11-04-2019, 11:29 PM
बहुत बोलने पर दीदी मान गयी और ब्रा पैंटी चेंज करने चली गयी. मेरा मिशन कामयाब हो गया. मैं दीदी के सेक्सी बदन को देखने वाला था इससे ही मेरा लंड अकड़ने लगा. थोड़ी देर बार दीदी आपने बदन को ढकते हुए मेरे सामने आयी. मैंने बोला दीदी ऐसे ढकोगी तो मैं कैसे देख पाऊँगा. फिर दीदी ने अपना दोनों हाथ हटा दिया. दीदी के गोरे बदन पर रेड कलर की टाइट ब्रा और पैंटी कयामत ढा रही थी. ३८ की बड़ी बड़ी चूचियां ब्रा से पूरी नंगी दिख रही थी. इतने बड़े बड़े बॉल्स मैंने आज तक नहीं देखे थे.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.