11-06-2021, 12:17 PM
आज की क्लास कोई नयी ट्रेनर ले रही थी। उसकी पीठ हम लोगो की तरफ थी। उसने म्यूजिक स्टार्ट किया और शुरू हो गयी अपने मुंह से लगे स्पीकर पे चिल्लाने ...पहले जेप .. फिर लेफ्ट किक , फिर राईट किक , फिर दो कदम आगे इक फ्रंट किक फिर दो कदम पीछे हुक
...यह सब चल रहा था और हम उसकी आवाज को प्रोग्राम्ड रोबोट की तरह फॉलो कर रहे थे .. उसकी अपनी पीठ जो हमारे तरफ की थी , उसने अपनी पोजीशन बदली और वह हमारे सामने थी ...ohh! ..My ..God .. क्या कोई इस कदर खुबसूरत भी हो सकती है ..लगता था भगवन ने उसे फुरसत में नहीं वीक एंड में ओवर टाइम करके बनाया था ...
उसे एक बार देखने के बाद मुझे जेप ..हुक ..कट ..किक ... कुछ भी सुनायी नहीं दिया ..
पहले से ही प्रोग्राम्ड रोबोट जो उसकी आवाज को फॉलो कर रहे थे अब ..मेरा जैसा बिगड़ा हुआ रोबोट तो सिर्फ उसे देख अपने हाथपावं चला रहा था ..
...यह सब चल रहा था और हम उसकी आवाज को प्रोग्राम्ड रोबोट की तरह फॉलो कर रहे थे .. उसकी अपनी पीठ जो हमारे तरफ की थी , उसने अपनी पोजीशन बदली और वह हमारे सामने थी ...ohh! ..My ..God .. क्या कोई इस कदर खुबसूरत भी हो सकती है ..लगता था भगवन ने उसे फुरसत में नहीं वीक एंड में ओवर टाइम करके बनाया था ...
उसे एक बार देखने के बाद मुझे जेप ..हुक ..कट ..किक ... कुछ भी सुनायी नहीं दिया ..
पहले से ही प्रोग्राम्ड रोबोट जो उसकी आवाज को फॉलो कर रहे थे अब ..मेरा जैसा बिगड़ा हुआ रोबोट तो सिर्फ उसे देख अपने हाथपावं चला रहा था ..