18-06-2021, 12:09 PM
लंड की मुठ मारते मारते मुझे ऐसे लगने लगा की मेरे लंड को जब तक कोई चूत नहीं मिलेगी मेरा लौड़ा फट न जाये /
मुठ मारते मारते मेरी उँगलियाँ थक गई लेकिन मेरे लौड़े ने अपना पानी नहीं निकाला / मैं मोबाइल में ब्लू फिल्म को बंद कर दिया और उठ कर चहल कदमी करने लगा /
घुमते घुमते मेरा हाथ अपने गधे जैसे लौड़े पर चला गया जो अप डाउन हो रहा था / सुपाडा चमक रहा था / मैंने लौड़े को मसलते हुए अपने ज़हन मैं ख्याल किया की मम्मी तो नींद की गोली ले कर सो रही है / मैं मम्मी के कमरे मैं जाकर मम्मी को सोती हुए देखते हुए मुठ मारता हूँ / क्या पता मम्मी को सोती देखकर मेरे लौड़े का पानी छूट जाये /
मुठ मारते मारते मेरी उँगलियाँ थक गई लेकिन मेरे लौड़े ने अपना पानी नहीं निकाला / मैं मोबाइल में ब्लू फिल्म को बंद कर दिया और उठ कर चहल कदमी करने लगा /
घुमते घुमते मेरा हाथ अपने गधे जैसे लौड़े पर चला गया जो अप डाउन हो रहा था / सुपाडा चमक रहा था / मैंने लौड़े को मसलते हुए अपने ज़हन मैं ख्याल किया की मम्मी तो नींद की गोली ले कर सो रही है / मैं मम्मी के कमरे मैं जाकर मम्मी को सोती हुए देखते हुए मुठ मारता हूँ / क्या पता मम्मी को सोती देखकर मेरे लौड़े का पानी छूट जाये /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!