22-06-2021, 11:16 AM
कुछ देर तक लौड़े को मम्मी की चूत के ऊपर ऊपर से रगड़ने पर भी कुछ हल न निकला / मैंने मम्मी को उनकी बाजू से पकड़ कर सीधा कर दिया / इस पारकर से मम्मी का मूंह छत की तरफ हो गया / अब मम्मी के पैर सीधे बिस्तर पर फ़ैल गए थे / मम्मी की चूत उनकी टांगों के बीच में फिर से धक् गई थी / दोस्तों, मैं बताना भूल गया कि मम्मी की चूत के ऊपर एक भी बाल नहीं था / मम्मी अपनी चूत को शेव करके चिकनी रखती थी /
मैंने अपने लौड़े को अपने दायें हाथ मैं पकड़ लिया और अपने बाएं हाथ से मम्मी के गालों पर रख कर मम्मी के मूंह को अपने लौड़े के पास में कर दिया / और मम्मी के होंठों पर अपने लौड़े के सुपाडे को रगड़ने लगा /
मैंने अपने लौड़े को अपने दायें हाथ मैं पकड़ लिया और अपने बाएं हाथ से मम्मी के गालों पर रख कर मम्मी के मूंह को अपने लौड़े के पास में कर दिया / और मम्मी के होंठों पर अपने लौड़े के सुपाडे को रगड़ने लगा /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!