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महक का जादू(सौंदर्या दीदी)
#2
दोस्तों मैं अपनी सच्ची कहानी बताने जा रही हूँ. अपनी काहानी शेयर करने का यह मेरा पहला अनुभव है. मेरा आपसे अनुरोध है ,
कृपया मेरी गलतियों को बताये और मेरा मार्गदर्शन करे ताकि मैं अपनी काहानी आपको अच्छी तरह से बता सकू.
आप लोगो के सुझाव और हौसला अफजाई की मैं आतुरता से प्रतीक्षा करुँगी.

मेरा नाम महक है, आज मैं २५ साल की हूँ . मैं अपनी इंजीनियरिंग की स्टडी पूरी कर चुकी हूँ.
अभी मैं बिज़नस मैनेजमेंट की पढाई कर रही हूँ. मैं और मेरा परिवार एक छोटेसे कसबे में रहते थे.
मेरा परिवार बहोत ही छोटा है, जिसमे मेरे पिता, माँ और मेरा छोटा भाई और मैं ये चार ही लोग रहते थे.
मेरे दादाजी का देहांत मेरे बचपन में ही हो गया था.

[Image: avatar2010414-2.jpg]
सौंदर्या (महक) 



मेरे पिता एक मेहनती किसान है. हमारी फार्म सारे इलाके में जानी पहचानी है.
पिताजी एक पढ़े लिखे किसान है जो नए तरीके से खेती करने में विश्वास करते है.
मेरी माँ एक मेहनती गृहिणी है, वो घर के साथ साथ खेती के कामो में भी हाथ बाटती हैं .
मेरा छोटा भाई मेरे से सिर्फ दो साल छोटा है.

मेरी ये कहानी वहा से शुरू होती है जब मैं xx साल की थी और मेरा दसवी कक्षा का नतीजा आया था .
मुझे पुरे ८५ प्रतिशत मार्क्स मिले थे, माँ पिताजी दोनों बहोत ही खुश थे. मेरे गाँव में xx के बाद पढाई की सुविधा नहीं थी.
पिताजी चाहते थे की मैं खूब पढू, बहोत सोच विचार के बाद ये फैसला हुवा की मुझे मामाजी के यहाँ आगे की पढाई के लिए भेजा जाये.
मेरे मामाजी शहर में रहते थे. मामाजी के शादी माँ से पहेले हो चुकी थी पर मामाजी अभी तक बेऔलाद थे.

मामाजी और मामिजी दोनों मुझे और मेरे भाई से बेहद प्यार करते थे.
मैं पिताजी के साथ शहर आ गई , मेरे मामाजी का बहोत बड़ा मकान था, और रहने वाले सिर्फ दो लोग.
मामिजी ने कहा "अच्छा हुवा तुम यहाँ आ गई , अब हमारे घर में थोड़ी रौनक आएगी"
मामीजी ने मेरे लए ऊपर वाला कमरा ठीक कर दिया. ताकि मेरी पढाई में कोई डिस्टर्ब ना हो .
शुरुवात में कुछ दिनों तक मुझे घर की बहोत याद आती थी.
लेकिन फिर मै ये सोच के खुश होती थी की अगले साल मेरा भैया भी वही आने वाला है.

दोस्तों तब तक मै सेक्स से पूरी तरह से अपरिचित थी. जबकि मुझमे कुछ जिस्मानी तब्दीलिया आनी शुरू हो गई थी,
जैसे मेरी छाती के उभार बड़े होने लगे थे, अब ये छोटे संतरे की तरह थे.
पर अबतक मै ब्रा नहीं पहेनती थी. मैं अन्दर से समीज पहनती थी.
मेरी कांख में भी बाल उगने शुरू हो गए, और वैसे ही बाल मेरी योनी पर भी आने लगे थे.मेरी माहवारी तो पिछले साल ही आना शुरू हुई थी.
[Image: 1.jpg]
                           मैं स्कुल यूनिफार्म में 

[Image: atk-natural-hairy-ambar-001-3.jpg]

                               मेरी रोमिल बगले 

पर माँ ने इस बारे में जादा कुछ बताया नहीं था.
लेकिन शहर में आने के कुछ दिनों बाद मेरी सेक्स की जानकारी बढ़ने लगी.
मेरी क्लास में जो लडकिया थी उन सबकी छाती मुझसे काफी बड़ी लगती थी. और वो लडकिया काफी फेशनेबल भी थी
उनमे से एक लड़की थी रिया जो की मेरे घर से थोडा पास ही रहती थी,
उससे मेरी अच्छी दोस्ती हो गयी. रिया मेरे घर पढाई करने आने लगी, कभी कभार मै उसके घर जाती थी .
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RE: महक का जादू(सौंदर्या दीदी) - by CuteTanu - 12-04-2019, 11:01 AM



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