11-06-2021, 12:33 PM
मेरा शरीर कंप्यूटर गेम की तरहा कई लेवल में बंटा है, कंप्यूटर गेम की तरह ही पहले तुम्हे पहला लेवल(बाधा ) पार करना होगा तभी तुम दुसरे लेवल पर जा पाओगे ..
वो बोली- जैसे उस कंप्यूटर गेम में राजकुमार को राजकुमारी सबसे आखरी बाधा पार करने पे मिलती है वैसे ही तुम्हे मुझे पाने के लिए सारी बाधाये पार करनी होंगी तभी तुम मुझे हासिल कर पाओगे। हर एक बाधा पार करने पे, मैं तुम्हे इनाम में एक चुम्बन दूंगी, जैसे जैसे तुम आगे बढ़ते जाओगे वैसे वैसे चुम्बन की अवधि और गहराई बढती जायेगी।
मेरा दिल उसकी बाते सुन के बैठने लगा..जो चीज मुझे इतनी आसान लग रही थी उसके लिए पूरा इम्तिहान देना मेरे जैसे गरीब का मजाक उड़ना था।
फिर भी सौदा घाटे का नहीं था.. उस वक्त अगर वो मुझे अपनी गुलामी भी करने को कहती तो भी मैं खुशी खुशी करने को तैयार हो जाता..इसमें तो फिर भी मुझे कुछ पाने की उम्मीद लग रही थी…..
वो बोली- अधिकतर मर्द, औरत के शरीर को समझ नहीं पाते और सीधे आखिरी लेवल (बाधा) पर कूद जाते है .. सोचो अगर तुम पहला लेवल ही ढंग से नहीं खेल सकते तो आखिरी लेवल पर कैसे खेल पाओगे ? ऐसा कहा कर वो अपनी गहरी मुस्कराहट से मुझे जलाने लगी !
उसकी कातिल मुस्कराहट और नशीली आँखों का नशा मुझे बेहोश करने लगा .. अपने को मैं किस तरह संभल पा रहा था इसका अंदाजा सिर्फ मैं ही लगा सकता था ..यह वो टॉर्चर था जिसमे ऐसी सजा थी जो खुबसूरत होते हुए भी असहनीय मीठा मीठा दर्द दे रही थी ... वो बोली- तुम्हारा पहला लेवल (बाधा) मेरे सर से शुरू होता है ..मेज पर रखी उस तेल की कटोरी को यहां ले आओ ..
वो बोली- जैसे उस कंप्यूटर गेम में राजकुमार को राजकुमारी सबसे आखरी बाधा पार करने पे मिलती है वैसे ही तुम्हे मुझे पाने के लिए सारी बाधाये पार करनी होंगी तभी तुम मुझे हासिल कर पाओगे। हर एक बाधा पार करने पे, मैं तुम्हे इनाम में एक चुम्बन दूंगी, जैसे जैसे तुम आगे बढ़ते जाओगे वैसे वैसे चुम्बन की अवधि और गहराई बढती जायेगी।
मेरा दिल उसकी बाते सुन के बैठने लगा..जो चीज मुझे इतनी आसान लग रही थी उसके लिए पूरा इम्तिहान देना मेरे जैसे गरीब का मजाक उड़ना था।
फिर भी सौदा घाटे का नहीं था.. उस वक्त अगर वो मुझे अपनी गुलामी भी करने को कहती तो भी मैं खुशी खुशी करने को तैयार हो जाता..इसमें तो फिर भी मुझे कुछ पाने की उम्मीद लग रही थी…..
वो बोली- अधिकतर मर्द, औरत के शरीर को समझ नहीं पाते और सीधे आखिरी लेवल (बाधा) पर कूद जाते है .. सोचो अगर तुम पहला लेवल ही ढंग से नहीं खेल सकते तो आखिरी लेवल पर कैसे खेल पाओगे ? ऐसा कहा कर वो अपनी गहरी मुस्कराहट से मुझे जलाने लगी !
उसकी कातिल मुस्कराहट और नशीली आँखों का नशा मुझे बेहोश करने लगा .. अपने को मैं किस तरह संभल पा रहा था इसका अंदाजा सिर्फ मैं ही लगा सकता था ..यह वो टॉर्चर था जिसमे ऐसी सजा थी जो खुबसूरत होते हुए भी असहनीय मीठा मीठा दर्द दे रही थी ... वो बोली- तुम्हारा पहला लेवल (बाधा) मेरे सर से शुरू होता है ..मेज पर रखी उस तेल की कटोरी को यहां ले आओ ..