28-05-2021, 11:11 PM
Update - 8
अब यहां पर यूसुफ ने नेहा की कमर पकड़ के लण्ड उसकी गाण्ड में छुआ दिया। सबीना ने अपने हाथ से यूसुफ का तीन इंच लण्ड नेहा की गाण्ड में घुसवा दिया।
नेहा की चीख निकल गयी और नेहा बोली - प्लीज यूसुफ जी ऐसा मत करिये. यह आपके पेनिस को निकालिये मुझको बहुत दर्द हो रहा है. मैं आपके सामने हाथ जोड़ती हु.
सबीना बोली - कुछ नहीं होगा मेरी रानी बस थोड़ा सा दर्द होगा उसको तू सह जा इसके बाद तो तुझको इतना मजा आयेगा की जिसकी तू कल्पना भी नहीं कर सकती.
फिर अब सबीना यूसुफ को मुस्कुराते हुए बोली- यूसुफ जी, बचा हुआ लण्ड प्यार से इसकी गाण्ड में डालना और नेहा जी की प्यार से मारिएगा। यूसुफ इसे मामूली बात समझा, उसने गाण्ड को चूत समझते हुआ एक तेज झटका मार दिया। लण्ड नेहा की गाण्ड में तेजी से घुसा तो नेहा बुरी तरह से चीख उठी और उसने तेज झटका गाण्ड को दिया, इस बीच लण्ड गाण्ड से निकल गया। नेहा की आँखों में पानी आ गया था।
सबीना यूसुफ पर हल्के गुस्से से चिल्लाती हुई बोली- आप से मैंने कहा था न कि प्यार से मारिएगा।
नेहा बोली- ना बाबा ना बिल्कुल ना ! मुझे कृपया करके छोड़ दो ! मुझे गाण्ड नहीं मरवानी !
सबीना बोली- नेहा जी, आप थोडा आराम करें ! मैं यूसुफ जी को समझाती हूँ ! अबकी वो आपकी प्यार से मारेंगे। एक बार आपने गाण्ड मरवा ली तो बार बार मरवाना चाहेंगी।
सबीना बोली - यूसुफ जी, आप रेखा जी को सॉरी बोलिए और मेरे साथ आइये, मैं आपको कुछ समझाती हूँ।
यूसुफ ने सबीना से बोला - ऐ रंडी तू पागल हो गयी है क्या !!!!! मेरा नाम यूसुफ शैख है मैं किसी को सॉरी पोरी नहीं बोलता.
सबीना बोली - आप यूसुफ मिया मेरे साथ बाहर आइये.
मुझको यह सब देख कर बहुत ज्यादा अजीब लग रहा था कि ये चुड़ैल सबीना रंडी कबसे ये नेहा के प्रति इतना सॉफ्ट कॉर्नर यानी दयालू पन रखने लगी. अब क्या प्लान है ये रंडी का, मुझको तो सबीना साली भोसड़ी की आकर नेहा की जबरदस्त चुदाई करने का बोल रही थी और यहां ये यूसुफ को नेहा को सॉरी बोलने को कह रही है.....?
अब जैसे ही सबीना और यूसुफ बाहर आये मैं भी दर्द से करा रही नेहा को छोड़ बाहर आ गया।
सबीना यूसुफ से बोली- यूसुफ जी, नेहा को गाण्ड मरवाने के लिये मैं तैयार कर दूंगी पर आप उसकी गाण्ड प्यार से मारिएगा और वेसे भी एक दम नयी गाण्ड है नेहा की आप अकेले तो नहीं मार पाएंगे। नेहा आपकी बीवी तो है नहीं, इसलिए अपने माल का मज़ा अब्दुल मिया को देंगे तभी आप गाण्ड मारने में सफल हो पाएंगे और एक बार आपने औरतों की गाण्ड मारना सीख ली तो आप कई औरतों को खुश कर सकते हैं।
यूसुफ बोला - अबे रंडी भोसड़ी की तु अब मुझको गाण्ड मारना सिखाएगी. सिखाना है तो तेरे इस यार अब्दुल को सिखा. और हा नेहा गुप्ता मेरी बीवी नहीं है पर मैं बहुत जल्द उसको अपनी बीवी बनाने की फ़िराक़ में हू.
यह सुन कर मुझको काफी गुस्सा आने लगा. मैं अपने अन्दर ही अन्दर बोलने लगा कि यूसुफ चुतिये मेरे रहते तो तू नेहा को अपनी बीवी नहीं बना पायेगा.
सबीना बोली - यूसुफ जी पर अभी तो आपकी बेगम नहीं है ना नेहा गुप्ता. आप लगता है भूल गये हमारी डील को..!
यूसुफ - हाँ हाँ तो मैं कहा मना बोल रहा हू पर पहले गाण्ड मैं मरूंगा. पहला उद्घाटन तो मेरे लण्ड से ही होगा.
सबीना - हाँ हाँ बिल्कुल यूसुफ मिया........!
फिर यूसुफ सबीना से कड़क आवाज में बोला- कुतिया को कोई भी चोद दे, मुझे कोई दिक्कत नहीं ! लेकिन मुझे आज गाण्ड मारना है पहले.
सबीना बोली- मैं आपको गाण्ड का खिलाड़ी बना कर भेजूँगी। आप जब नेहा की गाण्ड मारें तब अब्दुल मिया उसे लौड़ा चुसवाएंगे। सबीना ने फिर मुझे कुछ बातें सिखाईं, अब रास्ता साफ़ था, यूसुफ के माल नेहा को अब मैं बजा सकता था।
हम सब लोग कमरे में आ गए। सबीना नेहा से बोली- आप यूसुफ का लण्ड धीरे धीरे चूसें, साथ ही साथ अब्दुल आपकी चूत को चोदेगा। दो-दो लण्डों का मज़ा जब आप लेंगी तो गाण्ड मरवाने में दिक्कत नहीं आएगी।
नेहा ने इस बात से तुरन्त इन्कार कर दिया और बोली - मैं यह सब नहीं करने वाली, मैंने आज तक एक समय मैं दो आदमियों का पेनिस नहीं लिया है. मुझको यह करने से गिन आती है.
सबीना - एक बार करके तो देख नेहा, मैं कई बार कर चुकी हूं. तुझको बहुत मज़ा आयेगा.........
नेहा ना नकुर करने लगी ! तभी सबीना बोली - अरे यूसुफ मिया इसके नखरे कभी ख़तम नहीं होंगे. आप इसके मुँह में लण्ड डालिये और अब्दुल जी आप इसकी चूत सहलाइये.
यूसुफ ने अपना लण्ड रेखा के मुँह में डाल दिया। मैंने नेहा की चूत अपनी 3-4 उँगलियों से सहलानी शुरू कर दी, उसकी चूत के दाने पर मेरी रगड़ तेज होती जा रही थी। मैं और यूसुफ सेक्स का आनन्द ले रहे थे। नेहा का पता नहीं.......
To Be Continued........
अब यहां पर यूसुफ ने नेहा की कमर पकड़ के लण्ड उसकी गाण्ड में छुआ दिया। सबीना ने अपने हाथ से यूसुफ का तीन इंच लण्ड नेहा की गाण्ड में घुसवा दिया।
नेहा की चीख निकल गयी और नेहा बोली - प्लीज यूसुफ जी ऐसा मत करिये. यह आपके पेनिस को निकालिये मुझको बहुत दर्द हो रहा है. मैं आपके सामने हाथ जोड़ती हु.
सबीना बोली - कुछ नहीं होगा मेरी रानी बस थोड़ा सा दर्द होगा उसको तू सह जा इसके बाद तो तुझको इतना मजा आयेगा की जिसकी तू कल्पना भी नहीं कर सकती.
फिर अब सबीना यूसुफ को मुस्कुराते हुए बोली- यूसुफ जी, बचा हुआ लण्ड प्यार से इसकी गाण्ड में डालना और नेहा जी की प्यार से मारिएगा। यूसुफ इसे मामूली बात समझा, उसने गाण्ड को चूत समझते हुआ एक तेज झटका मार दिया। लण्ड नेहा की गाण्ड में तेजी से घुसा तो नेहा बुरी तरह से चीख उठी और उसने तेज झटका गाण्ड को दिया, इस बीच लण्ड गाण्ड से निकल गया। नेहा की आँखों में पानी आ गया था।
सबीना यूसुफ पर हल्के गुस्से से चिल्लाती हुई बोली- आप से मैंने कहा था न कि प्यार से मारिएगा।
नेहा बोली- ना बाबा ना बिल्कुल ना ! मुझे कृपया करके छोड़ दो ! मुझे गाण्ड नहीं मरवानी !
सबीना बोली- नेहा जी, आप थोडा आराम करें ! मैं यूसुफ जी को समझाती हूँ ! अबकी वो आपकी प्यार से मारेंगे। एक बार आपने गाण्ड मरवा ली तो बार बार मरवाना चाहेंगी।
सबीना बोली - यूसुफ जी, आप रेखा जी को सॉरी बोलिए और मेरे साथ आइये, मैं आपको कुछ समझाती हूँ।
यूसुफ ने सबीना से बोला - ऐ रंडी तू पागल हो गयी है क्या !!!!! मेरा नाम यूसुफ शैख है मैं किसी को सॉरी पोरी नहीं बोलता.
सबीना बोली - आप यूसुफ मिया मेरे साथ बाहर आइये.
मुझको यह सब देख कर बहुत ज्यादा अजीब लग रहा था कि ये चुड़ैल सबीना रंडी कबसे ये नेहा के प्रति इतना सॉफ्ट कॉर्नर यानी दयालू पन रखने लगी. अब क्या प्लान है ये रंडी का, मुझको तो सबीना साली भोसड़ी की आकर नेहा की जबरदस्त चुदाई करने का बोल रही थी और यहां ये यूसुफ को नेहा को सॉरी बोलने को कह रही है.....?
अब जैसे ही सबीना और यूसुफ बाहर आये मैं भी दर्द से करा रही नेहा को छोड़ बाहर आ गया।
सबीना यूसुफ से बोली- यूसुफ जी, नेहा को गाण्ड मरवाने के लिये मैं तैयार कर दूंगी पर आप उसकी गाण्ड प्यार से मारिएगा और वेसे भी एक दम नयी गाण्ड है नेहा की आप अकेले तो नहीं मार पाएंगे। नेहा आपकी बीवी तो है नहीं, इसलिए अपने माल का मज़ा अब्दुल मिया को देंगे तभी आप गाण्ड मारने में सफल हो पाएंगे और एक बार आपने औरतों की गाण्ड मारना सीख ली तो आप कई औरतों को खुश कर सकते हैं।
यूसुफ बोला - अबे रंडी भोसड़ी की तु अब मुझको गाण्ड मारना सिखाएगी. सिखाना है तो तेरे इस यार अब्दुल को सिखा. और हा नेहा गुप्ता मेरी बीवी नहीं है पर मैं बहुत जल्द उसको अपनी बीवी बनाने की फ़िराक़ में हू.
यह सुन कर मुझको काफी गुस्सा आने लगा. मैं अपने अन्दर ही अन्दर बोलने लगा कि यूसुफ चुतिये मेरे रहते तो तू नेहा को अपनी बीवी नहीं बना पायेगा.
सबीना बोली - यूसुफ जी पर अभी तो आपकी बेगम नहीं है ना नेहा गुप्ता. आप लगता है भूल गये हमारी डील को..!
यूसुफ - हाँ हाँ तो मैं कहा मना बोल रहा हू पर पहले गाण्ड मैं मरूंगा. पहला उद्घाटन तो मेरे लण्ड से ही होगा.
सबीना - हाँ हाँ बिल्कुल यूसुफ मिया........!
फिर यूसुफ सबीना से कड़क आवाज में बोला- कुतिया को कोई भी चोद दे, मुझे कोई दिक्कत नहीं ! लेकिन मुझे आज गाण्ड मारना है पहले.
सबीना बोली- मैं आपको गाण्ड का खिलाड़ी बना कर भेजूँगी। आप जब नेहा की गाण्ड मारें तब अब्दुल मिया उसे लौड़ा चुसवाएंगे। सबीना ने फिर मुझे कुछ बातें सिखाईं, अब रास्ता साफ़ था, यूसुफ के माल नेहा को अब मैं बजा सकता था।
हम सब लोग कमरे में आ गए। सबीना नेहा से बोली- आप यूसुफ का लण्ड धीरे धीरे चूसें, साथ ही साथ अब्दुल आपकी चूत को चोदेगा। दो-दो लण्डों का मज़ा जब आप लेंगी तो गाण्ड मरवाने में दिक्कत नहीं आएगी।
नेहा ने इस बात से तुरन्त इन्कार कर दिया और बोली - मैं यह सब नहीं करने वाली, मैंने आज तक एक समय मैं दो आदमियों का पेनिस नहीं लिया है. मुझको यह करने से गिन आती है.
सबीना - एक बार करके तो देख नेहा, मैं कई बार कर चुकी हूं. तुझको बहुत मज़ा आयेगा.........
नेहा ना नकुर करने लगी ! तभी सबीना बोली - अरे यूसुफ मिया इसके नखरे कभी ख़तम नहीं होंगे. आप इसके मुँह में लण्ड डालिये और अब्दुल जी आप इसकी चूत सहलाइये.
यूसुफ ने अपना लण्ड रेखा के मुँह में डाल दिया। मैंने नेहा की चूत अपनी 3-4 उँगलियों से सहलानी शुरू कर दी, उसकी चूत के दाने पर मेरी रगड़ तेज होती जा रही थी। मैं और यूसुफ सेक्स का आनन्द ले रहे थे। नेहा का पता नहीं.......
To Be Continued........
Written By Mohik