24-06-2021, 10:22 AM
मुझे एक असीम आनंद की अनुभूति हो रही थी / मैंने दोनों हाथों से मम्मी के सर को ऊपर से पकड़ लिया था और अपने लौड़े को आगे पीछे करने लगा था / मुझे देख कर ऐसा लंग रहा था जैसे मैं मम्मी के मूंह को चोद रहा हूँ / नींद में मम्मी के मूंह में से भी गूं गूं की आवाज आने लगी थी / मैंने अपना एक हाथ मम्मी के उभरे हुए मुम्मे को मेक्सी के ऊपर से ही पकड़ लिया था / मम्मी का बड़ा बड़ा मुम्मा पकड़ कर मेरा लौड़ा और भी टाइट होने लगा था / मैंने मम्मी के मूंह में अपने लौड़े को अंदर करना तेज कर दिया था / मुझे लग रहा था की मेरा वीर्य 6-7 धक्कों में निकल जायेगा / मैं अभी अपना वीर्य निकलना नहीं चाहता था / मैं अभी और मजा लेना चाहता था / मैंने मम्मी के मूंह से अपना लौड़ा निकल लिया /
// सुनील पंडित // 

मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!