24-06-2021, 11:17 AM
मेरा एक हाथ मम्मी के दोनों बड़े बड़े मुम्मे को दबा रहा था और मैंने एक हाथ से मम्मी के होंठों के पास रखा था और मम्मी के दोनों होंठो के रस को बारी बारी से पी रहा था / मैंने ज़िन्दगी में पहली बार इतने मीठे मीठे होंठों से मधुर रस पिया था / मेरा लौड़ा ताण्डव करने लगा था / कुछ देर होंठों का रस पीने केबाद मैंने मम्मी के होंठो को छोड़ दिया /
मैंने फिर से अपने फनफनाते हुए सांप जैसे लौड़े को अपनी मम्मी के खुले मूंह के ऊपर रखा / अब तक मम्मी का मूंह थोडा सा बंद हो चूका था / मेरा लौड़ा जब मम्मी के होंठों पर पहुंचा तो मम्मी के मूंह के अंदर धीरे से धकेला तो मम्मी का मूंह खुल गया / मैंने अपने लंड के सुपाडे को मम्मी के होंठों के अंदर की तरफ धकेल दिया /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!