11-04-2019, 11:28 PM
मैंने दीदी के हाथो से बैग लिया और उसमे से दीदी की ब्रा और पैंटी निकली. मैं इसकी बात कर रहा था दीदी.
दीदी: हट बदमाश ये मैं तेरे सामने थोड़े ना ट्राई कर सकती हूँ, ये मैं आपने रूम में ट्राई करूंगी .
मैं: क्या दीदी जब सब चीजे आपने ट्राई करके मुझे दिखाई है तो ये भी मेरे सामने ट्राई कर लो ना.
दीदी: पर भाई मैं ये कैसे ट्राई कर सकती हो तेरे सामने ?
मैं: क्या दीदी मैं आपका अच्छा दोस्त भी तो हूँ.. कुछ नहीं होता एक बार ट्राई करलो .
दीदी: हट बदमाश ये मैं तेरे सामने थोड़े ना ट्राई कर सकती हूँ, ये मैं आपने रूम में ट्राई करूंगी .
मैं: क्या दीदी जब सब चीजे आपने ट्राई करके मुझे दिखाई है तो ये भी मेरे सामने ट्राई कर लो ना.
दीदी: पर भाई मैं ये कैसे ट्राई कर सकती हो तेरे सामने ?
मैं: क्या दीदी मैं आपका अच्छा दोस्त भी तो हूँ.. कुछ नहीं होता एक बार ट्राई करलो .
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.