11-06-2021, 12:15 PM
तांत्रिक प्रेम
यह कहानी एक युवक सागर की है, जो वासना और वासना में जुड़े प्रेम को ढूढ़ने की कोशिश कर रहा है। इसे बिल्कुल नहीं पता कि वासना को प्रेम मिलन में कैसे बदला जाए जिससे कि स्त्री-पुरुष का संगम वासना की नहीं बल्कि प्रेम का उदाहरण बने।
यह कहानी सागर की जुबानी में है।
आज दिन भर से बहुत बोर लग रहा था , न जाने मौसम का असर था या कुछ और। बहुत दिनों की भाग दौड़ के बाद इन्सान जब खाली बैठता है तो उसका मन उसे चैन से बैठने भी नहीं देता ..सोचा चलो Gym हो आते है शायद कुछ बोरियत ही कम हो जाये और थोडा बदन चुस्त दुरुस्त हो जाये। Gym में भी थोड़ी बहुत एक्सरसाइज के बाद , मसल्स में दर्द होने लगा सोचा थोड़ी स्ट्रेचिंग ही कर ली जाये !
इधर उधर नजर घुमा रहा था की..देखा Gym के एक रूम में किक बॉक्सिंग की क्लास शुरू होने वाली है ...किक बॉक्सिंग की क्लास में पहले पहले सुन्दर कमसिन और नाजुक लडकियों को देख मन प्रसन्न होता था पर अब वंहा पर घरेलू और थकी मांदी प्रोफेशनल अधेड़ औरतो का जमावड़ा लगता है जो मन में आनंद की जगह अवसाद पैदा करता है ...पर कोई चारा न देख मैं उस क्लास में घुस गया !