11-04-2019, 11:51 PM
दीदी: आअह्हह्ह्ह्ह भाई… ऐसे ही ठोक अपनी बहन को
मैं: ओह्ह्ह्ह मेरी रानी … कब से मेरे लंड तेरी चुत में जाने को मचल रहा था…..
दीदी: उईईईईई भाई… तो निकल ले अपनी ठरक … और चोद अपनी दीदी को
मेरा लंड घापा घप दीदी की बूर में जा रहा था… मैं अपना लंड पूरा बाहर निकालता और फिर जड़ तक पेल देता… दीदी भी गांड उछाल कर चुदवा रही थी और बहुत लाउड मॉनिंग कर रही थी….. ओह्ह्ह्हह्हह उईईईईई ईईई फ़क मी डार्लिंग…..फ़क योर सिस्टर बेबी……
मैं: ओह्ह्ह्ह मेरी रानी … कब से मेरे लंड तेरी चुत में जाने को मचल रहा था…..
दीदी: उईईईईई भाई… तो निकल ले अपनी ठरक … और चोद अपनी दीदी को
मेरा लंड घापा घप दीदी की बूर में जा रहा था… मैं अपना लंड पूरा बाहर निकालता और फिर जड़ तक पेल देता… दीदी भी गांड उछाल कर चुदवा रही थी और बहुत लाउड मॉनिंग कर रही थी….. ओह्ह्ह्हह्हह उईईईईई ईईई फ़क मी डार्लिंग…..फ़क योर सिस्टर बेबी……
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.