12-04-2019, 12:41 AM
थोड़े दिनों पहले मुझे किसी काम से सूरत जाना हुआ. अपना काम खत्म करके मैं वापस आ रहा था कि घर से फोन आया कि अपने चाचा की लड़की को भी साथ में लेते आना.
मेरे चाचा की लड़की, जिसका नाम निशा है.. वह सूरत में अपने पति के साथ रहती है. उसके पति यानी मेरे जीजू को कंपनी के काम से एक महीने के लिए दूसरे शहर जाना पड़ा था, तो वह अकेली रह रही थी. शायद इसी वजह से उसका मेरे साथ आने का मन करने लगा था.
निशा की तीन साल पहले शादी हुई थी. वह अठ्ठाइस साल की बहुत ही सुंदर माल जैसी दिखती है. उसका मादक फिगर 34-28-34 का है. ऊंचाई पांच फीट दो इंच है. उसकी गांड अब ज्यादा बाहर निकल गई है. मुझे वो बहुत ही सेक्सी लगती थी लेकिन चूंकि वो मेरी बहन थी इसलिए मुझे उसके साथ ये सब करने की हिम्मत नहीं होती थी और मौका भी नहीं मिल सका था.
मेरे चाचा की लड़की, जिसका नाम निशा है.. वह सूरत में अपने पति के साथ रहती है. उसके पति यानी मेरे जीजू को कंपनी के काम से एक महीने के लिए दूसरे शहर जाना पड़ा था, तो वह अकेली रह रही थी. शायद इसी वजह से उसका मेरे साथ आने का मन करने लगा था.
निशा की तीन साल पहले शादी हुई थी. वह अठ्ठाइस साल की बहुत ही सुंदर माल जैसी दिखती है. उसका मादक फिगर 34-28-34 का है. ऊंचाई पांच फीट दो इंच है. उसकी गांड अब ज्यादा बाहर निकल गई है. मुझे वो बहुत ही सेक्सी लगती थी लेकिन चूंकि वो मेरी बहन थी इसलिए मुझे उसके साथ ये सब करने की हिम्मत नहीं होती थी और मौका भी नहीं मिल सका था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.