22-05-2021, 10:19 AM
मैने दीपा को अपनी बाँहों में घेर लिया। मैं उसके नाइट गाउन को उतारने में लग गया। उसके नाइट गाउन को खोल कर उसे बाजू में रख कर फिर मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके मुंह पर मुंह लगा कर उसके रसीले होंठ चूसने लगा। मेरा खड़ा लण्ड उसकी चूत को टक्कर मार रहा था। वह कुछ बोलना चाहती थी, पर चूँकि मैंने उसके होठ होंठ कस कर दबाये हुए थे इसलिए वह कुछ बोल नहीं पायी।
मैंने धीरे से अपने होंठ हटाये और बोला, "चिड़िया जाल में तो फंस सकती थी, पर मैंने उसे नहीं फंसाया। मैं उसे आसानी से फंसा लूंगा अगर तुम सपोर्ट करो तो।"
"तुम्हे मुझसे, अपनी बीबी से सपोर्ट चाहिए, एक दूसरी औरत को फंसाने के लिए?" बड़े आश्चर्य से उसने पूछा।
मैंने उसे सहलाते हुए कहा, "हाँ। मुझे तुम्हारा सपोर्ट ऐसे चाहिए की हम कुछ ऐसा करें की जिससे ऐसा ना लगे की तरुण पर या तुम पर पर कोई ज्यादती हो रही है।"
दीपा बड़ी उत्सुकता से मेरी बात सुन रही थी। मैंने कहा, "अगर में आज टीना के साथ कुछ करता और अगर तुम्हे या तरुण को वह मालूम पड़ता, तो क्या तुम्हें मनमें एक तरह की रंजिश न होती? क्या तरुण इससे आहत न होता?" दीपा मेरी बात बड़े ध्यान से सुन रही थी। उसने अपना सर हिलाके हामी भरी।
मैंने फिर मेरी पत्नी को सारा किस्सा सुनाया। मैंने उससे कुछ भी नहीं छुपाया। मैंने कहा, "शायद यदि मैं चाहता तो टीना को अपनी बाँहों में आज जक़ड सकता था, चुम भी सकता था, और शायद चोद भी सकता था। पर मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया। मैं तुम्हे बताये बिना कोई ऐसा काम नहीं करूँगा जिससे तुम्हे चोट पहुंचे। "
मैंने धीरे से अपने होंठ हटाये और बोला, "चिड़िया जाल में तो फंस सकती थी, पर मैंने उसे नहीं फंसाया। मैं उसे आसानी से फंसा लूंगा अगर तुम सपोर्ट करो तो।"
"तुम्हे मुझसे, अपनी बीबी से सपोर्ट चाहिए, एक दूसरी औरत को फंसाने के लिए?" बड़े आश्चर्य से उसने पूछा।
मैंने उसे सहलाते हुए कहा, "हाँ। मुझे तुम्हारा सपोर्ट ऐसे चाहिए की हम कुछ ऐसा करें की जिससे ऐसा ना लगे की तरुण पर या तुम पर पर कोई ज्यादती हो रही है।"
दीपा बड़ी उत्सुकता से मेरी बात सुन रही थी। मैंने कहा, "अगर में आज टीना के साथ कुछ करता और अगर तुम्हे या तरुण को वह मालूम पड़ता, तो क्या तुम्हें मनमें एक तरह की रंजिश न होती? क्या तरुण इससे आहत न होता?" दीपा मेरी बात बड़े ध्यान से सुन रही थी। उसने अपना सर हिलाके हामी भरी।
मैंने फिर मेरी पत्नी को सारा किस्सा सुनाया। मैंने उससे कुछ भी नहीं छुपाया। मैंने कहा, "शायद यदि मैं चाहता तो टीना को अपनी बाँहों में आज जक़ड सकता था, चुम भी सकता था, और शायद चोद भी सकता था। पर मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया। मैं तुम्हे बताये बिना कोई ऐसा काम नहीं करूँगा जिससे तुम्हे चोट पहुंचे। "