11-06-2021, 12:19 PM
उसकी मखमली त्वचा का रंग दूध में हल्का सा केसर घुला जैसा था। गुलाबी चेहरा जिसपे उसके थोड़े से भरे हुए गाल जो ऊपर की तरफ उठे थे, किसी सेब की तरह लग रहे थे। उसके अनार के दानो के माफिक दहकते अंगारे जैसे होंठ, उसकी नीली झील सी आँखे किसी को डुबोने के लिए काफी थी। उसपर उसके सुनहरे लहराते बाल और सांचे में ढला बदन किसी की भी जिन्दा धड़कनों को बंद और बंद धड़कनों को जिंदा करने के लिए काफी था।
न जाने भगवन ने किस गलती में उसे अप्सराओ से भी ज्यादा खुबसूरत बना कर धरती पर भेज था !
उसने कब मेरे हाथ से केबल ली और अपनी कार से लगा कर बोली.. अपनी कार को स्टार्ट करो.....पता ही नहीं चला। मैं रोबोट की भांति चलता हुआ गया और कार स्टार्ट कर दी, उसने अपनी कार को स्टार्ट करने की कोशिश की पर वो स्टार्ट नहीं हुई ...वह बड़े परेशान भाव से बोली अब क्या करे ..इतनी रात में तो न तो मैकेनिक मिलेगा न ही टैक्सी .. करू तो क्या करू ? ....
न जाने भगवन ने किस गलती में उसे अप्सराओ से भी ज्यादा खुबसूरत बना कर धरती पर भेज था !
उसने कब मेरे हाथ से केबल ली और अपनी कार से लगा कर बोली.. अपनी कार को स्टार्ट करो.....पता ही नहीं चला। मैं रोबोट की भांति चलता हुआ गया और कार स्टार्ट कर दी, उसने अपनी कार को स्टार्ट करने की कोशिश की पर वो स्टार्ट नहीं हुई ...वह बड़े परेशान भाव से बोली अब क्या करे ..इतनी रात में तो न तो मैकेनिक मिलेगा न ही टैक्सी .. करू तो क्या करू ? ....