तुम मेरे साथ है ना?
मैं:- माँ मैं आपके साथ हमेशा हूँ।
भावना सिर्फ रोते ही जा रही थी, उसको और निरज को पता था कि अगर प्रकाश होश मैं आ गए तो भी दोनों की लगने वाली है,और ना आये तो भी बच्चा तो था ही पेट में तो लोग क्या बोलते? अब भावना बच्चे को लेके पक्की थी । फिर उसको वॉमिटिंग शुरू होती है, तो वो जल्दी से टॉयलेट मैं चली जाती है,फिर वापस आती है तो सबसे पहले निरज को देखती है। निरज समज जाता है। अब डॉक्टर आके बोलता है।
डॉक्टर:-शायद कल सुबह होश आया जाएगा।
माँ:-(थोड़ा खुस और दुखी दोनो होते हुए) जी ।
अब निरज और भावना को डर था कि कल सुबह होश आया गया तो क्या होगा? निरज सबसे ज्यादा डरा हुआ था। वो कुछ सोच रहा था। अब सबको इंतज़ार करते करते रात हो गयी। अब निरज हर्ष और भावना तीनो हॉस्पिटल में ही थे। अब हर्ष बोला कि
मैं:-माँ आप घर चलो कल सुबह आपको लेने आ जाऊंगा।
माँ:- नही बेटा,
मैं:- माँ समजो ना। आपने खाना भी नही खाया।
निरज:-जी सही बोल रहे हौ ये। आप आराम करो घर जाके।
निरज:-जल्दी से लन्ड निकल लेता है।
पापा:-(गुस्से में) क्या बोला तुमने भावना? तुम क्या कर रही हो? किसके साथ हो? वो निरज के साथ तुम क्या कर रही हो? मैं अभी घर पर आता हूँ।
माँ:-( प्रकाश फोन काट देता है) सुनिए जी।
निरज:-क्या हुआ?
माँ:- पकड़े गए।मुझे याद गई नही रहा कि मेरे पति फोन पे थे। वो यहाँ आ रहे है।
निरज:- अब क्या करे?
माँ:- तुमने मेरे अंदर वीर्य क्यों डाला?
निरज:-गलती से कॉन्डोम फट गया।
माँ:-(हैरान हिट हुए) क्या? अब क्या होगा? हर्ष के पापा अभी घर आते ही होंगे ।और तुमने हम दोनों का बच्चा भी मेरे अंदर डाल दिया है। है भगवान अब क्या होगा?
निरज:- तुम चिंता मत करो।
और तभी फिर से प्रकाश का फोन आता है। भावना देख के डर जाती है और फोन नही उठाती, लेकिन फोन दोबारा आता है तो डर के मारे उठाती है।
माँ:-(डरते हुए) हेलो।
फोन पे:- जी मैं हॉस्पिटल से बोल रहा हूँ।जी आपकी अभी इस आदमी से लास्ट मैं बात हुई तो सोचा आपको फोन करु।
माँ:-जी क्या मतलब? मेरे पति का फोन आपके पास कैसे आया को है आप?
फोन पे:- जी मैं हॉस्पिटल से बात कर रहा हूँ।और आपके पति का एक्सीडेंट हो गया है। बोहोत गंभीर हालत में है।
माँ:- क्या? कोनसी हॉस्पिटल में है?
फोन पे:- जी मैं ******** हॉस्पिटल से बोल रहा हूं।आप जल्दी आ जाये।
निरज:-क्या हुआ?
माँ:-हर्ष के पापा का एक्सीडेंट हो गया है।
निरज:- चलो चलते है।
अब वो दोनों हॉस्पिटल चले गए और उसने अपने बेटे को भी फोन करके बोल दिया,
भावना और निरज हॉस्पिटल में जाके
डॉक्टर:- जी आप है प्रकाश की पत्नी?
माँ:- जी ।क्या हुआ है मेरे पति को?
डॉक्टर:- जी जो आदमी उसको यहाँ लाया वो बोल रहा था कि आपके पति को बड़ी जल्दी थी।वो बहुत तेज़ी से बाइक चलाके कही पे जा रहे थे,और ध्यान ना देने की वजह से ट्रक से टक्कर हो गयी।
माँ:-(निरज की और देखते हुए) अब कैसे है वो? मुझे मिलना है।
डॉक्टर:-देखिये आप अभी नही मिल सकते।और उनकी हालत अभी थोड़ी गंभीर है।
माँ:-(परेशान होते हुए) आज मुझसे कितनी बड़ी गलती हो गयी।
निरज:-कोई बात नही अब।
माँ:- सब तुम्हारी वजह से हुआ ना तुम फोन पे थी तब अंदर डालते ना तुम घर पे आते तो ऐसा नही होता।
निरज:- अब मुझ पर क्यों डाल रही हो तुम? तुम ही जोर से चिल्ला पड़ी थी।
माँ:-तो और क्या करती? अब तुमने पेट में बच्चा जो ठहरा दिया है।
अब इधर हर्ष भी आ जाता है।और वो भी सब माँ से पूछने लगता है।वो निरज को साथ देख गुस्सा तो आता है,लेकिन उसको अभी अपने पापा की चिंता थी।तो वो माँ से सब पूछने लगता है।
मैं:-माँ क्या हुआ पापा को?
माँ:-(रोते हुए) बेटा, मुझे माफ़ कर दे।
मैं:-क्या हुआ ये तो बोलो माँ?
माँ:-(बेटे को गले लगाते हुए) बेटा, तुम मेरा अपना बेटा है तुम मेरे साथ है ना?
मैं:- माँ मैं आपके साथ हमेशा हूँ।
भावना सिर्फ रोते ही जा रही थी, उसको और निरज को पता था कि अगर प्रकाश होश मैं आ गए तो भी दोनों की लगने वाली है,और ना आये तो भी बच्चा तो था ही पेट में तो लोग क्या बोलते? अब भावना बच्चे को लेके पक्की थी । फिर उसको वॉमिटिंग शुरू होती है, तो वो जल्दी से टॉयलेट मैं चली जाती है,फिर वापस आती है तो सबसे पहले निरज को देखती है। निरज समज जाता है। अब डॉक्टर आके बोलता है।
डॉक्टर:-शायद कल सुबह होश आया जाएगा।
माँ:-(थोड़ा खुस और दुखी दोनो होते हुए) जी ।
अब निरज और भावना को डर था कि कल सुबह होश आया गया तो क्या होगा? निरज सबसे ज्यादा डरा हुआ था। वो कुछ सोच रहा था। अब सबको इंतज़ार करते करते रात हो गयी। अब निरज हर्ष और भावना तीनो हॉस्पिटल में ही थे। अब हर्ष बोला कि
मैं:-माँ आप घर चलो कल सुबह आपको लेने आ जाऊंगा।
माँ:- नही बेटा,
मैं:- माँ समजो ना। आपने खाना भी नही खाया।
निरज:-जी सही बोल रहे हौ ये। आप आराम करो घर जाके।