17-06-2021, 10:44 AM
तो मैंने भी उनके सामने ही अपनी दोनों चुचियों को नाइटी के ऊपर से ही पकडकर ऊपर की ओर उठा दिया। अब दोनों को ही एक दूसरे के इरादे साफ होकर नजर आने लगे।
मेरे ससुर ने अगले ही पल एक घूंट में दूध खत्म कर दिया और मेरी ओर आकर मेरे होठों पर अपने होंठ रख दिए। सुसर जी इतनी जल्दी यह सब शुरू करेंगे, ऐसा मुझे नही लगा था।
खैर मैं भी पूरी तरह से तैयार हो कर आई थी मैंने भी बिना उनका विरोध किए, उनके चुम्बन का साथ दे रही थी। फिर ससुर जी ने मुझे चूमते हुए ही, मेरी कमर के पीछे अपना हाथ ले जाकर मुझे बिस्तर के बीच में लाकर बिठा दिया।
ससुर जी दो पल के लिए मुझसे अलग हुए और उन्होंने खुद ही अपनी गंजी उतारकर फेंक दी। उन्होंने अब अपने हाथ मेरी नाइटी के ऊपर से ही मेरे मुम्मों पर रख दिए और उन्हें जोर जोर से मसलते हुए मेरे गले पर चूमने लगे।
अब मैं भी अपने हाथों को उनके बदन पर घुमाने लगी थी। ससुर जी ने मुझे लिटाते हुए मेरी नाइटी को नीचे से ऊपर की ओर उठाने लगे।
उन्होंने मेरी नाइटी को मेरे चुचियों के ऊपर, मेरे गले तक लाकर रख दिया। अब उनके सामने मेरी नंगी मस्त मोटी मोटी चुचियां थी, जिसे वो खा जाना चाहते थे।
उन्होंने अपना मुंह मेरी चुचियों पर रख दिया और मैंने फिर खुद ही अपनी नाइटी को निकालकर अलग कर दिया। ससुरजी मेरी चूची चुसाई करते हुए अपने हाथ को मेरी चुत के आसपास घुमा रहे थे।
कुछ ही देर में उनका हाथ मेरी चुत को छूते हुए, उनकी मोटी उंगलियां मेरी चुत के भीतर थी। अब मैं और बर्दाश्त नही कर सकती थी, ऊपर से ससुर जी अपनी उंगलियों को मेरी चुत में अंदर बाहर कर रहे थे।
मेरे ससुर ने अगले ही पल एक घूंट में दूध खत्म कर दिया और मेरी ओर आकर मेरे होठों पर अपने होंठ रख दिए। सुसर जी इतनी जल्दी यह सब शुरू करेंगे, ऐसा मुझे नही लगा था।
खैर मैं भी पूरी तरह से तैयार हो कर आई थी मैंने भी बिना उनका विरोध किए, उनके चुम्बन का साथ दे रही थी। फिर ससुर जी ने मुझे चूमते हुए ही, मेरी कमर के पीछे अपना हाथ ले जाकर मुझे बिस्तर के बीच में लाकर बिठा दिया।
ससुर जी दो पल के लिए मुझसे अलग हुए और उन्होंने खुद ही अपनी गंजी उतारकर फेंक दी। उन्होंने अब अपने हाथ मेरी नाइटी के ऊपर से ही मेरे मुम्मों पर रख दिए और उन्हें जोर जोर से मसलते हुए मेरे गले पर चूमने लगे।
अब मैं भी अपने हाथों को उनके बदन पर घुमाने लगी थी। ससुर जी ने मुझे लिटाते हुए मेरी नाइटी को नीचे से ऊपर की ओर उठाने लगे।
उन्होंने मेरी नाइटी को मेरे चुचियों के ऊपर, मेरे गले तक लाकर रख दिया। अब उनके सामने मेरी नंगी मस्त मोटी मोटी चुचियां थी, जिसे वो खा जाना चाहते थे।
उन्होंने अपना मुंह मेरी चुचियों पर रख दिया और मैंने फिर खुद ही अपनी नाइटी को निकालकर अलग कर दिया। ससुरजी मेरी चूची चुसाई करते हुए अपने हाथ को मेरी चुत के आसपास घुमा रहे थे।
कुछ ही देर में उनका हाथ मेरी चुत को छूते हुए, उनकी मोटी उंगलियां मेरी चुत के भीतर थी। अब मैं और बर्दाश्त नही कर सकती थी, ऊपर से ससुर जी अपनी उंगलियों को मेरी चुत में अंदर बाहर कर रहे थे।
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!