24-06-2021, 11:19 AM
मम्मी का मूंह फिर से "O" के आकार में खुल चूका था / मैंने अपने मोटे तगड़े सुपाडे को मम्मी के होंठों के बीच में डाल कर आगे पीछे करने लगा / इस बार मेरे लौड़े के धक्के मम्मी के मूंह के अंदर जोर जोर से लग रहे थे और अपने हाथ से मैं मम्मी के मोटे मोटे और भारी भारी मुम्मे जोर जोर से बारी बारी से दबा रहा था / मैंने मम्मी की मेक्सी को ऊपर उठा दिया और मम्मी के मुम्मे नंगे कर दिए /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!