19-05-2021, 02:52 PM
(17-05-2021, 06:07 PM)randibhabhi Wrote: पंडित: बस...अब तुम वस्त्रा बदल कर घर जा सकती हो...जो टीका मैने
लगाया है उसे ना हटाना...चाहे तो घर जा
पंडित: शीला.....आज तो तुम्हारे सारे वस्त्रा शूध हैं ना..?
शीला थोडा शर्मा गयी..
शीला: जी पंडितजी...
क्रमशः........................
Ahhhhhh, meri pyari randibhabhi
kahaani aagey badhao na Bhabhi ji, please